राजनांदगांव

मानसून 41-42 डिग्री के बीच स्थिर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 जून। मानसून की चाल धीमी हो गई है। नौतपा में बरसे बादलों ने प्री-मानसून की बौछार से गर्मी को कम कर दिया था। जल्द मानसून आने की संभावना के चलते लोगों को बारिश का इंतजार था, लेकिन जून का पहला पखवाड़ा बीतने को है, लेकिन मानसून का कहीं अता-पता नहीं है। माना जा रहा है कि मानसून भटक गया है। मानसून की देरी से बढ़ते पारे के साथ गर्मी लौट आई है। फिलहाल तापमान 41-42 डिग्री के बीच स्थिर है।
मिली जानकारी के अनुसर आने वाले दिनों में भी अभी एक सप्ताह तक बारिश की संभावना कम है। सप्ताहभर से आसमान में बादलों का डेरा नहीं लगने से लोगों को अब सूरज की किरणें भी झुलसाने लगी है। सूरज की तपिश से बचने लोग छांव की तलाश और घरों में दुबकने लगे हैं। वहीं गर्मी से राहत पाने के लिए लोग दुकानों, कार्यालयों और घरों में पंखे, कूलर और एसी की ठंडकता से राहत पाने की जुगत में है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले प्री-मानसून के दस्तक के साथ ही आसमान में बादलों का डेरा और बारिश शुरू होने से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली थी। वहीं कहीं-कहीं रूक-रूककर बारिश भी हुई। बारिश के चलते तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई थी। नौतपा के दौरान आसमान में काले मेघों के डेरा डालने और बारिश की फुहारों से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली थी।
नौतपा के बाद से जहां पूरी तरह से मानसून में ब्रेक लग गया। जिससे गर्मी ने अपना उग्र तेवर दिखाना शुरू कर दिया। इधर मानसून के ब्रेक लगने और बारिश नहीं होने से लोगों को तेज धूप और गर्मी से हलाकान होना पड़ रहा है।
किसान कर रहे खेतों का रूख
इधर मानसून के सक्रिय होने की संभावना को लेकर किसान खेतों का रूख करने लगे हैं। खेतों में काटों की छंटाई व अन्य खेती कार्य के लिए किसानों का कुनबा खेतों में पहुंचने लगे हैं। इधर पानी की सुविधा वाले किसान खेतों में पानी डालकर सिंचाई करने की तैयारी में जुट गए हैं।
बिजली कटौती से लोग हलाकान
मानसून में ब्रेक लगने से जहां गर्मी ने अपना उग्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। ऐसे में बिजली विभाग ने भी मेन्टेनेंस के नाम पर कटौती करना शुरू कर दिया है।
शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में बिजली विभाग द्वारा कटौती किए जाने से लोग गर्मी से बेहाल नजर आ रहे हैं। इधर शहरी क्षेत्रों में भी बिजली कटौती होने से लोग जहां गर्मी से हलाकान हो रहे हैं। वहीं बिजली के माध्यम से दुकानदारी करने वाले व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
लस्सी व फलों की बढ़ी मांंग
गर्मी के बढ़ते तेवर के बीच लोग गर्मी से शरीर को ठंडकता दिलाने के लिए लस्सी की ओर आकर्षित होने लगे हैं। इसके अलावा फलों की भी मांग बढऩे लगी है। शहर में आम, सेब, केला, चिरईजामुन समेत मौसमी फलों की मांग भी बढ़ गई है।