रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 29 अप्रैल। वन नेशन वन इलेक्शन के लिए राजधानी रायपुर की ओर से समर्थन देने निगम की आज विशेष सामान्य सभा हुई। यह सभा करीब 30 वर्ष बाद निगम मुख्यालय से बाहर शहीद स्मारक सभागार में हुई।
प्रात: 10.30 बजे शुरू हुई सभा में सबसे पहले पहलगाम के आतंकी हमले में दिवंगत रायपुर निवासी स्वर्गीय दिनेश मिरानिया सहित दिवंगतों को श्रदांजलि दी गई । इसके बाद एजेंडे पर चर्चा हुई। सभागार के मंच पर सभापति सूर्यकांत राठौड और सामने पक्ष विपक्ष के पार्षद दो हिस्सों में बिठाए गए थे। मेयर मीनल चौबे के साथ भाजपा के पार्षद बैठे थे। और सभी ने अपनी अपनी कुर्सी में ही बैठकर अपनी बात रखी। कांग्रेस की ओर से अर्जुमन ढेबर ने पहलगाम हमले के बाद शोकाकुल देश,और राजधानी की स्थिति को देखते हुए विशेष सामान्य सभा को अनुचित बताया। बैठक में पीसीसी द्वारा नियुक्त नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी नहीं आए।
प्रस्ताव का समर्थन भाजपा के सभी पार्षदों ने किया। सभा में संबोधन 20 से अधिक पार्षदों ने किया। इनका कहना था कि एक राष्ट्र एक चुनाव का मुख्य उद्देश्य लोकसभा और सभी राज्य विधानसभा के चुनावों को एक साथ आयोजित करना है। ताकि समय, संसाधन और प्रशासनिक खर्चों की बचत हो सके तथा देश के विकास कार्यों में निरंतरता बनी रहे।
बार-बार चुनाव कराने में भारी प्रशासनिक खर्च और संसाधनों की बर्बादी होती है। एक साथ चुनाव से चुनावी खर्चों में कमी आएगी बार-बार लगने वाले आदर्श आचार संहिता के कारण विकास कार्यो परियोजनाएँ, शासकीय भर्तिया रूक जाती हैं। एक साथ चुनाव होने से बाधा दूर होगी और सरकारे अपने विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगी।
एक साथ चुनाव राजनीतिक अस्थिरता को कम करने में मदद करेगा, जिससे नीति निर्माण में स्थिरता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण सुनिश्चित होगा। इस तरह से प्रस्ताव विपक्ष के वाकआउट के बाद पारित कर दिया गया। अर्जुमन, संदीप साहू, शेख मुशीर और अन्य कांग्रेस पार्षदों ने राजधानी में जल संकट को लेकर सभा में चर्चा कराने की मांग की, इसे न मानने पर वाकआउट कर गए। इस पर महापौर मीनल ने पूरे निगम प्रशासन के पूरी सक्रियता से जल स ंकट दूर करने जुटे होने की बात कही।