सामान्य ज्ञान
ल्यूकोडर्मा एक ऐसी बीमारी है जिसमें हमारी त्वचा पर सफ़ेद रंग के चकत्ते से हो जाते है। इन्हें आम ज़बान में सफ़ेद दाग़ भी कहा जाता है।
इसमें व्यक्ति को कोई तकलीफ़ नहीं होती और न इसका संक्रमण होता है बस यह देखने में बुरा लगता है। हमारी त्वचा के नीचे रंग की कोशिकाएं होती हैं जिन्हे मैलनिन कहा जाता है। इन्हीं से हमारी त्वचा का रंग बनता है। लेकिन इस बीमारी में मैलनिन नष्ट हो जाता है। जहां -जहांं यह नष्ट होता है वहीं से त्वचा सफ़ेद होने लगती है। इसका क्या कारण है यह कोई नहीं जानता ,लेकिन यह माना जाता है कि वंशानुगत कारण, तनाव, धूप से त्वचा का जलना, बीमारी या चोट से भी कई बार मैलनिन नष्ट हो जाता है। इसका पूरी तरह इलाज तो संभव नहीं , लेकिन कई बार फ़ोटो थैरेपी से त्वचा में बचे मैलनिन को उत्तेजित करके उसकी मात्रा बढ़ाई जाती है जिससे त्वचा का रंग वापस आ सके।