सामान्य ज्ञान
जिसे आम बजट कहा जाता है वह कई हिस्सों से मिलकर बना हुआ एक दस्तावेज़ होता है। भारत सरकार के सालाना आय-व्यय का ब्यौरा बजट लगभग आधा दर्जन दस्तावेज़ों से बन कर तैयार होता है।
इसके प्रमुख अंग इस प्रकार हैं -
1. वित्त मंत्री का बजट भाषण- संसद में वित्त मंत्री का बजट भाषण अगले वर्ष के लिए सरकार की प्रस्तावित नीतियों का एक विस्तृत ब्यौरा होता है. यह भाषण बजट का दिशा निर्देशक कहा जा सकता है।
2. बजट का सार- लगभग 15 पृष्ठों के इस दस्तावेज़ को केन्द्र सरकार की बैलेंस-शीट कह सकते हैं। इसमें केन्द्र सरकार की आय, प्राप्तियों और खर्च का अनुमान होता है। केन्द्र सरकार का धन कहां से आता है और कहां जाता है, इसकी रूपरेखा इसी दस्तावेज़ में होती है।
3. केंद्र सरकार की अनुदान मांगे- इस दस्तावेज़ में भारत सरकार की समेकित निधि के द्वारा सभी मंत्रालयों और विभागों के खर्च का ब्यौरा होता है। प्रत्येक मांग में ज़्यादातर एक सेवा के लिए आवश्यक धनराशि दिखाई जाती है।अर्थात इसमें राजस्व खाते का व्यय और उस सेवा के लिए पूंजी खाते का व्यय (ऋण सहित) दिखाए जाते हैं।
4. व्यय बजट- यह केन्द्र सरकार के बजट का व्याख्यात्मक ज्ञापन है. इसके तीन भाग होते हैं। पहला सामान्य भाग, दूसरा आयोजना भिन्न-व्यय और तीसरा आयोजना परिव्यय। व्यय बजट के पहले हिस्से में सरकारी उपक्रमों के व्यय दिखाए गए हैं, लेकिन प्राप्तियां नहीं दिखाई जातीं ताकि आंकड़ों का विस्तार न हो। यह विवरण इसके दूसरे हिस्से के अनुबंध साल में दिखाए जाते हैं। दूसरे भाग में रेलवे के अलावा सभी मंत्रालयों के बजट व्यय दिखाए जाते हैं। व्यय बजट के खंड तीन में इसी का व्याख्यात्मक ज्ञापन होता है।
5. प्राप्ति बजट- इस दस्तावेज़ के दो मुख्य भाग होते हैं- राजस्व प्राप्तियां और पूंजी। भाग ख में बाजार ऋण, विदेशी सहायता, अल्प बचतें, सरकारी भविष्य निधियां, विभिन्न जमा खातों की संवृद्धियां तथा रेलवे जैसे विभागों की प्रारक्षित निधियां शामिल हैं। इसी भाग में केन्द्रीय करों और शुल्कों में राज्यों के हिस्से का राज्यवार विवरण दिया जाता है।
6. वित्त विधेयक- बजट के ज़रिए किए जाने वाले वित्तीय बदलावों की संसद से वित्त विधेयक के ज़रिए मंजूरी ली जाती है। इस विधेयक के पारित होने के बाद ही बजट पास माना जाता है। वित्त विधेयक के दूसरे खंड में इसका विस्तृत व्याख्यात्मक विवरण होता है।
7. अन्य दस्तावेज़- बजट के साथ पेश किए जाने वाले अन्य दस्तावेज़ों में पिछले वर्ष के लिए केन्द्र सरकार के सालाना वित्तीय विवरण पर एक संक्षिप्त ज्ञापन पेश किया जाता है। इस विवरण में पिछले वर्ष के बजट अनुमानों और वास्तविक व्यय व प्राप्तियों का ब्यौरा होता है।
बजट निर्माण के चरण
बजट निर्माण का कार्य विविध विभागों के परस्पर सहयोग और समन्यव का परिणाम है। इसलिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए बजट तैयार करने की प्रक्रिया सामान्यतया 6 से 7 महीने पहले यानी अगस्त - सितंबर से ही प्रारंभ हो जाती है।
बजट निमाण की प्रक्रिया को पांच चरणों में विभाजित किया जा सकता है, जो इस प्रकार है-
1. बजट की रूपरेखा
2. बजट दस्तावेज
3. संसद की स्वीकृति
4. बजट निष्पादन
5 वित्तीय कोषों का लेखांकन और लेखा परीक्षण