महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 25 जून। छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी इन दिनों दो सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मंगलवार को उन्होंने संभाग स्तरीय धरना-प्रदर्शन किया, साथ ही करीब एक हजार कर्मचारियों की भीड़ के साथ लंबी रैली निकाली।
अंशकालीन को पूर्णकालीन कर कलेक्टर दर पर भुगतान और नियमित करने की मांग लेकर वे विधायक निवास पहुंचे और विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा को आवेदन सौंपा।
मालूम हो कि सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्कूल की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। छग अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के संभाग उपाध्यक्ष पुनेश्वर लहरे ने बताया कि 15 जून से प्रदेश के सभी स्कूल सफाई कर्मी दो सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को रायपुर संभाग स्तरीय धरना-प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर रायपुर, महासमुंद, गरियाबंद और बलौदाबाजार जिले से करीब 5 हजार से अधिक सफाई कर्मचारी शामिल हुए।
इनमें महासमुंद जिले के 1785 कर्मी शामिल थे। उन्होंने बताया कि साल 2011 से अंशकालीन स्कूलों में कार्यरत सफाई कर्मचारी न्यूनतम मानदेय 3400 रुपए प्रति महीने पर कार्यरत हैं। अत्यल्प मानदेय के कारण आर्थिक और मानसिक रूप से कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
बताया कि साल 2023 विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में बीजेपी ने अंशकालीन सफाई कर्मचारियों को पूर्णकालीन कलेक्टर दर पर भुगतान व नियमित करने का वादा किया था, जिसे आज पर्यंत पूरा नहीं किया गया है। इस मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। इसी क्रम में 2 जून को ब्लॉक स्तरीय, 6 जून को जिला स्तरीय और मंगलवार को रायपुर संभाग स्तरीय प्रदर्शन किया गया।
आवेदन सौंपकर याद दिलाते सचिव पुरुषोत्तम साहू ने कहा कि प्रदर्शन के बाद विधायक को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम आवेदन सौंपकर उनकी पार्टी की ओर से की गई घोषणा याद दिलाई गई है। पूर्णकालीन कलेक्टर दर पर भुगतान और युक्तियुक्तकरण के तहत समायोजन हुई शालाओं में सफाई कर्मचारियों को समायोजित करने की मांग की गई।
युक्तियुक्तकरण में सफाई कर्मियों के लिए किसी भी प्रकार की सूचना जारी नहीं की गई है।
स्कूल की सफाई करने मजबूर विद्यार्थी
गौरतलब है कि स्कूल के सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। मजबूरन छात्र-छात्राओं को स्कूल और क्लास रूम की सफ ाई करना पड़ता है।
प्रवेशोत्सव के पहले दिन ही बागबाहरा ब्लाक के ग्राम भिलाईदादर प्राथमिक शाला में बच्चे स्कूल परिसर की सफ ाई करते मिले थे। ऐसी हालात जिले के अधिकांश स्कूलों की है। सफ ाई कर्मियों की हड़ताल के चलते बच्चों को किताब की जगह झाडू़ उठानी पड़ रही है।