कोलकाता, 12 मार्च पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि संप्रभुता, धर्मनिरपेक्षता, बहुलवाद भारतीय लोकतंत्र के मुख्य आधार हैं और देश में हर किसी (महिला या पुरूष) को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है।
बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनकी जिम्मेदारी है कि वह सभी का ध्यान रखें।
बनर्जी ने कहा, ‘‘चाहे वह व्यक्ति हिंदू हो, सिख हो, बौद्ध हो, मुस्लिम हो, ईसाई हो या पारसी हो, सभी को अपने अपने धर्मों का पालन करने का अधिकार है।’’
उन्होंने विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों की सरकार के विरोध में नारेबाजी के बीच कहा, ‘‘मुख्यमंत्री के तौर पर मेरी जिम्मेदारी है कि मैं सभी का ख्याल रखूं। हम सभी का ध्यान रखते हैं।’’
उन्होंने होली पर्व का जिक्र नहीं किया लेकिन भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे ‘‘हिंदू कार्ड न खेलें क्योंकि पश्चिम बंगाल में हर त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है’’।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आपके आयातित हिंदू धर्म का हमारे प्राचीन वेदों या हमारे संतों ने कोई समर्थन नहीं किया है। भाजपा नकली हिंदू धर्म का आयात कर रही है।’’ (भाषा)