खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

खुद के पैरों पर चलकर कलेक्टर को आभार देने आया दिव्यांग परेटन निषाद
10-Mar-2023 6:58 PM
खुद के पैरों पर चलकर कलेक्टर को आभार देने आया दिव्यांग परेटन निषाद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

खैरागढ़, 10 मार्च। कृत्रिम पैर लगने के बाद परेटन निषाद खुद चलते हुए केसीजी कलेक्टर डॉ जगदीश सोनकर का आभार प्रकट करने आया। दिव्यांग परेटन निषाद पिता स्व.देशी निषाद उम्र 45 वर्ष ग्राम मजगाव, गंडई जनपद पंचायत छुईखदान को नि:शुल्क कृत्रिम पैर लगाने जिला कार्यालय में आवेदन दिया था। इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए कलेक्टर डॉ.जगदीश सोनकर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए और उनको फिजिकल रिफरल रिहैबिलिटेशन सेंटर समाज कल्याण परिसर माना कैंप रायपुर भेजा, जहां उन्हें नि:शुल्क कृत्रिम पैर लगाया गया।

 केसीजी के समाजकल्याण विभाग के उपसंचालक गणेश राम ने बताया कि डॉ. सोनकर के प्रयास से कृत्रिम पैर एक माह ही में स्वीकृत हो गया, परेटन निषाद को बकायदा पांच दिन सेंटर माना में रखा गया,अब वह सकुशल वापस आ चुका है। विगत दिनों अपने कृत्रिम पैर से चलते हुए वह कलेक्ट्रेट शाखा पहुंचकर कलेक्टर का आभार व्यक्त किया,उन्होंने कहा कि आपकी वजह से ही मैं अब चल फिर सकता हूं,अपनी दैनिक दिनचर्या को कर पाता हूं।

11000 वोल्ट की चपेट में आने से उसने खो दिया था अपना पैर

गंडई मजगांव निवासी परेटन निषाद ने बताया कि मैं अपने परिवार का एकमात्र सदस्य कमाने वाला था जो ट्रक चालक रहते हुए अपने परिवार का भरण पोषण करता था।नवंबर 2017 में कवर्धा के पास ट्रक को पीछे लेते हुए मेरी ट्रक 11000 वोल्ट के खंबे से टकराई और खंबा टूटकर ट्रक में गिर गया जिससे मेरे दोनो पैर व हाथ बुरी तरह झुलस गया था जिसमे एक पैर को काटना पड़ा,तब से मैं अपाहिज होकर जीवन व्यतीत कर रहा था,मैं शुक्रगुजार हूं समाजकल्याण विभाग का मैं सोचा भी न था कि इस तरह कभी अपने पैरों से चल पाऊगा।

उन्होंने आगे कहा कि सचमुच छत्तीसगढ़ सरकार गरीबों की सरकार है,जब मैंने आर्थिक सहायता हेतु जनपद पंचायत छुईखदान में गुहार लगाई,तो जनपद पंचायत की पहल पर मुझे मुख्यमंत्री राहत कोष से 25000 रु प्राप्त हुआ,जो दवाईयों व अन्य खर्चों के काम आया।


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