सामान्य ज्ञान
टिटहरी मध्यम आकार के जलचर पक्षी होते हैं, जिनका सिर गोल, गर्दन व चोंच छोटी और पैर लंबे होते हैं। नर अपनी मादा को हवाई करतबों से रिझाता है, जिनमें उड़ान के बीच में तेज गति से चढ़ाव, पलटे और चक्कर होते हैं। यह तेज़ चक्करों, हिचकोलों और लुढक़न भरी उड़ान है, जिसमें कुछ अंतराल पर पंख फडफ़ड़ाने की ऊंची ध्वनि दूर तक सुनाई देती है। ये धरती पर मामूली सा खोदकर अथवा थोड़े से कंकरों से घिरे गढ्डे में घोंसला बनाते हैं। इनका प्रजनन मॉनसून के समय मार्च से अगस्त के दौरान होता है।
दक्षिण एशिया में नौ प्रकार की टिटहरियां पाई जाती हैं- सफ़ेद पूंछ वाली, झुंड में रहने वाली, धूसर रंग के सिर वाली, लाल गलचर्म, पीले गलचर्म, श्रीलंकाई लाल गलचर्म वाली, बर्मा की लाल गलचर्म, उभरे हुए पंख वाली, उत्तरी इलाके की टिटहरी, जिसे पीविट या हरी चिडिय़ा भी कहते हैं। लाल और पीले गलचर्म वाली टिटहरी काफ़ी आम है और बहुतायत में पाई जाती है।


