सामान्य ज्ञान
संथाल विद्रोह
01-Oct-2020 1:46 PM
वर्ष 1855 में बंगाल के मुर्शिदाबाद तथा बिहार के भागलपुर जिलों में स्थानीय जमीनदार, महाजन और अंग्रेज कर्मचारियों के अन्याय अत्याचार के शिकार संथाली जनता ने एकबद्ध होकर उनके विरुद्ध विद्रोह का बिगुल फूंक दिया था। इसे संथाल विद्रोह या संथाल हुल कहते हैं।
संताली भाषा में हूल शब्द का शाब्दिक अर्थ है विद्रोह। यह उनके विरुद्ध प्रथम सशस्त्र जनसंग्राम था। सिधु, कानु और चांद इस आन्दोलन का नेतृत्व करने वाले प्रमुख नेता थे। 1852 में लॉर्ड कार्नवालिस द्वारा आरम्भ किए गए स्थाई बन्दोबस्त के कारण जनता के ऊपर बढ़े हुए अत्याचार इस विद्रोह का एक प्रमुख कारण था।