सामान्य ज्ञान
चार आर्य सत्य कौन-कौन से हैं?
02-Jun-2021 1:02 PM

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चार आर्य सत्य बौद्ध धर्म के धार्मिक सिद्धांत का मूल तत्व हैं, जिसका प्रतिपादन गौतम बुद्ध ने बोधत्व प्राप्ति के कुछ समय बाद भारत में बनारस के पास मृग उद्यान में अपने प्रथम उपदेश में किया था। ये चार सत्य हैं- 1. दुख का अस्तित्व 2. दुख का कारण या दुख - समुदय,3. इसका उनमूलन किया जा सकता है, या दुख निरोध और 4. इसे प्राप्त करने के लिए मार्ग हैं, जिसे अष्टांगिक मार्ग कहते हैं।
इन चार सत्यों को बौद्ध धर्म के सभी मतों के लोग समान रूप से स्वीकार करते हैं, दुख के कारणों की व्याख्या 12 स्वतंत्र चरणों के एक सूत्र में की गई है, जो आने और होने के अनंत चक्र का निर्माण करते हैं। पुनर्जन्म से मुक्ति और दुख भोग के अंत से ही इस चक्र को तोड़ा जा सकता है।
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