* पृथ्वी का एक दिन 23 घंटे 56 मिनट और 4.091 सेकेंड का होता है।
* पृथ्वी का घनफल एक ट्रिलीयन घन किमी है।
* पृथ्वी पूरी तरह से गोल नहीं है। घू्र्णन से धु्रवों पर चपटी है। धु्रवों से व्यास 12,713.6 किमी (7882.4 मील) है लेकिन विषुवत पर 12,756.2 किमी (7908.8 मील ) है। दोनो में अंतर 43 किमी का है, जो 0.3 प्रतिशत है, यह ज़्यादा नहीं है लेकिन है।
* पृथ्वी थोड़ी चपटी तो है लेकिन सूर्य और चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण उसे और चपटा करते है जिसे हम ज्वार भाटा कहते हैं। यह प्रभाव सागर पर लगभग एक मीटर का होता है लेकिन ठोस ज़मीन पर भी यह आधा मीटर होता है।
* ऐसी कोई जगह नहीं है जहां पृथ्वी का वातावरण समाप्त हो कर अंतरिक्ष प्रारभ होता है। वातावरण उंचाई के साथ पतला होता जाता है। आधिकारिक रूप से 100 किमी ऊंचाई पर अंतरिक्ष प्रारंभ माना जाता है जिसे कारमन रेखा कहते है। इस ऊंचाई पार करने वाले को अंतरिक्ष यात्री कहा जाता है।
* चंद्रमा का व्यास पृथ्वी का एक चौथाई है, जो उसे मातृ ग्रह की तुलना में सबसे बड़ा उपग्रह बनाता है। वैसे शेरान जो प्लूटो का सबसे बड़ा उपग्रह है, प्लूटो के व्यास के आधे से ज़्यादा व्यास का है। लेकिन अब प्लूटो ग्रह नहीं है, इसलिए चंद्रमा विजेता है!
* चंद्रमा हमारी कल्पना ज़्यादा दूर है। यदि हम पृथ्वी बास्केटबाल की गेंद माने तो चंद्रमा 7.4 मीटर दूरी पर एक टेनिस की गेंद है।
* पृथ्वी का वातावरण विद्युत चुंबकीय विकिरण के एक छोटे भाग को ही पार होने देता है जिसे हम प्रकाश कहते है, अन्य मुख्य भाग जैसे अवरक्त , पराबैंगनी, क्ष किरण और गामा किरण रोक दी जाती है। यह सब ख़तरनाक विकिरण है, अन्यथा जीवन संभव नहीं था।
* पृथ्वी गरम हो रही है और यह एक तथ्य है।
* पृथ्वी पर 200 से कम उल्कापात से बने क्रेटर हंै, जबकि चंद्रमा पर वे अरबों में है। पृथ्वी के कई क्रेटर हवा पानी से नष्ट हो चुके हंै और वे करोड़ों वर्ष पूराने है जबकि चंद्रमा पर वे नए हंै।
* पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा एक दीर्घ वृत्त में करती है। पृथ्वी सूर्य की सबसे समीपस्थ स्थिति में 147.1 मिलियन किमी (91.3 मिलियन मील) तथा दूरस्थ स्थिति 152.1 मिलियन किमी (94.3 मिलियन मील ) दूर होती है।
* यदि आप पृथ्वी के समस्त पानी की एक बूंद बनाएं तो वह 1400 किमी (860 मील ) व्यास मात्र की ही होगी।
* पृथ्वी के वातावरण का वजऩ 5000 ट्रिलीयन टन है।
* पृथ्वी अब तक का ज्ञात इकलौता ग्रह है जिस पर जीवन है!