सामान्य ज्ञान
भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, चीन, मध्य एशियाई गणराज्यों एवं मलेशिया में पाई जाने वाली मुस्लिम सूफियों की रूढि़ वादी बिरादरी को नक्शबंदिया कहा जाता है, जो अपनी वंशावली को पहले खलीफा अबु बक्र से जोड़ती हैं।
बुखारा तुर्कीस्तान में इस संप्रदाय के संस्थापक बहाउदद्दीन को अन-नक्श बंद चित्रकार कहा जाता था, क्योंकि मान्यता के अनुसार उनके द्वारा निर्धारित अनुष्ठïान जिक्र से दिल पर खुदा की छाप पड़ती थी। और इसलिए उनके अनुयायी नक्शबंदिया कहलाने लगे। इस संप्रदाय को जनसमर्थन नहीं मिला। क्योंकि इसकी स्तुतियां बहुत शांत है और मन ही मन जिक्र के जाप पर जोर देती हैं। अहमद सरहिंदी (1564-1624 ) के सुधारवादी उत्साह के कारण 17वीं सदी में भारत में नक्शबंदियों को पुनर्जीवन मिला और उन्होंने 18 वीं एवं 19 वीं सदी में पूरे इस्लामी जगत के मुस्लिम जीवन के सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


