जगदलपुर के पास के गांव नियनार में धान की फसल लगभग पक कर तैयार है। फसल को काट रही महिलाओं में कई बुजुर्ग भी हैं, जिनके बाहों में गोदना गुदा हुआ था। उन्होंने बताया कि हमें गांव में ही बनी (रोजगार) मिल जाता है। और हम खेत में रोपा से धान के पकने तक और उसकी कटाई तक जुड़े रहते हैं। छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा के नाम से जाना जाता और इन माताओं को छत्तीसगढ़ महतारी... (तस्वीर/विमल मिंज)