महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 अक्टूबर। मोंथा चक्रवात का असर बीते दो दिनों से महासमुंद जिले में दिखाई दे रहा है। आज सुबह से भी तेज ठंडी हवाएं चल रही हैं और आसमान में बादलों का डेरा है।
27 अक्टूबर से जिला मुख्यालय समेत अन्य क्षेत्रों में बारिश भी हुई। इस बारिश के कारण जिले में धान की पक चुकी धान की फसलें जमीन पर बिछ गई हैं। कई खेतों में धान की बालियां जमीन पर गिरने से पौधे उग आए हैं। मालूम हो कि जिले में 1 लाख 62 हजार पंजीकृत किसान हैं जो 1 लाख 62 हजार हेक्टेयर में धान की फसल लिए हुए हंै। हरहुना फसल के पकने के बाद अभी दीपावली त्योहार से ठीक पहले हुए बारिश से हजारों हेक्टेयर में खड़ी धान की फसल बुरी तरह प्रभावित है। जिले में इस साल अब तक 527.6 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है। इस वक्त अधिकांश खेतों में धान पककर तैयार है जो बारिश और हवा के चलते खेत में गिर गई हैं। धान के पौधों में गंभीर बीमारियां भी हो रही हैं। बीमारियों से बचाव के लिए किसान महंंगी कीटनाशक दवाइयां खरीद रहे हैं।


