सामान्य ज्ञान

1 जनवरी 2013 की रिपोर्ट के अनुसार ग्रीस देश जबरदस्त संकट में घिरा हुआ है। ग्रीस के यूरो जोन में बने रहने की कोशिशें लगातार नाकाम होती नजर आ रही हैं। यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने भी ग्रीस में आपात फंडिंग बढ़ाने से साफ इनकार कर दिया है। इसके अलावा ग्रीस के सभी बैंक अगले 7 दिनों तक बंद रहेंगे और एटीएम से भी 60 यूरो से ज़्यादा निकालने पर रोक लगा दी गई है।
ग्रीस के डिफॉल्ट होने की नींव 1999 में यहां आए विनाशकारी भूकंप को भी कहा जा सकता है। इस भूकंप में देश का ज्यादातर हिस्सा तबाह हो गया था और लगभग 50 हजार इमारतों का पुनर्निर्माण करना पड़ा था। यह सारा काम सरकारी धन खर्च करके किया गया। यूरो जोन से जुडऩा भी ग्रीस की भारी भूल मानी जा रही है। हालांकि ग्रीस यूरो जोन से जुडऩे वाला पहला देश नहीं था, लेकिन उसने 2001 में ऐसा किया। यूरो जोन में आने से उसे कर्ज मिलने में आसानी होने वाली थी। लेकिन उसका यह फैसला उसके लिए भारी पड़ता दिख रहा है।
2004 के ओलिंपिक खेलों के लिए ग्रीस ने यूरो जोन से बड़ी मात्रा में कर्ज लिया था। माना जाता है कि सरकार ने ओलिंपिक के सफल आयोजन के लिए अनापशनाप खर्च किया, जिसके कारण मौजूदा संकट पैदा हुआ है। ओलिंपिक के लिए सिर्फ सात साल के दौरान ही लगभग 12 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च किए गए।
रॉयटर्स के आकलन के मुताबिक ग्रीस अब तक 242.8 अरब यूरो का कर्ज ले चुका है। इसमें सबसे ज्यादा कर्ज जर्मनी ने दिया है । वर्ष 2010 से अब तक यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से ग्रीस को दो राहत पैकेज दिए जा चुके हैं। मार्च 2016 तक अलग अलग किस्तों में इन्हें दिया जाना था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष-आईएमएफ ने 48.1 अरब यूरो देने की पेशकश की। मार्च 2016 तक इनमें से 16.3 अरब यूरो दिया जाना बाकी है। पुरानी राशि 3.5 फीसदी की ब्याज दर पर दी गयी है।
यूरोपीय केंद्रीय बैंक- ईसीबी के पास ग्रीस के 18 अरब यूरो के बॉन्ड हैं। ग्रीस के यूरोजोन छोड़ देने पर इनकी कीमत बेहद कम हो जाएगी। जुलाई और अगस्त तक ग्रीस को 6.7 अरब यूरो चुकाने हैं। वर्ष 2010 में यूरोजोन के सदस्य देशों ने ग्रीस को कुल 52.0 अरब यूरो का कर्ज दिया गया। वर्ष 2012 में दूसरे राहत पैकेज के साथ यह राशि बढ़ कर 141.8 अरब यूरो हो गयी। यूरोजोन के देशों में से जर्मनी सबसे बड़ा कर्जदाता है। वह अब तक 57.23 अरब यूरो दे चुका है। इसके बाद नंबर आता है 42.98 अरब यूरो के साथ फ्रांस का।
37.76 अरब यूरो के साथ इटली भी बड़े कर्जदारों में शामिल है। स्पेन की ओर से 25.1 अरब यूरो का कर्ज दिया जा चुका है। यूरोजोन के देश कर्ज की समय सीमा को 15 से बढ़ा कर 30 साल कर चुके हैं और ब्याज दर भी महज 0.5 फीसदी है, जो आईएमएफ की तुलना में बेहद कम है। ग्रीस ने इसके बाद भी और कर्ज की इच्छा जताई है। आईएमएफ से उसे समर्थन मिला लेकिन यूरोजोन के देशों ने इससे इंकार किया है। यूरोजोन में बने रहने के लिए ग्रीस को कुछ शर्तें माननी होंगी।