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'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 16 जून। राजस्थान के अलवर से रायपुर पहुंचे सात बच्चे ये सभी यलगार में एक कंपनी में काम करते थे। लॉकडाउन से इनका काम बंद हो चुका था। किराए के मकान पर रहते थे। धीरे-धीरे पैसा खत्म होने लगा किराए के मकान के लिए पैसा भी नहीं था ऐसे में इन्होंने अपने घरवालों को फोन कर पैसे भेजने की बात की। घरवालों ने इनके खाते पर पैसा डाला। और खुद से प्राइवेट गाड़ी कर 6000 प्रति व्यक्ति के हिसाब से लिया। और इन्हें रायपुर तक छोड़ा गया यह सभी नाराज भी हैं सरकार से क्योंकि इन्होंने आवेदन दिया था नागदोन के बाद कि हमें छत्तीसगढ़ वापसी करनी है। लेकिन प्रशासन द्वारा ना तो इन्हें कोई मैसेज आया और न ही इन्हें किसी ने कांटेक्ट करने की प्रयास की यह सभी बच्चे भाजपा के शासनकाल पर चालू किया गया कौशल योजना के तहत वहां काम करने गए थे। ये बच्चे कांकेर व चौकी छुरिया के बच्चे हंै। ये लोग नूरानी चौक राजातालाब माकपा राज्य कार्यालय पर रुके हुए हैं। (तस्वीर और जानकारी 'छत्तीसगढ़' अखबार जय गोस्वामी)