सामान्य ज्ञान
भारत में पन्द्रहवीं लोकसभा का गठन वर्ष 2009 में किया गया था। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद 547 सांसदों को चुना गया। आंकड़ों के अनुसार 15वीं लोकसभा के सदस्यों ने अब तक सबसे कम काम किया है। उन्होंने सबसे कम विधेयक पास किए हैं।
इसी संसद में एक रिकॉर्ड अपराध के नाम भी रहा। संसद में इस बार 162 सांसद आपराधिक पृष्ठभूमि या आपराधिक मुकदमों के साथ लोकतंत्र के मंदिर में आए। दिल्ली स्थित डेमोक्रैटिक रिफॉम्र्स के मुताबिक पिछली बार इनकी संख्या 128 थी। इसी संसद में सांसदों ने कार्यवाही के दौरान मिर्च का स्प्रे किया और चाकू भी लहराया। वहीं तेलंगाना मुद्दे के दौरान संसद की कार्यवाही का सीधा प्रसारण भी रोक दिया गया। इस दौरान खूब हो हल्ला हुआ, कागज फेंके गए और स्पीकर को बोलने नहीं दिया गया।
पिछले पांच साल में भारतीय संसद में अलग-अलग मुद्दों पर विरोध और गतिरोध सामने आया। भारतीय संसद की बैठक हर साल 120-140 दिनों होनी चाहिए। इस बार सिर्फ 60-70 दिन ही हो पाई। इस दौरान सिर्फ 173 बिल ही पास हो पाए, जबकि औसतन हर लोकसभा 317 बिल पास करती है।