महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 नवम्बर। ठेका पद्धति समाप्त करने, सीधे वेतन भुगतान सहित 4 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलेभर के नगरीय निकायों के प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल आज 10वें दिन भी जारी है।
कल कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की तथा धरना स्थल पर ही आगामी दिनों आंदोलन की गति और भी अधिक तेज करने की बात कही। कल शाम रैली की की शक्ल में नारेबाजी करते हुए प्लेसमेंट कर्मचारियों ने कलेक्टोरेट में ज्ञापन सौंपा।
मिली जानकारी के अनुसार कर्मी 19 नवंबर से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर हैं। जिसकी वजह से बिजली, पानी तथा सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। छग नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष हीरा चौहान ने बताया कि वर्षों से प्लेसमेंट कर्मी ठेका पद्धति से काम कर रहे हैं। जिसक ी वजह से उनका वेतन नियमित नहीं रहता। इसके पूर्व भी हड़ताल कर चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए इस बार वे लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं। यदि आवश्यकता पड़ी तो वे इसे लेकर अनशन भी कर सकते हैं। समय-समय पर धरना-प्रदर्शन कर मांगों से शासन को अवगत कराते आ रहे हैं। लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे छग के 184 निकायों में कार्यरत 20 हजार प्लेसमेंट कर्मचारी व उनके परिजनों में आक्रोश है। यदि शासन द्वारा हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं ली तो आंदोलन और भी उग्र होगा।
बताना जरूरी है कि महासमुंद जिले में कुल 350 प्लेसमेंट कर्मचारी कार्यरत हैं। जिलाध्यक्ष ने बताया कि जिले के 5 नगरीय निकायों महासमुंद में 157, बसना 40, सरायपाली 56, बागबाहरा में 63, तुमगांव 17 तथा पिथौरा में 14 कर्मचारी हैं। कर्मियों का कहना है कि विगत 15.20 वर्षों से तृतीय व चतुर्थ वर्ग कर्मियों के समकक्ष कार्यों का निर्वहन करते हैं।