महासमुन्द
दिन ढलते ही गांव विरान, घर से बाहर निकलने पर पाबंदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 30 अक्टूबर। कोमाखान वनपरिक्षेत्र के ग्राम पंचायत उखरा और अमेरा गांव में बीते एक महीने से रात में एक भालू आता है। अब तो रात 8 बजते ही गांव विरान हो जाता है। इसके बाद गलियों में लोगों की हलचल दिखाई नहीं देती है।
गांववालों की मानें तो भालू नजदीक के बोइरगांव और कसेकेरा पहाड़ी से कुछ ही दूर के जंगल से गांव में घुसते हैं। दरबेकेरा गांव में दिवाली के पूर्व शावक के मादा भालू ने गांव में प्रवेश कर किया था। उसने एक बुजुर्ग को घायल भी कर दिया था। वहीं अमेरा में भी एक माह पहले भी एक महिला भालू के हमले में घायल हो गई थी। लगातार हो रही घटनाओं के बाद अब ग्रामीणों ने बच्चों पर सुबह और शाम के समय घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है।
कोमाखान डिप्टी रेंजर दुलार सिन्हा ने बताया कि भालू पर निगरानी रखी जा रही है। साथ ही बीट गार्ड को गांव तैनात कर निगरानी के लिए कहा गया है।


