महासमुन्द

कोरोना काल में प्रभावित पढ़ाई का सर्वे शुरू
05-Sep-2021 5:51 PM
कोरोना काल में प्रभावित पढ़ाई का सर्वे शुरू

कमजोर बच्चों के लिए विशेष प्लानिंग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 सितम्बर।
कोरोना काल में चौपट हुई शिक्षा के कारण बच्चों की पढ़ाई कितनी प्रभावित हुई है, बच्चे पिछली कक्षा में कितना सीख पाए हैं और कितना जान पाए हैं? इसके लिए शिक्षा विभाग ने सर्वे शुरू किया है। यह सर्वे केवल कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए तैयार किया गया है। पहले चरण बेस लाइन का सर्वे 28 अगस्त से शुरू हो चुका है। इसके तहत बच्चों के पिछली कक्षा की शिक्षा की स्थिति को जानने के लिए लिखित परीक्षा ली जा रही है। इसी के तहत तुमगांव संकुल क्षेत्र के प्राथमिक शाला में बच्चों की परीक्षा ली जा रही है।

पहले चरण का सर्वे 10 सितंबर तक चलेगा। सर्वे में जो बच्चे कमजोर निकलेंगे, उनके लिए वर्तमान कक्षा के साथ पिछली कक्षा की पढ़ाई के लिए विशेष प्लानिंग तैयार की जाएगी। हालांकि यह बच्चों की संख्या के आधार पर तय होगा कि ऐसे बच्चों की पढ़ाई के लिए एक्स्ट्रा क्लासेस लगाया जाए या फिर रूटीन की कक्षाओं में ही ऐसे बच्चों को पढ़ाई कराई जाए। इस सर्वे में जिले के 1.18 लाख बच्चे शामिल होंगे।

इस मामले में बीआरसी के प्रभारी जागेश्वर सिन्हा ने बताया कि कोरोना काल में हुई पढ़ाई का आंकलन किया जा रहा है। आंकलन के लिए तीन चरण में परीक्षा होगी। इसमें छात्र जिस कक्षा में हैं, उस कक्षा के अलावा दो निचली कक्षाओं के कोर्स को भी इस आंकलन में शामिल किया गया है। यदि छात्र तीनों कक्षा में से किसी भी कक्षा में कमजोर निकलता है तो उसे उसी कक्षा की पढ़ाई फिर से कराई जाएगी।

पहला चरण बेसलाइन सर्वे में पूर्व और उसके पहले की कक्षा का आंकलन होगा। ये सर्वे 30 अंक का होगा। जिसमें तीनों कक्षाओं से संबंधित सवाल बच्चों से पूछ जाएंगे। इसके बाद बच्चों की ग्रेडिंग तैयार होगी। इसी ग्रेड के आधार पर बच्चों को सितंबर, अक्टूबर और नवंबर महीने में बच्चों को पढ़ाई कराई जाएगी।
दूसरे चरण में केवल वर्तमान कक्षा का आंकलन होगा। इसमें विषयगत 60 प्रतिशत पाठ्यक्रम का आंकलन होगा। यह 40 नंबर का होगा। इस परीक्षा के बाद तैयार ग्रेड के आधार पर बच्चों का जनवरी और फरवरी में मूल्यांकन किया जाएगा। तीसरे चरण एंड लाइन सर्वे में वर्तमान कक्षा का आंकलन होगा और शेष 40 प्रतिशत पाठ्यक्रम के प्रश्न इमसें शामिल किए जाएंगे। इसी आधार पर मार्च महीने में बच्चों का मूल्यांकन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि हर सर्वे के बाद बच्चों की ग्रेडिंग तय की जाएगी।
जिस छात्र ने 91 से 100 प्रतिशत अंक हासिल किया है, उसे ए प्लस, 81 से 90 प्रतिशत पर ए, 71 से 80 प्रतिशत वाले को बी प्लस,  61 से 70 प्रतिशत वाले को बी प्लस,  51 से 60 प्रतिशत वाले को सी प्लस,  41 से 50 प्रतिशत वाले को सी,  33 से 40 प्रतिशत वाले को डी ग्रेड दिया जाएगा।

छात्रों के आंकलन के लिए प्रश्न.पत्र राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा तैयार किया गया है। तैयार प्रश्नों को संबंधित डीईओ को भेजा है। डीईओ द्वारा स्कूलों में प्रसारित कर दिया है। शिक्षक सुविधा अनुसार आंकलन के लिए दिन तय कर परीक्षा ले रहे हैं। वे प्रश्नों को ब्लैक बोर्ड में लिखते हैं और उस विद्यार्थी उत्तरपुस्तिका में हल करते हैं।


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