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photo neela film production जेठालाल और दयाबेन का किरदार सबसे लोकप्रिय रहा है
-सुप्रिया सोगले
भारतीय टेलीविज़न पर चलने वाले सीरियल्स में अगर लोकप्रियता की बात करें, तो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' का नाम ज़रूर आता है.
साल 2008 से लगातार चल रहे इस सीरियल को वर्षों तक लोगों का प्यार मिला है. इस सीरियल के कैरेक्टर एक समय इतने लोकप्रिय थे कि उनकी हैसियत किसी फ़िल्मी सितारों से कम नहीं थी.
जेठालाल गड़ा, दया बेन, तारक भाई, बबीता जी, टप्पू, चंपक लाल, अय्यर भाई, रोशन सोढ़ी, हंसराज हाथी, भिड़े, नट्टू काका, बाघा, अब्दुल, पत्रकार पोपटलाल जैसे चरित्र लोगों की जुबान पर थे.
ये सीरियल अब भी चल रहा है, लेकिन इसके कई मशहूर कलाकार सीरियल से अलग हो गए, तो कुछ अब इस दुनिया में नहीं हैं.
कई बार ये सीरियल विवादों में भी आया. कुछ कलाकारों के साथ निर्माता-निर्देशक की नहीं बनी, तो एक मामले में पूर्व कलाकार ने यौन उत्पीड़न का आरोप तक लगाया.
कब शुरू हुआ था सीरियल
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' का प्रीमियर जुलाई 2008 में 'सब टीवी' पर हुआ था.
ये हास्य धारावाहिक मशहूर गुजराती लेखक तारक मेहता के गुजराती क्षेत्रीय मैगज़ीन के साप्ताहिक कॉलम "दुनिया ने उढ़ा चस्मा" से प्रेरित कॉमेडी शो है.
निर्माताओं ने 2001 में मैगज़ीन से राइट ख़रीदे, लेकिन बड़े-बड़े टीवी चैनल्स ने इसे लेने से इनकार कर दिया, क्योंकि उस दौर में सास-बहु वाले सीरियल्स का दबदबा था.
निर्माताओं को क़रीब 8 साल इंतज़ार करना पड़ा, लेकिन उन्हें इंतज़ार का शानदार फल मिला.
सीरियल के केंद्र में गोकुलधाम सोसायटी और इसमें रहने वाले विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों का जीवन है. सोसायटी में रहने वाले लोगों ने धीरे-धीरे भारत के घरों में अपनी जगह बना ली. लोगों ने इस सीरियल पर जम पर अपना प्यार लुटाया.
सामान्य लोग और उनकी सामान्य ज़िंदगी, हर दिन नई घटना और घटना के इर्द-गिर्द बुनी गई कहानियों ने लोगों के दिलों को छू लिया.
सीरियल के मुख्य पात्र जेठालाल गड़ा और उनकी पत्नी दयाबेन के चरित्र को लोगों ने इतना पसंद किया कि कई बार इन कलाकारों को सार्वजनिक जगहों पर उनके असली नाम से नहीं बल्कि सीरियल के पात्र के रूप में बुलाया जाने लगा.
यही हाल सीरियल के बाक़ी कलाकारों का भी था.
15 साल में 3600 एपिसोड
शुरुआत में ये सीरियल सिर्फ़ दो साल के लिए बना था, लेकिन इसकी सफलता से निर्माता-निर्देशक का हौसला बढ़ा.
अब इस सीरियल ने 15 साल पूरे कर लिए हैं और इसके 3600 से अधिक एपिसोड दिखाए जा चुके हैं.
इस शो की लोकप्रियता इतनी थी कि इसे तेलुगु और मराठी भाषा में भी डब किया गया.
2021 में शो के किरदारों से प्रेरणा लेते हुए एनीमेशन सिरीज़ 'तारक मेहता का छोटा चश्मा' भी शुरू हुआ था.
एक समय इस सीरियल की लोकप्रियता का ऐसा आलम था कि कई बार बड़े-बड़े फ़िल्मी सितारे अपनी फ़िल्म का प्रमोशन करने आते थे.
इनमें सलमान ख़ान, शाहरुख़ ख़ान, अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर, ऋतिक रोशन, करीना कपूर और दीपिका पादुकोण तक शामिल थे.
यौन उत्पीड़न के आरोप
जहां एक तरफ़ सीरियल और इसके कलाकारों को लोकप्रियता मिली, वहीं ये सीरियल धीरे-धीरे विवादों से घिरता रहा.
विवाद कभी सीरियल के कारण तो कभी सीरियल के कलाकारों के कारण हुआ. सबसे ताज़ा विवाद सीरियल की एक कलाकार जेनिफ़र मिस्त्री बंदीवाल से जुड़ा है.
जेनिफ़र ने निर्माताओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. हालांकि निर्माताओं ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है.
तारक मेहता सीरियल में कई वर्षों से रोशन सोढ़ी का किरदार निभाने वाली जेनिफ़र ने हाल ही में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है.
इस शिकायत में उन्होंने निर्माता असित मोदी, सोहिल रमानी और जतिन बजाज पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
इसी साल मार्च में जेनिफ़र ने ये शो छोड़ दिया था. हालांकि सीरियल के निर्माताओं ने बयान जारी कर जेनिफ़र के आरोपों को निराधार कहा है.
निर्माताओं का कहना है कि जेनिफ़र के व्यवहार के कारण उनका कॉन्ट्रैक्ट ख़त्म कर दिया गया है और इस कारण वे बदले की भावना से ये आरोप लगा रही हैं.
शैलेश लोढ़ा को लेकर विवाद
शैलेश लोढ़ा ने तारक मेहता का उल्टा चश्मा में 14 साल तक तारक मेहता का किरदार निभाया.
लेकिन पिछले साल अप्रैल में वे एकाएक सीरियल छोड़कर चले गए.
सीरियल के चाहने वालों को इस पर भरोसा नहीं हुआ और सोशल मीडिया पर लोग उनकी वापसी की मांग करने लगे.
सीरियल के प्रमुख पात्र जेठालाल के दोस्त और लेखक तारक मेहता के किरदार के रूप में शैलेश काफ़ी लोकप्रिय हुए थे.
हर समस्या के समाधान के लिए जेठालाल का तारक मेहता के पास पहुंचना और तारक मेहता का उन्हें समस्याओं से निकाल देना, दर्शकों को ख़ूब रास आता था.
बाद में ये बात सामने आई कि शैलेश ने निर्माताओं के साथ मनमुटाव के कारण शो छोड़ दिया था. मामला था बकाया पैसे के भुगतान का. शैलेश लोढ़ा ने इस साल अप्रैल में निर्माताओं के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया.
मामला अदालत के सामने विचाराधीन है. लेकिन निर्माता सोहेल रमानी ने कहा है कि शैलेश को सूचित कर दिया गया है कि वे दस्तावेज़ पर साइन करके अपना भुगतान ले जाएं.
ये पहली बार नहीं हुआ है कि सीरियल के निर्माताओं पर कलाकारों ने पेमेंट ना देने का आरोप लगाया हो.
इससे पहले सीरियल में शैलेश लोढ़ा के किरदार तारक मेहता की धर्मपत्नी बनीं अंजलि मेहता का किरदार निभाने वाली नेहा मेहता ने भी ऐसे ही आरोप लगाए थे.
नेहा भी 2020 में शो छोड़कर चली गई थीं. इस मामले में भी निर्माताओं ने बयान जारी कर बताया कि सीरियल की पॉलिसी के मुताबिक़ कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के बाद ही फ़ाइनल सेटलमेंट होता है.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की धमकी
मार्च 2020 में तारक मेहता के एक एपिसोड में मुंबई की भाषा हिंदी बताने पर राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने धमकी दी थी.
दरअसल इस सीरियल के एक एपिसोड में चंपकलाल का किरदार निभाने वाले अमित भट्ट के एक डायलॉग से ये विवाद खड़ा हुआ था.
इसमें अमित भट्ट ने हिंदी को मुंबई की आम भाषा कह दिया था. राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी.
एमएनएस ने निर्माताओं को चेतावनी दी कि वे इस मामले पर तुरंत माफ़ी मांगें. बाद में शो के निर्माताओं और कलाकारों ने माफ़ी मांगी और तब जाकर मामला शांत हुआ.
जेठालाल का 'ए पागल औरत' विवाद
विवादों से दूर रहने वाले दिलीप जोशी भी विवादो के घेरे में आ गए थे. शो में जेठालाल का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी का डायलॉग 'ए पागल औरत' काफ़ी चर्चित था.
लेकिन इस डायलॉग पर महिला संगठनों ने आपत्ति जताई कहा कि ये डायलॉग महिलाओं के लिए अपमानजनक है.
इस विरोध के बाद निर्माताओं ने तय किया कि जेठालाल ये डायलॉग कभी नहीं बोलेंगे.
मुनमुन दत्ता से जुड़ा विवाद और टप्पू के अफ़ेयर की अफ़वाह
शो में बबीता जी का किरदार निभाने वाली मुनमुन दत्ता ने मई 2021 में एक मेकअप वीडियो में जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया, जिस पर सोशल मीडिया में हंगामा मच गया.
उन्हें शो से बाहर निकलने की मांग की गई. उन पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति एक्ट के तहत कई एफ़आईआर दर्ज हुए.
वीडियो पोस्ट करने के दूसरे ही दिन उन्होंने सोशल मीडिया पर माफ़ी मांगी.
इस विवाद के बाद मुनमुन कुछ समय तक शो में नहीं दिखी, जिससे अफ़वाह फैलने लगी कि उन्हें शो से निकाल दिया गया है. लेकिन निर्माताओं ने इन अफ़वाहों को झूठा कहा और कुछ समय बात मुनमुन बबीता जी के किरदार में दोबारा दिखीं.
इस विवाद के बाद निर्माताओं ने सीरियल के सभी कलाकारों से एक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कराए, जिसमें उन्हें अभद्र भाषा के इस्तेमाल के साथ-साथ जाति या धर्म पर किसी तरह टिप्पणी की भी मनाही थी.
साल 2021 के सितंबर महीने में मुनमुन दत्ता और शो में टप्पू का किरदार निभाने वाले राज अनादकत के साथ आई एक तस्वीर ने भी विवाद खड़ा कर दिया.
सोशल मीडिया पर उन दोनों के प्रेम संबंध की अफ़वाह उड़ने लगी. मुनमुन को काफ़ी ट्रोल किया गया.
लेकिन मुनमुन ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और इन ख़बरों से इनकार किया. उन्होंने इसे रूढ़िवादी सोच कहा और मीडिया को भी ज़िम्मेदार ठहराया.
तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो की सबसे बड़ी ख़ासियत कलाकार रहे, जिन्होंने किरदार को परदे पर जिया और दर्शकों से ख़ास रिश्ता बनाया.
बदलते समय और निर्माताओं से अनबन के कारण कई कलाकार शो से अलग हुए. लेकिन कई कलाकारों के निधन के कारण भी शो की लोकप्रियता को झटका लगा.
दिशा वकानी यानी दया बेन
सबसे पहले चर्चा दिशा वकानी यानी दयाबेन की.
सीरियल की सबसे चर्चित किरदार दयाबेन की भूमिका दिशा वकानी ने निभाया था.
लेकिन 2017 से वे सीरियल का हिस्सा नहीं थीं. सीरियल के निर्माताओं ने लंबे समय तक दर्शकों को बार-बार इस भ्रम में रखा कि दिशा वकानी की वापसी होगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
सीरियल का एक अहम किरदार का एकाएक चला जाना और निर्माताओं का उन्हें रिप्लेस न कर पाना दर्शकों की निराशा की वजह रहा.
दिशा वकानी ने 2017 में मैटरनिटी लीव ली थी और फिर वापस नहीं लौटीं. ऐसी भी ख़बरें आई कि दिशा पेमेंट बढ़ाने की मांग रखी थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई.
कवि कुमार आज़ाद उर्फ़ डॉ हाथी
सीरियल में डॉ. हाथी का किरदार निभाने वाले कवि कुमार आज़ाद भी काफ़ी लोकप्रिय थे.
अपने भारी-भरकम शरीर के साथ शो में कॉमेडी करने वाले कवि कुमार आज़ाद की 2018 में मौत हो गई.
सीरियल के एक लोकप्रिय किरदार का असमय चले जाना दर्शकों को बड़ा झटका दे गया.
उनके बाद निर्मल सोनी ने डॉ. हाथी का किरदार निभाया. लेकिन वे वो लोकप्रियता हासिल नहीं कर पाए, जो कवि कुमार को मिली थी.
घनश्याम नायक उर्फ़ नट्टू काका
सीरियल में जेठालाल की दुकान पर काम करने वाले नट्टू काका का चरित्र दर्शकों को बहुत पसंद आता था.
निर्माताओं ने सीरियल की कई कहानियां जेठालाल की दुकान पर तैयार कीं. वजह थी जेठालाल और नट्टू काका के बीच का संवाद.
इस संवाद ने लोगों को हंसने का ख़ूब मौक़ा दिया. नट्टू काका के साथ उनके सहयोगी बाघा ने भी ऐसे मौक़े को और रोचक बनाया.
नट्टू काका यानी घनश्याम नायक असली जीवन में भी थियेटर का हिस्सा था, जो उनके अभिनय में दिखता था.
लेकिन 2021 में वे कैंसर से जंग हार गए. नट्टू काका के निधन से भी सीरियल को बड़ा झटका लगा. एक के बाद एक पुराने कलाकारों का सीरियल से जाना और कुछ की मौत ने सीरियल को झटका दिया.
टप्पू का सीरियल छोड़ना
सीरियल में जेठालाल और दया बेन के बेटे टप्पू के रूप में भव्य गांधी को दर्शकों से बहुत प्यार मिला.
टप्पू की सेना शो में बहुत मशहूर हुई. क़रीब नौ साल तक शो में बतौर बाल कलाकार काम करने के बाद भव्य गांधी ने शो को 2017 में अलविदा कह दिया.
वो बतौर कलाकार और आगे बढ़ना चाहते थे, जो उन्हें शो में रहकर नहीं मिल रहा था. इसलिए उन्होंने शो छोड़ अपने करियर की दूसरी पारी शुरू की.
उन्हें टप्पू के तौर पर रिप्लेस किया राज अनादकट ने. दर्शकों ने राज अनादकट को टप्पू के रूप में अपना लिया, लेकिन छह साल शो में रहने के बाद 2022 में अलविदा कह दिया.
परेशानियों का सिलसिला
तारक मेहता का उल्टा चश्मा ने क़रीब नौ साल तक बिना किसी बड़े विवाद के दर्शकों के बीच अपना दबदबा क़ायम रखा.
किरदारों में जेठालाल और दया बेन का किरदार सबसे अधिक लोकप्रिय रहा.
लेकिन 2017 से इस सीरियल की गति उस वक्त से लड़खड़ाने लगी, जब दिशा वकानी ने शो छोड़ा. उसके बाद न सिर्फ़ कई कलाकारों ने शो छोड़ा, बल्कि कई विवाद भी हुए.
क़रीब एक दशक तक लोगों के दिलो में राज करने वाले तारक मेहता का उल्टा चश्मा के लोकप्रिय किरदार अब बदल चुके हैं.
लेकिन दर्शक अपने पसंदीदा कलाकरों के निभाए किरदारों को भूल नहीं पाए हैं. नए कलाकार उनकी कमी को पूरा नहीं कर पा रहे हैं.
एक समय इतने बड़े-बड़े फ़िल्मी कलाकार अपनी फ़िल्म प्रोमोट करने आया करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता.
अब देखना ये है कि विवादों और कलाकारों से मनमुटाव से ये सीरियल उबर पाता है या नहीं. (bbc.com/hindi)