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सातारा, 27 अक्टूबर। महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने सोमवार को कहा कि सातारा में कथित तौर पर आत्महत्या करने वाली 28 वर्षीय सरकारी महिला डॉक्टर दिवाली पर आरोपी प्रशांत बनकर के घर गई थी और इस दौरान दोनों के बीच बहस हुई, जिसके बाद वह वहां से चली गई थी।
बनकर और निलंबित पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल बदने को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
चाकणकर ने सातारा जिले के फलटण में पत्रकारों से बात की, जहां महिला चिकित्सक सरकारी अस्पताल में काम करती थी।
मध्य महाराष्ट्र के बीड जिले की रहने वाली चिकित्सक बृहस्पतिवार रात फलटण के एक होटल के कमरे में फंदे से लटकी मिली थी। अपनी हथेली पर लिखे ‘सुसाइड नोट’ में उसने आरोप लगाया कि उपनिरीक्षक गोपाल बदने ने उससे कई बार बलात्कार किया, जबकि सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था।
चाकणकर ने कहा, ‘‘महिला चिकित्सक और दोनों आरोपियों के कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि वह मार्च तक बदने के संपर्क में थी और उसके बाद उनके बीच कोई बातचीत नहीं हुई।’’
चाकणकर ने कहा, ‘‘कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से यह भी पता चलता है कि महिला चिकित्सक बनकर के भी संपर्क में थी। लक्ष्मी पूजन वाले दिन वह बनकर के घर गई थी। ऐसा लगता है कि तस्वीरें ठीक से न खींचे जाने के कारण दोनों में बहस हुई। इसके बाद महिला चिकित्सक बनकर के घर से चली गई। बनकर के पिता उसे वापस घर ले आए, लेकिन वह फिर से एक लॉज में रहने चली गई।’’
उन्होंने बताया कि महिला ने बनकर को संदेश भेजकर संकेत दिया था कि वह कोई बड़ा कदम उठाएगी और प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि यह फंदा लगाकर आत्महत्या करने का मामला है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस मामले में कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल है या नहीं। (भाषा)


