राजनांदगांव
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नांदगांव में दो दिन बाद फिर बरसे बादल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। सावन महीने के पहले दिन से शुरू हुई बारिश दो दिन थमने के बाद बुधवार दोपहर को फिर से मूसलाधार रूप लेकर बरस पड़ी। लगातार कई दिनों से झड़ी के रूप में बारिश हुई। नतीजतन बांध-बैराज छलक रहे हैं। वहीं शिवनाथ की धार में कोई गिरावट नहीं हुई है। मौसम विभाग ने आज फिर से बारिश होने की संभावना जाहिर की थी।
बारिश के कारण अब खेतों के लिए स्थिति चिंताजनक हो गई है। किसानों को फसल बचाने के विषय पर सोंचना पड़ रहा है। सोमवार और मंगलवार को बारिश थमी रही। जिसके चलते उमस और गर्मी से लोग बेचैन थे। अचानक आज दोपहर बाद आसमान में काले बादल छाए और तेजी से मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। जिले में बारिश की स्थिति अब चिंताजनक हो रही है। वजह यह है कि फसलों को पानी से नुकसान होने का अंदेशा बढ़ गया है। किसानों के मुताबिक फसल को धूप की भी आवश्यकता है। लगातार पानी में डूबे रहने से फसलों के सडऩे का अंदेशा भी बढ़ गया है।
उधर बांध-बैराजों से पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। लगातार हो रही बारिश से बांध-बैराजों में क्षमता से अधिक पानी का भराव हो गया है। कैचमेंट एरिया से पानी की आवक बढ़ी है। जिले के मोंगरा, सूखानाला, घुमरिया, और खातूटोला बैराज में अब पर्याप्त पानी भर गया है। उधर दोपहर से हुई बारिश से गर्मी से लोगों को छुटकारा मिला।
रैनकोर्ट व छाते के व्यापार में तेजी
मूसलाधार बारिश से रैनकोर्ट और छाते के व्यापार में तेजी आ गई है।
व्यापारियों को आषाढ़ के महीने में मानसून के खफा होने से घाटे की चिंता थी। सावन के महीने में बरस रहे बादलों से व्यापार में उछाल आ गया है।
सडक़ों के गड्ढ़ों में भर रहा पानी
बुधवार दोपहर बाद हुई मूसलाधार बारिश से शहर के अंदरूनी समेत बाहरी इलाकों के गड्ढेनुमा सडक़ों में पानी का भराव हो रहा है। ऐसे में लोगों को सडक़ों के गड्ढों में भरे पानी की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं दो पहिया वाहन चालकों को हादसे होने की संभावना बढ़ गई है। ज्ञात हो कि बीते कुछ दिनों से लगातार हुई बारिश की वजह से शहर के अंदरूनी और बाहरी इलाकों के सडक़ों के गड्ढे साफ नजर आ रहे थे। वहीं कुछ इलाकों के सडक़ों से डामर गायब होकर गिट्टियां झांकने लगी थी।