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सेल्फ ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट
04-Sep-2020 12:56 PM
सेल्फ ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट

गूगल कंपनी के  सेल्फ ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट से बनी इलेक्ट्रिक कारें कुछ ही सालों में सडक़ों पर उतार दी जाएंगी। शुरू में कार में स्टियरिंग, ब्रेक और एक्सीलरेटर भी होंगे लेकिन बाद में इन्हें कारों से पूरी तरह हटा लेने की योजना है। 

जर्मनी की सैनिक यूनिवर्सिटी भी सेल्फ ड्राइविंग गाड़ी बना रही है।  इसमें लेजर की मदद से सतह का थ्रीडी नक्शा बन कर कंप्यूटर तक पहुंचता है।  इससे कार की स्थिति का पता चलता है।  गूगल पिछले काफी समय से कैलिफोर्निया में अपने मुख्यालय में सेल्फ ड्राइविंग कारों को टेस्ट कर रही है।  टेस्टिंग के दौरान कार में एक ड्राइवर भी होता है।  कानून के हिसाब से कार जो भी करे उसके लिए इंसान की ही जिम्मेदारी बनेगी।  सडक़ों पर दुर्घटनाएं आम हैं।  गूगल को उम्मीद है कि ये सेल्फ ड्राइविंग कारें इंसानों से कम गलतियां करेंगी और दुर्घटनाएं भी कम होंगी। इन्हें इस तरह से बनाया गया है कि ड्राइविंग बेहद सुरक्षित हो।  एक आम यूएसबी कैमरे की तरह काम करने वाली ऑप्टिकल आंखें, छोटा सा रडार सेंसर और जीपीएस के आंकड़े। यही होंगे बिना ड्राइवर की कार के आंख और कान। 

अब बिना इंसान की जान को जोखिम में डाले खतरनाक इलाकों में गाडिय़ों को भेजा जा सकेगा, चाहे जहरीली गैसों वाली खदान हो या परमाणु खतरा।  पोलैंड की सैनिक अकादमी में ऐसी ही एक बिना ड्राइवर वाली गाड़ी बनाई जा रही है। 
 


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