सामान्य ज्ञान
कैश रिजïर्व यानी सीआरआर वह आनुपातिक राशि है, जो बैंकों से ली जाती है। जिससे खातेदार के पैसे की सुरक्षा बनी रहे। इस समय सीआरआर 15 प्रतिशत है जिसक मतलब ये हुआ कि अगर बैंक के पास सौ रुपए जमा होते हैं, तो उसमें से पंद्रह रुपए वह भारतीय रिजर्व बैंक के पास जमा करा देता है। यानी इन पंद्रह रुपए का निवेश नहीं होता है। ये वित्तीय बाजारों से बाहर हो जाते हैं।
अगर बैंक सौ रुपए लेता है तो उससे कई गुना अधिक निवेश कर सकता है। इसलिए अगर किसी समय बैंक मुश्किल में आ जाए तो ये पंद्रह रुपए तो सुरक्षित रखे ही हैं। हालांकि खातेदार के एक लाख रुपए का बीमा होता है। जहां तक देश की अर्थव्यवस्था का सवाल है तो अगर मुद्रास्फीति बढ़ जाती है तो भारतीय रिजर्व बैंक कैश रिजर्व रैशों भी बढ़ा देता है ताकि और अधिक रुपए सुरक्षित रह सके और बैंक उसी अनुपात में कम उधार दे सकें। इससे मुद्रा स्फीति अपने आप कम हो जाती है।


