महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 29 जून। श्री जगन्नाथ रथ यात्रा में इस बार भी भारी भीड़ जुटी, परन्तु कुछ युवकों के खतरनाक स्टंट करने एवं उन्हें पुलिस द्वारा नहीं रोकना चर्चा का केंद्र बना रहा। वहीं दूसरी ओर प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी मीना बाजार सजा है और इसमें प्रतिबंधित खेल भी संचालित किया जा रहा है जिससे मीना बाजार स्थल पर हजारों की भीड़ जुट रही है।
नगर के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर से शुक्रवार की शाम भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र श्रद्धालुओं को दर्शन देने रथ पर बैठ कर अपनी मौसी के घर पहुंचे। इस बीच आसपास दर्शनार्थियों एवं श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। अन्य वर्षों से अधिक दर्शनार्थी रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे। बताया जाता है कि पुलिस की लचर व्यवस्था से पूरी रथयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं की जान खतरे में बनी रही। सुबह से रात तक कोई दर्जन भर कम उम्र के लडक़े दुपहिया में तीन से चार सवारी बैठ कर मुख्य मार्ग पर स्टंट करते दिखाई दिए। इनमें से अधिकांश युवक नशे में भीड़ के बीच अत्यधिक रफ्तार से दुपहिया चलाते हुए स्टंट करते देखे गए। सब देखते हुए भी पुलिस का मूकदर्शक बने रहना चर्चा में रहा।
न पुलिस और न जनप्रतिनिधियों के भय
कम उम्र के युवा स्टंट के दौरान बिल्कुल निर्भीक दिखे, ये अपना स्टंट पुलिस, जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकारों के सामने भी दिखाते रहे। जिससे दिन भर रथ और मीना बाजार देखने आई महिलाएं भयभीत दिखीं।
मीना बाजार में प्रतिबंधित मनोरंजन भी
इधर, लगातार दुर्घटनाओं से सबक लेते शासन द्वारा हवाई झूला एवं मौत का कुआं पर अनुमति में ही प्रतिबन्ध की शर्तें थी। इसके बावजूद उक्त दोनों खतरनाक खेल जारी रहे। यहां तक की रुपयों के लेनदेन का खेल भी खुलेआम चल रहा है।