राष्ट्रीय

नई दिल्ली, 24 जुलाई । दुनियाभर के देशों के पासपोर्ट की नई रैंकिंग सामने आ गई है। पासपोर्ट इंडेक्स में भारत ने बड़ी छलांग लगाई है, जबकि पाकिस्तान का पासपोर्ट सबसे कमजोर पासपोर्ट्स में शामिल है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, दुनिया के पासपोर्ट्स की रैंकिंग में सिंगापुर शीर्ष पर है, जबकि जापान और दक्षिण कोरिया दूसरे स्थान पर हैं। इसके अलावा, भारत और यूएई जैसे देशों ने पासपोर्ट रैंकिंग में बड़ी छलांग लगाई है। भारत छह महीने में आठ स्थान की छलांग लगाकर 85वें से 77वें स्थान पर पहुंच गया है। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 के अनुसार, पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया में सबसे कमजोर पासपोर्ट्स में से एक है, जो केवल 32 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा देता है। पाकिस्तान 96वें स्थान पर है, जो सोमालिया, यमन, इराक, सीरिया और अफगानिस्तान जैसे युद्धग्रस्त देशों से बेहतर है। पिछले साल 2024 में, पाकिस्तान का पासपोर्ट यमन के साथ चौथा सबसे कमजोर था। हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक, पासपोर्ट रैंकिंग में सिंगापुर पहले स्थान पर है, जबकि जापान और दक्षिण कोरिया दूसरे स्थान पर हैं। इसके बाद सात यूरोपीय देश- डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली और स्पेन आते हैं, जो तीसरे स्थान पर हैं।
इसके अलावा, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल और स्वीडन चौथे स्थान पर हैं, जबकि न्यूजीलैंड, ग्रीस और स्विट्जरलैंड पांचवें स्थान पर हैं। साथ ही ब्रिटेन और अमेरिका की रैंकिंग में गिरावट आई है। दोनों एक-एक स्थान नीचे खिसक गए हैं। ब्रिटेन और अमेरिका पासपोर्ट रैंकिंग में गिरकर क्रमशः 6ठे और 10वें स्थान पर पहुंच गए हैं। 2015 और 2014 में वे दोनों सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट थे। इसके अलावा, सऊदी अरब ने वीजा-मुक्त पहुंच में सबसे बड़ी बढ़त हासिल की है। संयुक्त अरब अमीरात ने 10 साल में 34 स्थान की छलांग लगाई, 42वें से 8वें स्थान पर पहुंचकर टॉप 10 में शामिल हुआ है। साथ ही चीन भी 2015 से 34 स्थान ऊपर चढ़कर 94वें से 60वें स्थान पर पहुंचा। हालांकि, उसे यूरोप के शेंगेन क्षेत्र में वीजा-मुक्त प्रवेश नहीं मिला है। बता दें कि यह रैंकिंग 199 पासपोर्ट्स के वीजा-मुक्त गंतव्यों (227) के आधार पर तैयार की गई है। --(आईएएनएस)