रायपुर

कन्हैया अग्रवाल ने भी नामांकन खरीदा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। दक्षिण के दंगल ये लिए प्रत्याशी चयन पर कांग्रेस मे चल रहे ऊहापोह के बीच भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी मंगलवार को सुबह 11:00 बजे कुशालपुर स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना के साथ अपने चुनाव अभियान शुरू करेंगे। उसके बाद दंतेश्वरी नगर, संतोषी चौक, स्कूल चौक, पियूष नगर, जानकी चौक, शीतल नगर बाजार चौक, आदिवासी कॉलोनी, बंजारी नगर, सोनकर बाड़ी, तिरंगा चौक, साहू पर रिंग रोड मार्ग, विनोबा भावे नगर, आदर्श नगर में रमेश सिंह ठाकुर के कार्यालय जनसंपर्क किया।
सोनी की ओर से उनके वकील ने नामांकन फार्म खरीद लिया है। और वे कल परसों 23 को शुभ मुहूर्त में पांच प्रस्तावक समर्थकों के साथ पहला पर्चा दाखिल करेंगे। सोनी शुक्रवार को सांसद बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में विशाल रैली के साथ शक्ति प्रदर्शन करते हुए पर्चे का दूसरा सेट दाखिल करेंगे।
दक्षिण के दंगल के लिए बृजमोहन अग्रवाल से 2018 में सबसे कम वोटों से पराजित पूर्व प्रत्याशी कन्हैया अग्रवाल ने भी नामांकन फार्म खरीदा है। इसके साथ ही कांग्रेस अपने ही दावेदारों में उलझती दिख रही है। उधर कांग्रेस की राष्ट्रीय चुनाव समिति कल रात भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर पाई। सभापति प्रमोद दुबे के बाद कन्हैया अग्रवाल ने भी अब से कुछ देर पहले नामांकन पत्र खरीद लिया है। फार्म लेने के बाद कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पर मुझे पूरा विश्वास है, मेरे नाम पर मुहर लगेगी। इससे पहले नामांकन के तीसरे दिन सोमवार तक किल 24 ने नामांकन आवेदन खरीदे गए। इनमें से तीन अभ्यर्थियों ने अपना नामांकन जमा कर दिया है।
कांग्रेस प्रत्याशी में देरी, सीएम ने कहा यह उनका मामला है
इस बीच सीएम विष्णुदेव साय ने आज सुबह भाजपा की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा है कि रायपुर दक्षिण विधानसभा लगातार भाजपा पार्टी का रहा है। बृजमोहन अग्रवाल विधायक रहे हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में 65 हजार से ज्यादा मतों से जीते हैं।अब उपचुनाव में पूर्व सांसद सुनील सोनी वहां से जीतेंगे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशियों को टिकट नहीं मिलने पर सीएम साय ने कहा कि वे उनका मामला है, हम विपक्ष को मजबूत मानकर ही काम कर रहे हैं।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा की देरी पर पूर्व मंत्री विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कांग्रेस केवल वायनाड उपचुनाव लड़ रही है। बाकी पूरे देश में क्या हो रहा उसे पता नहीं। कांग्रेस गांधी परिवार की चाटूकारिता के अलावा कुछ नहीं कर सकती।