महासमुन्द

जिनकी अंगूठे की रेखाएं प्राकृतिक रूप से हल्की या मिटने वाली हैं, इस समाधान के लिए सरकार द्वारा विभिन्न उपाय किए जा रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 जून। सही राशन उपभोक्ताओं को ही राशन मिले तथा राशन को लेकर धोखाधड़ी को रोकने के उद्देश्य से खाद्य विभाग ने अब फेस ई.केवाईसी शुरू किया है। मालूम हो कि अब तक केवायसी करवाने के लिये उपभोक्ताओं को राशन दुकानों या फिर खाद्य विभाग दफ्तरों के चक्कर काटने मजबूर होना पड़ता था। लेकिन एनआईसी ने हाल ही में मेरा केवाईसी एप लांच किया है। इस पर कल गुुरुवार से ही काम शुरू किया गया है। विभागीय जानकारी अनुसार खाद्य विभाग के कर्मियों द्वारा लिंक आदि उपभोक्ताओं को भेजकर फेस ई केवायसी करने प्रशिक्षण दिया जा रहा है। फेस ई.केवाईसी को उपभोक्ता अपने एंड्रायड मोबाइल से घर बैठे ही कर सकेंगे। महज आधार नंबर डालकर ही ई.केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण हो जायेगी। मिली जानकारी के अनुसार उपभोक्ताओं के हित का राशन किसी और के घर ना जाये इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह प्रक्रिया शुरू की गई है। अब तक फिंगर से ही ई.केवाईसी हो रहा था। शासन की मंशा है कि आने वाले समय में फेस स्केन कर तथा आंखों की रेटिना को स्केन कर सही व्यक्ति तक खाद्यान्न पहुंचाये। फलस्वरूप इस पर विभाग ने काम शुरू किया है।
मालूम हो कि बैंकों में घरेलू गैस के लिये तथा अन्य फायनेंसियल क्षेत्रों में आज से पांच साल पूर्व ही फेस स्केन कर सेवाएं देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी तर्ज पर अब लोगों की राशन देने के लिये फेस ई केवायसी किया जा रहा है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन कार्ड का ई.केवाईसी कराना जरूरी है। अब नियम ये कहता है कि हर 5 साल में ई.केवाईसी अंगूठे के निशान मतलब थंब इंप्रेशन मिट जाने की समस्या आ रही है। जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ लेने में कठिनाई हो रही है। यह समस्या विशेष रूप से बुद्ध लोगों और उन लोगों में अधिक है जिनके अंगूठे की रेखाएं प्राकृतिक रूप से हल्की या मिटने वाली हैं। इसके समाधान के लिएए सरकार द्वारा विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। कई हितग्राहियों के अंगूठे के निशान मिट जाने के कारण वे सरकारी योजनाओं जैसे कि राशन कार्ड, पेंशन या अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करने या लाभ प्राप्त करने में असमर्थ हैं। यही कारण है कि अब फेस स्केन को अधिक प्राथमिकता दी जा रही है। विभाग की मानें तो फेस ई.केवाईसीए आईडी की चोरी और धोखाधड़ी के प्रयासों को रोकने में मदद करता है। अत: निकट भविष्य में राशन दुकानों में फेस स्कैन कर राशन मिल सकेगा। राशन कार्ड का ई.केवाईसी करने वालों को मोबाइल फोन और इंटरनेट सर्विस की जरूरत होगी। इसके अलावा ऑफलाइन तरीके से भी राशन कार्ड का ई.केवाईसी करा सकते हैं।
अगर मोबाइल ऐप काम नहीं कर रहा है, तो पास में स्थित राशन की दुकान से ई.केवाईसी करा सकते हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं को राशन की दुकान में जाना होगा। वहां पीओएस मशीन के जरिए अंगूठे या उंगलियों का निशान लिया जाएगा।
घर बैठे ई के वाय सी के लिए सबसे पहले मेरा केवाईसी ऐप पर जाकर अपना थंब डाउनलोड करना होगा। इसके बाद एप ओपन कर लोकेशन दर्ज करें। फिर आपको आधार नंबर, कैप्चा और ओटीपी दर्ज करना होगा। इसके बाद सभी जानकारी स्क्रीन पर शो हो जाएगी।
आप्शन चुनने के बाद कैमरा ऑन होगा जिसमें फ ोटो क्लिक कर सबमिट करें। इस तरह ई.केवाईसी पूरा हो जाएगा। जिन लोगों को ई.केवाईसी हुआ अथवा नहीं जैसा संदेह होगा वे ई.केवाईसी स्टेटस चेक कर सकते हैं।
ई.केवाईसी स्टेटस चेक करने के लिए मेरा केवाईसी ऐप ओपन करने के बाद अपना लोकेशन दर्ज कर आधार नंबर, कैप्चा और ओटीपी दर्ज करना होता है। अगर आपका केवाईसी हो चुका होगा, तो आपको स्टेटस में सही का चिन्ह दिखाई देगा।