सामान्य ज्ञान

मैथलीशरण गुप्त
04-Aug-2022 9:18 AM
मैथलीशरण गुप्त

पंचवटी, यशोधरा, साकेत जैसी कालजयी रचनाओं के कवि मैथलीशरण गुप्त का जन्म 3 अगस्त, 1886 में झांसी के चिरगांव में हुआ था।

12 साल से उन्होंने ब्रजभाषा में कविता लिखना शुरू किया। नर हो न निराश करो मन को, कुछ काम करो, कुछ काम करो.. कविता लिखने वाले मैथिलीशरण गुप्त ने 1914 में राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत  भारत भारती  लिखी।  1916-17 में उन्होंने  साकेत लिखना शुरू किया जिसमें उर्मिला के प्रति उपेक्षा भाव को खत्म करने की कोशिश की गई।  इसके बाद उन्होंने खुद पुस्तक प्रकाशन शुरू किया। 1931 में उन्होंने  पंचवटी  लिखी। महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्रकवि का दर्जा दिया।  1953 में उन्हें पद्मविभूषण और फिर 54 में पद्मभूषण प्रदान किया गया।  उनके काव्य में राष्ट्रीय चेतना, धार्मिक भावना और मानवीय उत्थान की भावना अहम है।   भारत भारती  के तीन खण्डों में देश का अतीत, वर्तमान और भविष्य दिखाया गया है। 12 दिसंबर 1964 को दिल का दौरा पडऩे से उनका निधन हो गया।


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