महासमुन्द

सौ किमी दूर से कलेक्टोरेट पहुंचे 2 दर्जन ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,18जून। जिले के कुसमीसरार सरायपाली के दर्जन भर से अधिक ग्रामीणों के फर्जी दस्तावेज से कोटवार पद हासिल करने वाले कोटवार के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान कोटवार ने समर्थन जुटाने के लिए ग्रामीणों से हस्ताक्षर न कराकर स्वयं ही सभी का हस्ताक्षर कर दिया तथा कोटवार बन बैठा। कल कुसमीसरार के ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर तथा एसपी से की है। कलेक्टर को सौंपे आवेदन में ग्रामीणों ने कहा है कि ग्राम पंचायत कुसमीसरार पटवारी हल्का नंबर 25 वृत्त सेमलिया तहसील सरायपाली में अर्जुन नंद पिता बैरागी वर्तमान कोटवार पद पर पदस्थ है। अर्जुन नंद ग्राम कुसमीसरार का कोटवार रानिमं 01 अ.56 वर्ष 2014-15 आदेश दिनांक 10.06.2015 के आधार पर प्रकरण में नियुक्ति कार्रवाई के दरम्यान ग्रामीण जनों का सहमति आवेदन दस्तावेज पेश किया है। जिसमें ग्रामीणों का नाम हस्ताक्षर के रूप में सहमति आवेदन में उल्लेखित है। जो कोटवार नियुक्ति प्रकरण में महत्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में उपयोग में लाया जाता है। उक्त प्रस्तुत सहमति आवेदन का तहसील कार्यालय में नियमानुसार प्रमाणित सत्य प्रतिलिपि प्राप्त किया गया। सहमति आवेदन में हस्ताक्षर के रूप में उल्लेखित व्यक्तियों से प्रत्यक्ष संपर्क कर उस सहमति आवेदन की छाया प्रतिलिपि में अंकित नाम को दिखाने बताने पर नामांकित व्यक्ति अपना नाम नहीं होना और हस्ताक्षर नहीं करना बताया। इस बात की सत्यता व पुष्टि के लिए 8.6.2025 को ग्रास कुसमीसरार ग्राम पंचायत भवन में बैठक रखा गया।
बैठक में ग्रामीण जन उपस्थित थे। पंचायत स्तर पर भी सहमति आवेदन में उल्लेखित नामों के रूप में जो अंकित था, जो पंचायत में उपस्थित हुए थे, ग्रामीणों को उनके हस्ताक्षर दिखाये जाने पर वे अपना हस्ताक्षर नहीं होना बताया। उपस्थित ग्रामीणों ने एक स्वर से इस संबंध में कार्रवाई की मांग की। वर्तमान कोटवार के उक्त कार्य से तथा कोटवार बनने के बाद से ग्राम में लोगों के प्रति किये जा रहे कोटवार के आचरण व्यवहार से गांव में अशांति भी व्याप्त है। ग्रामीणों ने ग्राम कोटवार द्वारा किया गया कूटरचित फर्जी दस्तावेज बनाये जाने के कृत्य के विरूद्ध जांच कर प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज किये जाने की मांग की है।