सामान्य ज्ञान
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) और यूरोपीय संघ (ईयू) ने 16 मई 2016 को संकट क्षेत्र में शिक्षा पर आपातकालीन सबक अभियान( Emergency Lessons campaign) शुरु करने की घोषणा की है। यह अभियान सोशल मीडिया पर आधारित जन जागरुकता अभियान है। इसका उद्देश्य 20 मिलियन यूरोपीय नागरिकों तक पहुंचना और आपातकाल की वजह से प्रभावित होने वाले बच्चों के लिए शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालना है।
आपातकालीन सबक अभियान मुख्य रूप से 25 वर्षीय लोगों और युवाओं को लक्षित करता है। आगामी सात महीनों तक आपातकाल द्वारा प्रभावित बच्चों की कहानियों को सोशल मीडिया पर साझा किया जाएगा। यह ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया और यूनाइटेड किंग्डम जैसे देशों को कवर करेगा। इसका उद्देश्य इन देशों के लोगों को उन लाखों बच्चों और युवाओं, जिनकी शिक्षा आपातकाल की वजह से बाधित हुईं हैं, की तरफ से अपनी आवाज बुलंद करने के लिए प्रेरित करना है। यह गिनी, इराक, नेपाल और यूक्रेन जैसे देसों में आपातकाल में जीवन बसर कर रहे बच्चों के वास्तविक जीवन के अनुभवों पर आधारित है।


