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टिकरी बॉर्डर पर लंगर सेवा जोरों पर
06-Feb-2021 9:07 PM
टिकरी बॉर्डर पर लंगर सेवा जोरों पर

नई दिल्ली, 6 फरवरी | दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सामुदायिक रसोई सेवा या 'लंगर सेवा' पूरे जोरों पर है। गैर सरकारी संगठन 'जमींदारा छात्र सभा' के प्रभारी और रोहतक के निवासी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आईएएनएस को बताया, "पहले दिन से हम किसानों के साथ हैं।"

उन्होंने कहा कि उन्होंने सामुदायिक रसोई सेवा शुरू करने से पहले शुरू में दो दिनों के लिए किसानों को दूध और केले दिए।

गैर सरकारी संगठन के आईटी सेल के राष्ट्रीय प्रभारी इंद्रजीत बराक ने आईएएनएस को बताया कि किसानों की सेवा करना उनका कर्तव्य है।

बराक ने आगे कहा कि जहां तक गेहूं और सब्जियों को इकट्ठा करने का सवाल है, हरियाणा के पड़ोसी गांव उनकी मदद कर रहे हैं।

बराक ने सामुदायिक रसोई सेवा का आयोजन करते समय उनके सामने आने वाली वित्तीय कठिनाइयों के बारे में भी बताया।

औसतन, लंगर सेवा के आयोजन पर प्रतिदिन लगभग 25,000 से 30,000 रुपये का खर्च आता है। बावजूद इसके उन्होंने सेवा को लगातार जारी रखा है। (आईएएनएस)

 


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