राजनांदगांव

कल विराजेंगे विघ्नहर्ता श्रीगणेश
06-Sep-2024 4:33 PM
कल विराजेंगे विघ्नहर्ता श्रीगणेश

 11 दिन गणेशोत्सव की रहेगी धूम  
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
राजनांदगांव, 6 सितंबर।
सिद्धी विनायक भगवान श्रीगणेश यानी विघ्नहर्ता लंबोदर महाराज शनिवार को विराजेंगे। इसी के साथ ही संस्कारधानी में 11 दिनों तक गणेशोत्सव की धूम रहेगी। गणेश चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्थापित किया जाएगा। स्थल सजावटों के साथ-साथ घरों में भगवान  श्रीगणेश की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना होगी। 
गणेश उत्सव के लिए शहर के प्रमुख समितियों की ओर से तैयारी कर ली गई है। विशालकाय मूर्तियों से लेकर छोटी प्रतिमाओं की बिक्री शुरू हो गई है। हर साल 11 दिन तक शहर में गणेशोत्सव के चलते भक्तिमय वातावरण रहता है। भारी चहल-पहल के बीच देर रात तक लोगों की आवाजाही होती है। शहर के गंज लाइन, कामठी लाइन, रामाधीन मार्ग समेत अन्य प्रमुख मार्गों में पंडाल में भगवान श्रीगणेश की स्थापना होगी। आकर्षक एवं अलग-अलग रूपों में भगवान श्रीगणेश की मूर्तियों का लोग दर्शन करेंगे। 

शुरूआत के एक-दो दिन बाद विसर्जन तक शहर का वातावरण धार्मिकमय हो जाता है। इस बीच कल गणेश चतुर्थी पर विघ्नहर्ता के विराजते ही गणेश पर्व उत्सव का आगाज होगा। कल सुबह से देर शाम तक मूर्तियों की स्थापना होगी। उधर गणेश उत्सव के प्रारंभ होने से पहले ही झांकियों की तैयारी भी शुरू हो गई है। प्रदेश में ख्यातिप्राप्त झांकी विसर्जन अरसे से आकर्षण का केंद्र रहा है। लिहाजा रायपुर, दुर्ग एवं आसपास के जिलों से भी झांकी विसर्जन के दिन लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। फिलहाल कल से गणपति बप्पा की गंूज सुनाई देगी।

संस्कारधानी में कल 7 सितंबर से लंबोदर महाराज के जयकारे की गंूज गली-मोहल्ले में सुनाई देगी। विशालकाय गणेश की प्रतिमा के साथ जहां स्थल सजावट आकर्षण के केंद्र होंगे। वहीं घरों में भी बप्पा मोरिया की जय-जयकार होगी। गणेश चतुर्थी पर्व पर शहर कृत्रिम रौशनी में जगमग होगा। भगवान श्रीगणेश के दर्शन के लिए पूरे भक्तों की भीड़ सडक़ों पर नजर आएगी। इधर स्थल सजावट के जरिये भगवान लंबोदर महाराज का विभिन्न रूप भक्तों को देखने का अवसर मिलेगा। स्थल सजावट के लिए शहरभर की दर्जनों समितियां पखवाडेभर पूर्व से तैयारी में जुटी है। 

समितियां  इस बार भी उत्कृष्ट अंदाज में गणेश पर्व को मनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। इस बीच ग्रामीण इलाकों से समितियों के सदस्यों द्वारा प्रतिमा की तैयारियों को देखने मूर्तिकारों के पास पहुंच रहे हैं।  शहर के चौक-चौराहों में स्थल सजावट के लिए पंडाल लगाने का क्रम शुरू हो गया है। वहीं भगवान गणेश की विशालकाय से लेकर छोटी मूर्तियां अंतिम रूप ले रही है। इस बीच राजनांदगांव शहर में गणेश चतुर्थी पर्व पर जगह-जगह चहल-पहल होगी। शहर के अंदरूनी और भीतरी इलाकों में विद्युत सजावट के साथ रात को अलग ही नजारा दिखाई देगा। रात को जहां डीजे के जरिये भक्तिमय गीत से वातावरण अलग होगा। वहीं मूर्तियों के दर्शन करने आधी रात तक लोगों को हुजुम भी उमड़ेगा।

मानव मंदिर चौक से निकलेगी विजर्सन झांकियां
मिली जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन ने कहा कि इस बार कहीं पर भी किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस सुविधा पहुंचनी चाहिए, यह सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए गणेश उत्सव समितियों की सर्वसहमति से गणेश विसर्जन झांकी का रूट चार्ट तय किया गया। सभी गणेश विसर्जन झांकियां विसर्जन के लिए मानव मंदिर चौक से निकाली जाएगी। झांकी को महावीर चौक से जयस्तंभ चौक होते हुए मानव मंदिर चौक लानी होगी। इसी तरह गुरूद्वारा चौक से मानव मंदिर चौक और दुर्गा चौक से मानव मंदिर चौक लानी होगी। झांकियां मानव मंदिर चौक से आजाद चौक होते हुए भारत माता चौक, कामठी लाईन, सुर्जन गली, रामाधीन मार्ग, तिरंगा चौक, गंज चौक, नंदई चौक से मोहारा नदी जाएगी। स्वागत पंडाल गंज चौक में लगाया जाएगा।

उल्लंघन पर डीजे संचालक पर होगी कार्रवाई
इधर डीजे संचालन के लिए उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा ध्वनि विस्तार यंत्रों के उपयोग के लिए आदेश जारी की गई है। झांकी में तेज आवाज में डीजे बजाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आदेश का उल्लंघन करते पाए जाने पर संबंधित डीजे संचालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही स्थल झांकी और विसर्जन झांकी में 2-2 अग्नि शमन सिलेंडर रखना होगा। झांकी के दौरान प्रत्येक गतिविधियों की फोटो एवं वीडियोग्राफी की जाएगी। किसी भी तरह की अव्यवस्था उत्पन्न करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। स्थल झांकियों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।  झांकी के दौरान फटाके फोडऩा, किसी भी तरह का हथियार व लाठी-डंडा लेकर चलना प्रतिबंधित रहेगा।


अन्य पोस्ट