सुदूरवर्ती गहन अंतरिक्ष में खगोलीय धूल कणों के घने बादलों से ढंके होने के कारण, पार्थिव प्रकाशीय दूरबीनों से, अनगिनत आकाशीय पिंडों को देख पाना संभव नहीं हो पाता है, लेकिन स्पिट्जर अंतरिक्ष टेलीस्कोप में लगा इंफ्रारेड टेलीस्कोप इन घने बादलों के बीच भी सरलता से देख लेता है। इस शक्तिशाली टेलीस्कोप ने पृथ्वी से 5400 प्रकाश वर्ष दूर अंतरिक्ष में खगोलीय धूल कणों के घने काले बादलों के बीच उत्पत्ति की अवस्था में विद्यमान लाखों तारों का पता लगाया है। इन तारों को स्टेला स्टार्स कहा जाता है।
अनंत अंतरिक्ष के रहस्यों को खोजने में जुटी स्पिट्जर अंतरिक्ष टेलीस्कोप ने ट्रिफिड नेबुला नामक निहारिका में घने चमकीले बादलों के बीच लाखों स्टेला स्टार्स का पता लगाया है। इन स्टेला तारों की उत्पत्ति और विकास की प्रक्रिया अति तीव्र है। पृथ्वी से इनकी दूरी लगभग 6 खरब किमी है।