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नई दिल्ली, 7 अप्रैल | निजी स्वास्थ्य क्षेत्र के इकोसिस्टम की देखरेख करने वाली एक शीर्ष संस्था नैचरल-हेल्थकेयर फेडरेशन ऑफ इंडिया, ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और नीति आयोग को अपनी एक रिपोर्ट पेश् की है जिसमें आरडब्ल्यूए, मॉल, स्कूल, हवाई अड्डे और बड़े निगमों में टीकाकरण केंद्र स्थापित करने की सिफारिश् की गई है।
इन रिफारिशों में टीकाकरण प्रक्रिया में निजी डायग्नोस्टिक्स लैब और होम केयर प्रदाताओं को शामिल करने का भी सुझाव दिया गया है जिससे देश के टीकाकरण अभियान को बढ़ावा मिल सके।
फेडरेशन का मानना है कि ये कदम न केवल सामुदायिक स्तर पर टीकाकरण की संख्या में तेजी लाएंगे, बल्कि भारत में कोविड के बढ़ते मामलों को प्रभावी ढंग से लागू करने और थोड़े समय में कवरेज का विस्तार करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रतिनिधित्व में, नाथहेल्थ ने अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को शामिल करने का सुझाव दिया है, जो कुशल चिकित्सा कर्मचारियों के साथ टीकाकरण अभियान के लिए तैयार हैं।
इसने सुझाव दिया कि अस्थायी टीका केंद्रों को स्कूलों, मॉल, होटल / डॉर्मिटरी, हवाई अड्डों में स्थापित किया जा सकता है। इसके अलावा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एसओपी और परिचालन दिशानिदेशरें के अनुसार इनोक्यूलेशन ड्राइव का संचालन करने के लिए बड़े कॉपोर्रेट घर बनाए जा सकते हैं। केंद्र सरकार टीका भंडारण, हैंडलिंग, प्रशासन और प्रलेखन की सुविधा प्रदान कर सकती है।
पूरी प्रक्रिया अस्पतालों में पालन किए जाने के समान होगी, जिसमें 'कोविन' पर पंजीकरण शामिल है।
फेडरेशन ने मरीजों के लिए देखभाल की लागत को कम करने और अस्पताल प्रणाली पर बोझ को कम करने के लिए अधिक निजी होम हेल्थकेयर उद्योग के एक्सपर्ट को शामिल करने की वकालत की है। उसका मानना है कि होम हेल्थकेयर उद्योग में मौजूदा समय में संक्रमण के प्रसार को रोकने की बहुत बड़ी संभावना है। (आईएएनएस)