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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 मार्च। बांगो थाने के सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार की 15 दिन पहले हुई हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। होली के दिन डीजे बजाने और उसे जब्त करने के चलते रंजिशवश आरोपी युवक ने उसे कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर मार डाला था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि बांगो के थाना प्रभारी एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार का लहूलुहान शव उनके बैरक में 10 मार्च की सुबह मिला था। प्रथम दृष्टया हत्या का मामला देखते हुए पुलिस अधीक्षक उदय किरण और उनकी टीम डॉग स्क्वाड और साइबर सेल के साथ घटनास्थल पर पहुंची। हत्या के अज्ञात आरोपी को पकड़ने के लिए एसपी ने टीम बनाई जिसमें बिलासपुर की साइबर टीम को भी रखा गया। घटना के अनुमानित समय 9 मार्च रात 12 बजे से अगले दिन सुबह 6:00 बजे तक एक संदेही करण गिरी का लोकेशन मृतक एएसआई के बैरक के आसपास मिला। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो वह बार-बार अपना बयान बदलने लगा। इस बीच पुलिस को जानकारी मिली थी होली की रात 9 मार्च को रात लगभग 9:30 बजे एएसआई के साथ भ्रमण कर रही पुलिस टीम ने करण गिरी को तेज आवाज में डीजे बजाने से रोक दिया और उसका साउंड सिस्टम जब्त कर लिया था। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी करण गिरी टूट गया।
उसने बताया कि वे लोग जब होली मना कर लौट रहे थे, तब पुलिस ने डीजे पर कार्रवाई की और उसके साउंड सिस्टम को जब्त कर लिया था। इस टीम में एएसआई परिहार भी शामिल थे। पुलिस ने उसे ठीक से होली नहीं मनाने दिया, इससे आक्रोशित हुआ और उसी रात उसने परिहार का मर्डर करने की ठान ली। रात में जब पुलिस गश्त बंद हो गई और सड़क सूनसान हो गई तो उसने परिहार के कमरे का दरवाजा खटखटाया। जैसे ही परिहार ने दरवाजा खोला, आरोपी ने उन पर टंगिया से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। परिहार के जमीन पर गिरते ही वहां से वह भाग गया। उसने पास भी झाड़ी में टंगिया को छुपा दिया। इसके बाद घर आकर सो गया।
आरोपी का कहना है कि उसके साथ और कोई मर्डर में शामिल नहीं था। हालांकि पुलिस इस बारे में अभी तहकीकात कर रही है। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा , 21 मार्च। पोषण अभियान अंतर्गत जिले में 20 मार्च से 3 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष कोरबा शिवकला कंवर ने जिले में बाइक रैली को हरी झण्डी दिखाकर पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ किया। इस जागरूकता रैली में राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना उपाध्याय ने स्वयं स्कूटी चलाते हुए साथ में स्कूटी के पीछे सीट पर जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रीति खोखर चखियार को बिठाकर जिले में लगभग 5 किलोमीटर तक स्कूटी चलाया। उन्होंने इसके माध्यम से लोगों को पोषण एवं स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया।
यह रैली कलेक्टोरेट परिसर से निकलकर कोसाबाड़ी चौक होते हुए घंटाघर से बुधवारी बाजार से आईटीआई चौक होते हुए अपने गंतव्य स्थान में वापस आकर संपन्न हुआ। इस वर्ष पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत मुख्य रूप से 3 थीम अनुसार गतिविधि आयोजित की जा रही है। इसके अंतर्गत पोषण कल्याण के लिए श्री अन्न मिलेट्स का प्रचार प्रसार और लोकप्रियता, स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा एवं सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र से संबंधित थीम के अनुसार 3 अप्रैल तक प्रतिदिन कैलेंडर अनुसार गतिविधि आयोजित की जाएगी। इस गतिविधि में जिले के समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों में लोगों को सुपोषण के संबंध में जागरूक किया जाएगा। साथ ही आयोजित गतिविधियों को पोषण ट्रैकर ऐप में भी प्रतिदिन इंद्राज किया जाएगा। पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत मिलेट्स से बने व्यंजनों की प्रतियोगिता, प्रदर्शनी एवं मिलेट्स जागरूकता कैम्प का भी आयोजन किया जाएगा। स्वसहायता समूह के सहयोग से मिलेट्स से बना हुआ तिरंगा थाली का भी प्रदर्शन किया जाएगा। पोषण पखवाड़ा के दौरान स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत छह वर्ष तक के बच्चों का वजन लंबाई एवं ऊंचाई मापन किया जाएगा।
पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत समुदाय आधारित गतिविधियों जैसे-सुपोषण चौपाल, महिला समूहो की बैठक, पालको का बैठक करना तथा लिंग संवेदनशील, जल प्रबंधन, एनीमिया की रोकथाम व प्रबंधन के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इस पखवाड़ा में विभिन्न विभागों का भी समन्वय किया जा रहा है, ताकि कोरबा जिले में लोगों को कुपोषण के प्रति व एनीमिया रोकथाम के लिये जागरूक किया जा सकें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा श्रीमती चखियार ने बताया कि भारत सरकार व छत्तीसगढ़ राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत राज्य में 3 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
पोषण पखवाड़ा अंतर्गत आंगनबाड़ी स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम का दिवस के अनुसार कैलेंडर जारी किया गया है। इस दौरान प्रतिदिन अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन कर व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर पोषण सम्बन्धित व्यवहार परिवर्तन का प्रयास किया जाएगा।
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कोरबा, 20 मार्च। प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा से परिचालित हो रही समस्त यात्री गाडिय़ों का परिचालन पूर्व की ही भांति गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल किए जाने के लिए रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को पत्र लिखा है।
राजस्व मंत्री ने रेल मंत्री को लिखे पत्र में कोरबा क्षेत्र के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मण्डल अन्तर्गत कोरबा जिला एक महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र है, जहां एशिया की सर्वाधिक कोयला उत्पादक खदानों के साथ ही केन्द्र व राज्य सरकार के अलावा निजी क्षेत्र के अनेक विद्युत संयंत्र स्थापित हैं।
पत्र में इस बात पर विशेष जोर दिया गया है कि सभी प्रतिष्ठानों में देश के प्राय: सभी राज्यों के लोग कार्यरत हैं और समस्त औद्योगिक गतिविधियों की वजह से कोरबा एक प्रमुख व्यावसायिक केन्द्र के साथ ही ऊर्जाधानी के रूप में भी अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है।
कोरबा अंचल के रेल यात्रियों की आवश्यकताओं को प्रमुखता से रखते हुए पत्र में लिखा गया है कि विभिन्न प्रतिष्ठानों में कार्यरत कर्मचारियों व उनके परिजनों, व्यापारियों व अलग-अलग प्रतिष्ठानों में व्यावसायिक कार्यों के सिलसिले में अलग-अलग क्षेत्रों से लोगों के आने-जाने के लिए मुम्बई हावड़ा रेलमार्ग पर चांपा जंक्शन से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर कोरबा रेलवे स्टेशन है और इस मार्ग से आगे विभिन्न कोयला खदानों के केन्द्र बिन्दु तक खदान कर्मियों व निकटवर्ती क्षेत्रों के निवासियों के आवागमन की सुविधा के लिए रेल सुविधा का विस्तार गेवरा रेलवे स्टेशन तक किया गया है जिसकी दूरी कोरबा रेलवे स्टेशन से लगभग 7 किलोमीटर है।
जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में आगे लिखा है कि यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्व में लोकल व लम्बी दूरी की समस्त रेलगाडिय़ों यथा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (कोरबा-अमृतसर), शिवनाथ एक्सप्रेस (कोरबा-नागपुर), कोचीन एक्सप्रेस (कोरबा-कोचीन) के साथ ही सभी लोकल व मेमू रेलगाडिय़ों का गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से किया जाता था जो वर्ष 2020 में कोविड काल से अस्थाई तौर पर बन्द कर दिया गया था।
पत्र में आगे यह भी लिखा है कि लगभग एक वर्ष पूर्व से जब स्थितियां सामान्य हो गई हैं और देश के सभी रेलखण्डों की सभी मेल-एक्सप्रेस, पैसेंजर व लोकल रेलगाडिय़ों का परिचालन पूर्व की भांति यथावत बहाल कर दिया गया है, ऐसी स्थिति में कोरबा की आम जनता रेलवे की इस सुविधा से आज भी वंचित है।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि पूर्व में गेवरा रोड से परिचालित हो रही समस्त रेलगाडिय़ों को अस्थाई तौर पर अनिश्चितकाल के लिए बन्द कर दिया गया था और वर्तमान में उन सभी रेलगाडिय़ों का परिचालन कोरबा रेलवे स्टेशन से किया जा रहा है।
रेल मंत्री के ध्यान में यह भी लाया गया है कि इस संबंध में स्थानीय तौर पर अनेक मंचों के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से दक्षिण पूर्व मध्य रेल मंडल बिलासपुर के संबंधित अधिकारियों से कई बार व्यक्तिगत मुलाकात कर ज्ञापन देकर जनसुविधा की दृष्टि से कोरबा के स्थान पर समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन गेवरा रोड से तत्काल बहाल किए जाने का अनुरोध भी किया गया है। मंत्री अग्रवाल ने आगे लिखा है कि इस विषय पर अधिकारियों द्वारा केवल आश्वासन ही दिया गया लेकिन वास्तव में आज तक उनकी तरफ से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है और परिणाम यह है कि गेवरा रोड, दीपका, कुसमुण्डा, जैसी प्रमुख खदानों में कार्यरत हजारों कर्मचारियों व निकटवर्ती क्षेत्रों के निवासियों को आज भी इस इस सुविधा की बहाली के लिए रेलवे विभाग द्वारा की जाने वाली उदारता का बेसब्री से इंतजार है।
रेल मंत्री के संज्ञान में लाते हुए राजस्व मंत्री ने पत्र में आगे लिखा है कि कोरबा से गेवरा रोड तक दोहरी रेल लाईन विद्युतीकरण सुविधा के साथ उपलब्ध है जिसका वर्तमान समय में एकमात्र उपयोग कोयला परिवहन के लिए ही किया जा रहा है।
जिन रेल पटरियों पर कोयले का निर्वाध परिवहन संचालित हो रहा है, उन पटरियों पर यात्री रेलगाडिय़ों का परिचालन भी पूर्व की भांति सुगमता से किया जा सकता है जिसके संबंध में रेलवे किस दुविधा में है समझ से परे है।
पत्र में इस बात का विशेष उल्लेख किया गया है कि गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन बहाल किए जाने पर हजारों यात्रियों को लाभ होगा, विशेषकर उन लोगों को जो अपने दैनिक कार्यों से बिलासपुर अथवा रायपुर तक की यात्रा प्रतिदिन करते हैं और इसके अलावा वे यात्री भी इस सुविधा से विशेष तौर पर लाभान्वित होंगे जिनको चांपा जंक्शन या बिलासपुर से दूसरी कनेक्टिंग ट्रेन पकडऩी होती है या रायपुर से आगे की हवाई यात्रा की सुविधा प्राप्त करनी होती है।
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने विश्वास व्यक्त किया है कि गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन बहाल हो जाने पर दैनिक रेल यात्रियों को अनेक व्यावहारिक कठिनाईयों से राहत मिलने के साथ ही उनके धन और समय की भी बचत होगी।
उन्होंने पत्र में स्पष्ट तौर पर यह भी लिखा है कि कोरबा से संचालित हो रही समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल कराए जाने के निवेदन के साथ इस विषय पर विगत दिनों कोरबा रेल यात्री मोर्चा के पदाधिकारियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात कर रोजमर्रा की व्यावहारिक कठिनाईयों पर विस्तार से चर्चा की थी।
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में रेल मंत्री से आग्रह करते हुए लिखा है कि आम जनता को हो रही व्यावहारिक कठिनाईयों के निराकरण हेतु वर्तमान में कोरबा से चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन, पूर्व की भांति गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल किये जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को शीघ्र ही उनकी ओर से आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया जाए।
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कोरबा, 13 मार्च। लायंस क्लब ऑफ कोरबा द्वारा 12 मार्च को धूल पंचमी के पावन अवसर पर होली मिलन समारोह रंग गुलाल लगाकर बाजे-गाजे के साथ धूम-धाम से मनाया गया, एवं सभी को होली की शुभकामनाएं दिया गया। साथ ही मंचीय कार्यक्रम में सभी लायन सदस्यों ने बारी-बारी से होली गीत का शानदार प्रस्तुति दिया। मंच संचालन लायन संतोष खरे द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में क्लब अध्यक्ष लायन राजकुमार अग्रवाल (उत्सव), सचिव लायन दीपक माखीजा, एमजेएफ लायन जयप्रकाश अग्रवाल, लायन नन्दकिशोर अग्रवाल, लायन कामायनी दुबे, लायन सत्येन्द्र वासन, एमजेएफ लायन राजकुमार अग्रवाल (श्वेता), लायन मीना सिंह, लायन रोहित राजवाड़े, लायन बृजमोहन शर्मा, लायन शहनाज शेख, लायन रविशंकर सिंह, लायन अमरेश सिंघानिया, लायन आशीष अग्रवाल, लायन भगवती गोयनका, लायन रमेश शर्मा, लायन एस.के. अग्रवाल, लायन पुरुषोत्तम अग्रवाल, लायन कांता अग्रवाल, लायन राकेश अग्रवाल, लायन कैलाश मोदी, लायन मीना अग्रवाल, लायन अरविंद साहू, लायन आर.के. सिंह, लायन मनोज अग्रवाल, लायन शैल खरे, लायन अशोक चावलानी लायन डॉ. सरफराज खान, अमित अग्रवाल, अक्षय साहू, नीरजा साहू, एवं अन्य सभी लायन सदस्यों की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 21 फरवरी। जंगली सूअर का शिकार करने के लिए रखे गए बम की चपेट में आने से एक 7 साल के पहाड़ी कोरवा बच्चे की मौत हो गई।
घटना बालको थाना क्षेत्र के अजगरबहार ग्राम पंचायत के डोंगाभाटा गांव की है। रविवार को चौथी कक्षा में पढऩे वाला बिहानुराम अपने साथी रामप्रसाद के साथ महुआ बीनने के लिए जंगल गया था। इस दौरान उसने एक खेत से खिलौना समझकर बम को उठा लिया। पॉलिथीन में लिपटे बम को वह खेलने के लिए अपने हाथ में पकड़ कर चलने लगा और कौतूहलवश उसे फाडऩे की कोशिश करने लगा। जब नहीं फटा तो उसने मुंह में लेकर छीलने की कोशिश की। इससे धमाका हुआ और बच्चे की मौत हो गई। पता चला है कि जंगली सूअर को मारने के लिए अक्सर कुछ ग्रामीण खेतों में इस तरह के बम छोड़ देते हैं। वन विभाग और बालको पुलिस मामले की जांच कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 फरवरी। छत्तीसगढ़ किसान सभा द्वारा आयोजित ‘विस्थापन पीडि़तों की संघर्ष सभा’ में कल रात गंगानगर में टिकैत जमकर गरजे। सभा में उपस्थित हजारों किसानों को उन्होंने विस्थापन के खिलाफ एकजुट संघर्ष करने का मंत्र दिया और कहा कि यदि केंद्र और राज्य की सरकारें जनता की आवाज नहीं सुनती, तो आंदोलनों की धमक से इन बहरी सरकारों को अपनी आवाज सुनाने के लिए देश की जनता तैयार है।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत अपने तय समय से चार घंटे देरी से इस सभा में पहुंचे, लेकिन सोमवार रात 9 बजे भी उन्हें सुनने हजारों किसान जमा थे। स्वागत-सत्कार की संक्षिप्त औपचारिकता के बाद उन्होंने सीधे माइक थाम लिया। अपने आधे घंटे के संबोधन में उन्होंने इस इंतज़ार के लिए उपस्थित लोगों का आभार जताया और कहा कि यह भूमि-विस्थापन के खिलाफ आम जनता के लड़ाकूपन का प्रतीक है और इस लड़ाई में वे कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं, उनके साथ मिलकर लड़ेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि हसदेव हो या कोरबा या हो बस्तर, केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मिलकर उद्योगपतियों को जमीन देना चाहती है और इसके लिए गरीबों से जमीन छीनना चाहती है। आज छत्तीसगढ़ में जमीन बचाने की लड़ाई ही सबसे बड़ी लड़ाई है और पूरे छत्तीसगढ़ में 22 जगहों पर आंदोलन चल रहे हैं। इस संघर्ष को सभी संगठनों की पहलकदमी से साझा मोर्चा बनाकर और मजबूत करना होगा।
टिकैत ने कहा कि मजदूर-किसानों की एकजुटता का यही संदेश लेकर आज संयुक्त किसान मोर्चा के 40 नेता पूरे देश का दौरा कर रहे हैं और इसी उद्देश्य से वे छत्तीसगढ़ के प्रवास पर है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि किसान आंदोलनों से सरकार बातचीत करें या फिर उनके गुस्से का सामना करें।
स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर सकल लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का कानून बनाने के लिए फिर से देशव्यापी संघर्ष छेड़े जाने की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज ने कहा कि देशव्यापी किसान आंदोलन ने सरकार के बर्बर दमन के बावजूद बिना डरे, बिना झुके संघर्ष की जो मशाल जलाई है, कोरबा के भू-विस्थापित उसे मजबूती से थामे हुए है और अपनी आजीविका और पुनर्वास की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस लड़ाई को किसान सभा अंत तक लड़ेगी, जब तक अंतिम भू-विस्थापित को न्याय नहीं मिल जाता।
उन्होंने कहा कि दुनिया के 115 पूंजीपतियों ने वैश्विक मंदी से निपटने के लिए उन पर टैक्स बढ़ाने की मांग अपनी सरकारों से की है, लेकिन हमारे देश की सरकार हर मिनट 2.5 करोड़ रुपये कॉरपोरेटों की तिजोरियों में भरने की नीतियां लागू कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में खेती-किसानी से लेकर मनरेगा और खाद्यान्न, स्वास्थ्य, शिक्षा से लेकर सभी सामाजिक कल्याण कार्यों के बजट में भयंकर कटौती की गई है, लेकिन उन कॉरपोरेटों को टैक्स में छूट दे दी गई है, जो बैंक से लिये गए लाखों करोड़ रुपयों के कर्ज को हजम कर गए हैं।
बादल ने कहा कि जिस तरह राम के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को लव-कुश ने रोका था, उसी तरह इस सरकार की किसान विरोधी कानूनों को मजदूर और किसानों ने वापस लेने के लिए बाध्य किया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की कॉर्पोरेटपरस्त नीतियों को पलटकर ही इस देश का मजदूर और किसान दम लेगा और इस कड़ी में 5 अप्रैल को दिल्ली में मजदूर-किसान संघर्ष रैली के संसद पर आयोजित किये जाने की जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के कोरबा जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर की अध्यक्षता में आयोजित इस सभा को राज्य सचिव संजय पराते और जिला सचिव प्रशांत झा ने भी संबोधित किया। उन्होंने एसईसीएल पर बड़े पैमाने पर जमीन की जमाखोरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोरबा जिले में जमीन से जुड़ी अलग-अलग तरह की समस्याएं हैं, लेकिन इसकी जड़ में सत्ता में बैठी हुई कांग्रेस-भाजपा ही है, जो विकास के नाम पर पूंजीपतियों के लिए गरीबों की जमीन छीन रहे हैं। इस काम में यहां के कलेक्टर और एसपी सत्ताधारी पार्टी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं और किसी भी कानून-नियमों का पालन करने से इंकार कर रहे हैं। गरीबों से जबरदस्ती संपत्ति कर, बिजली बिल वसूले जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अब पीने का पानी बेचने की तैयारी हो रही है, लेकिन गरीबों का साफ एलान है कि खरीदकर पानी नहीं पीएंगे। इसके खिलाफ उन्होंने एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने की भी उन्होंने घोषणा की।
इस संघर्ष सभा को सीटू नेता वी एम मनोहर तथा किसान सभा के स्थानीय नेताओं नंदलाल कंवर, मानसिंह कंवर और भू-विस्थापित संघ के रेशम यादव, बलराम आदि ने भी संबोधित किया। मंच पर भूमि अधिकार आंदोलन से संबद्ध छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला, बीकेयू नेता राजवीर सिंह जादौन, प्रवीण श्योकंद, किसान सभा के राज्य सचिव ऋषि गुप्ता, आदिवासी एकता महासभा के बालसिंह, माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर, किसान सभा नेता देव कुंवर, जान कुंवर, कमला बाई, जय कौशिक, दीपक साहू तथा रोजगार एकता संघ के रेशम यादव आदि उपस्थित थे। उक्त जानकारी प्रशांत झा सचिव, छग किसान सभा, कोरबा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है।
भेंट-मुलाकात में की थी मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 8 फरवरी। कोरबा जिले के एक छोटे से गांव के छात्र रामनारायण श्रीवास के सपने को पंख मिल गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशील पहल से रामनारायण को बहतराई खेल अकादमी में प्रवेश दिलाया गया है। अकादमी से प्रशिक्षण लेकर वह अब एथेलेटिक्स बनेगा।
जिले के विकासखंड पोड़ी उपरोडा के बस्तीपारा बनिया गांव में रहने वाले छात्र राम नारायण श्रीवास को एथलेटिक्स में विशेष रूचि थी, उसके विद्यालय में खेलकूद हुआ था, तब उसने 800 मीटर दौड़ मे प्रथम और 1500 मीटर दौड़ मे दूसरा स्थान हासिल किया था। लेकिन उचित प्रशिक्षण के अभाव में वह राज्य स्तरीय खेल में स्थान नहीं बना पाया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जब ग्राम पिपरिया में ग्रामीणों से रूबरू होने पहुंचे तो रामनारायण को भी मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखने का मौका मिला। उसने प्रशिक्षण दिलाने की मांग रखी, ताकि वह एथलेटिक्स में आगे बढ़ सके। मुख्यमंत्री ने उनसे वादा किया कि उनको बहतराई खेल अकादमी में प्रवेश दिलाएंगे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर खेल विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए रामनारायण को खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बहतराई बिलासपुर में प्रवेश कराया गया है और उसे अभी असेसमेंट कैंप में रखा गया है। राम नारायण का प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है, जहां वह लगन के साथ ट्रेनिंग ले रहा है।
राकेश टिकैत, बादल सरोज सहित कई नेता करेंगे संबोधित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 5 फरवरी। कोरबा जिले के बांकी मोंगरा क्षेत्र में छत्तीसगढ़ किसान सभा की अगुवाई में ‘विस्थापन पीडि़तों की संघर्ष सभा’ का आयोजन 13 फरवरी को किया जा रहा है। इस सभा को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज, बीकेयू के महासचिव राजवीर सिंह जादौन, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला तथा छत्तीसगढ़ किसान सभा के सचिव संजय पराते सहित कई राष्ट्रीय और स्थानीय नेता संबोधित करेंगे।
छग किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि संघर्ष सभा में हजारों किसान हिस्सा लेंगे और केंद्र की मोदी सरकार और राज्य में भूपेश सरकार की किसानों और आदिवासियों को विस्थापित करने वाली नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे। यह संघर्ष सभा गंगानगर में 13 फरवरी की शाम 5 बजे आयोजित की जा रही है। हसदेव-सरगुजा क्षेत्र के किसानों के महासम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद टिकैत यहां किसान सभा द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि हाल ही में किसान सभा के केरल में हुए राष्ट्रीय महाधिवेशन को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत संबोधित करने आये थे, तब उन्होंने उनसे मिलकर कोरबा जिले के विस्थापितों की समस्याओं के बारे में बातचीत की थी तथा उन्हें कोरबा आमंत्रित किया था।
उल्लेखनीय है कि कोरबा जिले में एसईसीएल द्वारा विस्थापित ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर और आदिवासी वनाधिकार से जुड़े मुद्दों पर किसान सभा का लगातार अभियान-आंदोलन चल रहा है। कुसमुंडा में भू-विस्थापितों को रोजगार देने के सवाल पर लगातार 465 दिनों से धरना जारी है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में पुनर्वास और पुनर्वासित गांवों में बुनियादी मानवीय सुविधाओं को प्रदान करने की मांग पर कई बार खदान बंदी भी हुई है और वन भूमि पर काबिज आदिवासियों को वनाधिकार देने की मांग पर हाल ही में मुख्यमंत्री के आगमन पर प्रदर्शन भी आयोजित किया गया है।
किसान सभा नेता ने कहा कि आज कोरबा जिला देश के सबसे प्रदूषित जिलों में से एक है। एनटीपीसी और अन्य प्लांटों द्वारा अनियमित तरीके से जो राखड़ बांध बनाये गए हैं, उससे किसानों की खेती-किसानी स्थायी रूप से बर्बाद हुई है और आम जनता के स्वास्थ्य पर इतना खतरनाक प्रभाव पड़ रहा है कि लोगों की औसत आयु घटकर आधी हो गई है। इसके खिलाफ भी किसान सभा प्रभावित किसानों को संगठित कर रही है।
उन्होंने कहा कि इन आंदोलनों को ग्रामीण जनता का भारी समर्थन भी मिला है। इन मुद्दों पर जगह-जगह हो रहे आंदोलन से प्रशासन की कई बार किरकिरी भी हुई है। टिकैत के आने से विस्थापन के खिलाफ और केंद्र व राज्य सरकार की किसान विरोधी और आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ हो रहे आंदोलनों को और बल मिलेगा।
किसान सभा नेता ने बताया कि टिकैत के स्वागत और संघर्ष सभा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू हो चुकी है। पूरे जिले में चार दिनों के लिए पांच वाहन जत्थे निकाले जाएंगे, जो गांवों में सभाओं, बैठकों और पर्चा वितरण के जरिये संघर्ष सभा और इससे जुड़े मुद्दों का व्यापक प्रचार करेंगे, ताकि खेती-किसानी, विस्थापन और भूमि से जुड़े मुद्दों पर किसान सभा के दृष्टिकोण और साझा संघर्ष विकसित करने की जरूरत के संदेश को आम जनता तक पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही आम जनता के मुद्दों पर ईमानदारी के साथ संघर्ष कर रहे सभी छोटे-बड़े संगठनों को इस मंच पर संगठित करने की कोशिश की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 7 जनवरी। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के कोरबा आगमन पर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया। इस दौरान इंदिरा स्टेडियम में बनाये गये अस्थायी हेलीपेैड पर बिलासपुर संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, पुलिस महानिरीक्षक बद्रीनारायण मीणा, कलेक्टर संजीव झा, पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह सहित विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बिलासपुर सांसद अरूण साव एवं मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों व नागरिकों ने शाह का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
बीते साल एसडीओपी के साथ की थी मारपीट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 29 दिसंबर। अंबिकापुर-कटघोरा मार्ग पर स्थित टोल नाके के कर्मचारी पर जबरन कार चढ़ाने के मामले में बांगो पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस सचिव कोंडागांव के मनीष श्रीवास्तव के बेटे सिद्धार्थ श्रीवास्तव और उसके चार साथियों के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित अन्य गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक 28 दिसंबर को दोपहर 2:00 बजे अंबिकापुर की ओर से 2 कारों में आरोपी चोटिया टोल नाका में पहुंचे। कारों का फास्ट टैग रिचार्ज नहीं था, जब कर्मचारियों ने नगद राशि देकर जाने के लिए कहा तो कार सवारों ने कहा कि हम टोल नाका नहीं देते हमें छूट है। जब कर्मचारियों ने नहीं जाने दिया तो उनके साथ मारपीट और झूमा-झटकी शुरू कर दी गई। जानकारी मिलने पर टोल नाके का मैनेजर राजेश सरदार वहां पहुंचा, जिसने दोनों कारों में सवार पांचों लोगों को समझाने की कोशिश की कि वे टोल टैक्स की छूट वाली श्रेणी में नहीं आते हैं। कार को टोल टैक्स पटाये बिना नहीं जाने दिया जा सकता। उसकी बात सुनकर कार सवार युवक तैश में आ गए और टोल नाके के कर्मचारियों के साथ गाली गलौज करते हुए देख लेने की धमकी देकर आगे बढ़े। इस पर टोल नाके के कर्मचारी सोनू सिंह और फरमान खान सामने वाली कार के सामने आकर उन्हें रोकने लगे, लेकिन कार चालक सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने तेज रफ्तार से कार आगे बढ़ा दी। इससे फरमान खान को टक्कर लगी और वह गिर पड़ा।
उसके पैर और छाती में चोट आई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में, दाखिल कराया गया है। इधर टोल नाके के मैनेजर ने कटघोरा के थाना प्रभारी और डायल 112 में घटना की सूचना दी। बांगो पुलिस ने पीछा करके दोनों कारों को रोक लिया और उनमें सवार सिद्धार्थ श्रीवास्तव, तनिष्क शर्मा, शुभम दुआ, सूर्य देव मरावी और नितेश सिंह को हिरासत में ले लिया। सभी के खिलाफ हत्या का प्रयास बलवा आदि से संबंधित आईपीसी की धारा 307, 147, 194, 294, 323 और 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया। सभी को कटघोरा न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर उनको जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में सिद्धार्थ श्रीवास्तव को प्रदेश कांग्रेस के महासचिव मनीष श्रीवास्तव का बेटा बताया गया है। पिछले साल कोंडागांव के विकास नगर स्थित स्टेडियम में गरबा उत्सव के दौरान सिद्धार्थ और उसके साथियों पर एसडीओपी नितेश सिंह परिहार के साथ मारपीट का आरोप लगा था। सिद्धार्थ और उसके साथी नशे में धुत पाए गए थे।
किसान सभा की घोषणा : जहां रुकेगी फाइलें, वहीं होगा आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दीपका (कोरबा), 28 दिसंबर। पटवारी से लेकर तहसील कार्यालय तक की रिश्वतखोरी से त्रस्त भूविस्थापितों ने छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेतृत्व में मंगलवार को दीपका तहसील कार्यालय के गेट पर ही धरना दे दिया जिससे कार्यालय का कामकाज ठप्प हो गया। किसान सभा का आरोप है कि एसईसीएल में रोजगार के लंबित पुराने प्रकरणों की फाइल निपटाने के लिए संबंधित आवेदकों को बड़े पैमाने पर घुमाया जा रहा है और उनसे पटवारी से लेकर तहसील कार्यालय तक पैसों की मांग की जा रही है। इससे त्रस्त भू विस्थापितों ने किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा की अगुआई में दीपका तहसील कार्यालय में ही धरना देकर कामकाज ठप्प कर दिया।
आंदोलन की खबर फैलते ही क्षेत्र की जनता और किसान सभा व भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के कार्यकर्ता भी तहसील कार्यालय में जुट गए और भू-विस्थापितों की फाइल आगे नहीं बढऩे तक घेराव जारी रखने की घोषणा कर दी। तीन घण्टे तक कार्यालय के घेराव के बाद कटघोरा एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर और दीपका तहसीलदार रवि राठौर मौके पर पहुंचे और घेराव कर रहे आंदोलकारियों को उन्होंने आश्वासन दिया कि एक दिन के अंदर सभी लंबित रोजगार से संबंधित फाइलें आगे बढ़ जाएगी।
उल्लेखनीय है कि एसईसीएल के भूमि अधिग्रहण के एवज में रोजगार देने की मांग को लेकर इस क्षेत्र में एक बड़ा आंदोलन चल रहा है। एसईसीएल के कुसमुंडा कार्यालय के सामने पिछले 423 दिनों से भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के बैनर पर किसान सभा के समर्थन से अनिश्चित कालीन धरना दिया जा रहा है, तो वहीं पिछले कई महीनों से किसान सभा द्वारा गेवरा खदान विस्तार क्षेत्र में धरना दिया जा रहा है। इस दौरान कई बार खदानों को बंद किया गया है और रास्ता जाम आंदोलन हुए हैं। इससे नियमों को शिथिल कर पुराने प्रकरणों में रोजगार देने के काम में तेजी आई है।
इसके साथ ही अब भूविस्थापितों को दूसरे मोर्चे पर जूझना पड़ रहा है, और वह है राजस्व से संबंधित कार्यवाई को पूरा करना। रोजगार सत्यापन, फौती, मृत्यु प्रमाण पत्र, त्रुटि सुधार, वंशवृक्ष, मुआवजा आदि कामों के लिए उन्हें बार–बार तहसीलों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और कोई भी काम घूस दिए बिना नहीं हो रहा है।
किसान सभा ने एलान किया है कि इस मोर्चे पर भी भूविस्थापितों की लड़ाई लड़ी जाएगी। प्रशांत झा का कहना है कि कलेक्टर बार–बार बयान दे रहे हैं कि भू-विस्थापितों के पुराने लंबित प्रकरणों का निराकरण हो रहा है, लेकिन वास्तविकता यही है कि उनके अधीनस्थ कार्यालयों से भूविस्थापितों की फाइलें आगे नहीं बढ़ रही है। इस बयानबाजी का एकमात्र मकसद लोगों को भ्रमित करना है, ताकि नए अधिग्रहण के लिए माहौल बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि जब प्रदेश के राजस्व मंत्री के गृह जिले में ही भू-विस्थापित किसान अपनी जमीन अधिग्रहण के बाद रोजगार और मुआवजा के लिए कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं, तो पूरे प्रदेश में राजस्व विभाग का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। स्थिति यह है कि राजस्व मंत्री की बात कलेक्टर नहीं सुन रहे हैं और कलेक्टर के निर्देशों को कोई तहसीलदार मानने को तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में अब एसईसीएल के साथ साथ तहसील कार्यालयों के खिलाफ भी मोर्चा खोला जाएगा। किसान सभा ने इस घेराव के साथ घोषणा की है कि जिस कार्यालय में भी भू-विस्थापितों के लंबित प्रकरणों की फाइल रुकेगी, किसान सभा के कार्यकर्ता उसी कार्यालय में बैठकर आंदोलन शुरू कर देंगे।
धरने में प्रमुख रूप से दामोदर श्याम, रेशम यादव, अमृत बाई, अनिल बिंझवार, मोहन यादव, पवन यादव, शिवदयाल कंवर, उमेश, राहुल, राधेश्याम, आनंद, कृष्णा, शिव, सतवन, सुमेंद्र सिंह, जय कौशिक, ओमकार, फणींद्र, मुनिराम आदि के साथ बड़ी संख्या में भू-विस्थापित उपस्थित थे।
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कोरबा, 27 दिसंबर। एनईपी 2020 नई शिक्षा नीति के विषय में शिक्षकों को अवगत कराने प्रचार-प्रसार, शिक्षा, शिक्षण एवं विद्यार्थियों में सकारात्मक परिवर्तन लाकर सशक्त राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से जिले के 248 संकुल के व्याख्याताओं शिक्षकों को पावर पॉइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण में नई शिक्षा नीति के समस्त आयामों पर स्कूली शिक्षा, सेकेंण्डरी शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के सभी विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कोरबा (डाईट) में चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दो चरणों में दिया गया। प्रथम चरण में 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक जनपद पंचायत कोरबा, कटघोरा, करतला के 112 व्याख्याताओं को प्रशिक्षण दिया गया। द्वितीय चरण में 19 दिसंबर से 22 दिसंबर तक जनपद पंचायत पाली एवं पोड़ी उपरोड़ा के 104 व्याख्याताओं एवं शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण में अतिथि वक्ता एस.एस. तिवारी भौतिकी विभाग प्रमुख, शास.इ. विश्वेश्वरैया महाविद्यालय थे। मास्टर ट्रेनर्स के रूप में संजय पांडे, चंद्रेश दुबे, नित्यानंद यादव, शशिकांत जायसवाल टी.आर. यादव एवं ओम प्रकाश कंवर रहे। कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी, व्याख्याता अरविंद शर्मा एवं प्रशिक्षण समन्वयक प्रभारी, व्याख्याता किरणलता शर्मा रहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 दिसंबर। कोरबा में एक सिरफिरे युवक ने एकतरफा प्यार में पड़ कर युवती का चाकू से गला रेत दिया। आरोपी उससे एकतरफा प्रेम करता था। हमले के बाद युवक ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर लिखा-बोला था न मरेगी..। एफआईआर दर्ज कर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है जबकि युवती की हालत गंभीर है।
घटना रविवार शाम की है। जांजगीर जिले के धनपुरी का चंद्रेश कंवर (23 वर्ष) के मामा का घर कोरबा जिले के तुमान गांव में है। वह अक्सर वहां आता था। बीते साल उसने तुमान की उमा कुमारी (19 वर्ष) को देखकर उससे प्रेम का इजहार किया। युवती ने साफ मना कर दिया। इसके बावजूद वह लड़की से मिलने की कोशिश करता रहा। एक बार उसने युवती के खलिहान में आग भी लगा दी थी। उसने कहीं से युवती का फोन नंबर मिल गया था और उससे बात कर प्रस्ताव रखकर परेशान करता था, जबकि युवती तैयार नहीं हुई।
रविवार को युवती अपनी सहेलियों के साथ मड़ई में मेला देखने के लिए आई थी। युवक को इसकी जानकारी मिली तो वह मेले में पहुंच गया। उसने सहेलियों के बीच ही चाकू निकाल लिया और पीछे से युवती का गला रेत दिया और भाग गया। युवती घायल हो गई। मेले में मौजूद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। गंभीर हालत में युवती को अस्पताल पहुंचाया गया। उरगा पुलिस ने आरोपी युवक के विरुद्ध हत्या के प्रयास का अपराध दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 24 दिसंबर। कोरबा जिले में शुक्रवार को एक जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र भरभराकर गिर गई। हादसे के कुछ समय पहले ही बच्चों की छुट्टी हो गई थी, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। जिस कमरे में थोड़ी देर पहले छोटे-छोटे बच्चे बैठे हुए थे, उसे भरभराकर गिरता देख वहां के कर्मचारियों की सांसें भी रुक गईं। हालांकि वहां कोई नहीं था, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।
मिली जानकारी के अनुसार, नगर निगम कोरबा क्षेत्र के रिशदी के वार्ड -32 में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र एक का भवन बेहद जर्जर था। हैरानी की बात तो ये है कि इसके बावजूद बच्चों की जान की परवाह न करते हुए इसमें कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। शुक्रवार को रोजाना की तरह बच्चे आए और छुट्टी के बाद चले गए। थोड़ी ही देर के बाद अचानक पूरा भवन गिर गया। बच्चों का छुट्टी हो जाने के कारण बड़ा हादसा टल गया।
आंगनबाड़ी केंद्र की एक कार्यकर्ता ने बताया कि जर्जर भवन के बारे में प्रशासन और आईसीडीएस के अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। न तो भवन की मरम्मत कराई गई और न तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था ही की गई। इसका नतीजा ये हुआ कि बिल्डिंग का आधा हिस्सा पूरी तरह ढह गया। कार्यकर्ता ने यह भी बताया कि जिले के कई स्कूलों और आगनबाड़ी केंद्रों की भी स्थिति जर्जर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा 25 नवंबर। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने अग्रसेन भवन कटघोरा में सर्व समाज की बैठक ली। इस मौके पर कटघोरा एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी, तहसीलदार के.के.लहरे, नगर पालिका अध्यक्ष, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजीव लखनपाल, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष व समाजसेवी पवन अग्रवाल के अलावा विभाग के अन्य अधिकारी भी यहां शामिल हुए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और समाज सेवी सम्मलित हुए ।मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय के छात्र छात्राएं, शिक्षक शिक्षिकाएं, आसपास के इलाकों से निवासी भी शामिल थे । यहां पर बताया गया कि ‘निजात अभियान’ न केवल कोरबा जिले बल्कि पूरे प्रदेश में पुलिस चला रही है। इसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के नशे से होने वाले अपराधों के कारण, फैलाव, अपराधिक तत्वों की संलिप्तता और इस दिशा में होने वाले समाधान को लेकर जानकारी दी जा रही है। इसके काफी अच्छे परिणाम क्षेत्र में देखने को मिले हैं। मुख्य रूप से विभिन्न प्रकार के नशों के मामले में सम्यक कार्रवाई पुलिस कर रही है और मादक पदार्थों की धरपकड़ के साथ आरोपियों को जेल भेजने का काम किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह की अगुवाई में कोरबा पुलिस द्वारा यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि सभ्य समाज में नशे जैसे बुराईयों का कोई स्थान न तो कभी था और न ही है। इसलिए हर स्तर पर इसे हतोत्साहित किया जाना चाहिए। ऐसा होने पर संबंधित तत्वों का मनोबल टूटेगा और वे मुख्य धारा में शामिल होने के लिए मजबूर होंगे। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने सामाजिक बैठक में सायबर क्राइम को लेकर भी चर्चा की। इसके कई पहलुओं की जानकारी दी गई।
लोगों से कहा गया कि किसी भी तरह के लुभावने विज्ञापनों के अलावा सोशल साइट पर आने वाली लिंक और बोगस फोन कॉल को इंटरटेन न किया जाए। हमारी सतर्कता से इस प्रकार के अपराध रूक सकते हैं और हम सामूहिक तरीके से साइबर ठगी के काम में लिप्त लोगों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफल हो सकते हैं।
निजात अभियान को सफल बनाने सर्वसमाज से सहयोग की अपील
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के नेतृत्व में कोरबा जिले में ड्रग्स, नारकोटिक्स व अवैध शराब के विरूद्ध अभियान निजात में बड़े पैमाने पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है एवं जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिले के अन्तर्गत हर छोटे-बड़े कस्बे, गावों एवं शहरों में निजात अभियान पर कोरबा पुलिस के जवानों के द्वारा नशा मुक्त कोरबा बनाने की अपील कर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। जिसमें अभियान में लोगों का लगातार जन समर्थन भी मिल रहा है। इस अभियान में सख्त से सख्त कार्यवाही कर नशे के पैमाने को धवस्त करने की कोशिश की जा रही है। जिले में अभी तक ड्रंक एंड ड्राइव के मामले में 4 सौ से अधिक लोगों पर कार्यवाही की गई है ।
4 माह में एनडीपीएस और आबकारी के करीब 1000 प्रकरण में कार्यवाही कर 1200 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है और जिसमें करीब 150 लोगों को जेल भेजा गया है। लगभग 4 माह में रिकार्ड प्रकरण तैयार किये गये है, जिससे अवैध नशा करने वाले लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है। जुलाई 2022 से चलाये जा रहे इस निजात अभियान में समाज के हर वर्ग के लोगों ने अपनी हिस्सेदारी प्रकट की है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल, शहर काँग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजीव लखनपाल, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष पवन गर्ग, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल, पार्षद मुरली साहू, पवन शर्मा, सिंधी समाज के अध्यक्ष रमेश वाटवानी, पत्रकार संघ के अध्यक्ष अजय धनोदिया, छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ जिलाध्यक्ष राहुल डिक्सेना, पत्रकार हितेश अग्रवाल, संदीप चौबे ,कृष्णगोपाल मित्तल, शशिकांत डिक्सेना, शारदा पाल, अयान अली, चंद्रकुमार श्रीवास, सौरभ यादव, विकास तिवारी, किशन केशरवानी, शिवशंकर जायसवाल, चंद्रप्रकाश जायसवाल व बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे व पुलिस जवान उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 22 नवंबर। पुलिस द्वारा दो हफ्ते के विशेष अभियान के तहत 10,200 से अधिक किरायेदारों, निवासरत माइन्स/प्लांट के कर्मचारियों और फेरी वालों चेकिंग की गई। किरायेदारों से पहचान संबंधी प्रमाण पत्र लिया गया। संदिग्ध किराएदारों व फेरी वालों की पहचान पत्रों की बारीकी से जांच जारी और बड़ी संख्या में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। समुचित जांच परख पश्चात किराए मकान मालिकों को मकान देने और नियोक्ताओं को सभी कर्मचारियों के पुलिस वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए गए।
पुलिस अधीक्षक कोरबा संतोष सिंह द्वारा संपूर्ण जिले में एक अभियान के तहत रैंडम तरीके से चुने हुए किरायेदारों, काम करने वाले कामगारों और फेरी लगाने वाले के सत्यापन हेतु समस्त थाना चौकी प्रभारियों को अभियान चलाकर सत्यापन करने हेतु निर्देश दिए गए थे। निर्देश के पालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रॉबिंसन गुडिय़ा, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा विश्व दीपक त्रिपाठी एवं एसडीओपी कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी के पर्यवेक्षण में सभी थाना/चौकी प्रभारियों द्वारा अपने अपने क्षेत्र में निवासरत किरायेदारों, कर्मचारियों आदि की चेकिंग की गई।
इस दौरान लगभग 10 हजार से अधिक लोग चेक किए गए जिनमें किरायेदारों के साथ मजदूरों की संख्या करीब 6 हजार थी, जो अन्य स्थानों से आकर जिले में विभिन्न संस्थानों में काम कर रहे है। शेष 4 हजार किराएदार नौकरीपेशा अन्य व्यवसायिक कार्यों में लगे हुए लोग चेक किए गए।
साथ ही 101 संदिग्ध लोगों के विरुद्ध धारा 109 सीआरपीसी के अंतर्गत कार्यवाही किया गया है। बहुतों से जवाब तलब किया गया है। किरायेदारों व कार्यरत लोगों से पहचान सत्यापन संबंधी दस्तावेज प्राप्त कर थाना/चौकियों में फाइल तैयार कर रखा गया है।
मकान मालिकों को निर्देश दिया गया है कि किराया पर मकान देने के पहले किराएदार के बारे में समुचित जांच परख करने के पश्चात ही किराया पर रखें एवं किराए पर मकान देने की सूचना संबंधित पुलिस थाने में आवश्यक रूप से दिया जाए। ऐसे ही निर्देश रोजगार नियोक्ताओं को भी जारी किया गया है। गौरतलब है कि महानगरों की तर्ज पर कई स्थानों पर बाहरी अपराधी आकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। जिले में इस तरह की घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है, जिसे रोकने हेतु यह कवायद की जा रही है। किराएदारों, कामगारों और फेरी वालों की चेकिंग अभी जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 22 नवंबर। जिले में 1 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी महाअभियान के तहत जिले के किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी जारी है। जिले में अब तक 35 हजार 696 क्विंटल 40 किलो धान की खरीदी हो चुकी है।
इसमें 35 हजार 418 क्विंटल 80 किलो मोटा और 277 क्विंटल 70 किलो सरना धान शामिल है। धान खरीदी के साथ खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी शुरू हो चुका है। जिसमे अब तेजी आ गई है। खरीदी केंद्रों से 15 हजार 920 क्विंटल धान का उठाव हो चुका है। जिले के किसान अब तक 7 करोड़ 28 लाख 20 हजार 656 रुपए का धान समितियों में बेच चुके है।
जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी ने बताया की जिले के खरीदी केंद्रों में धान खरीदी लगातार जारी है। वहीं धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने के लिए पहुंचने वाले किसानों की संख्या भी बढऩे लगी है। इसी कड़ी में आज धान खरीदी केंद्र कोरकोमा में धान खरीदी का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ। जिसमें किसान श्री भुग्देव चौधरी,श्री वीर सिंह चौधरी और श्री गेंदा लाल चौधरी ने धान का विक्रय किया।
इसी तरह धान उपार्जन केन्द्र लैंगा में धान खरीदी का शुभारंभ हुआ। इस दौरान धान बेचने पहुंचे किसानों का फूल माला पहनाकर सम्मान किया गया। लैंगा उपार्जन केंद्र में किसान श्री छक्केलाल ने 98 क्विंटल, किसान श्री रामभजन ने 20 क्विंटल, किसान श्री लोकनाथ ने 14 क्विंटल 40 किलो धान का विक्रय किया। इसी तरह किसान श्री बुुुुद्धू सिह 14 क्विंटल 40 किलो, किसान श्री मेघनाथ और अशोक कुमार ने 7 क्विंटल 20 क्विंटल धान बेचा। समिति में धान बेचने के लिए पहुंचे किसान राम भजन ने समिति में व्यवस्थाओं को लेकर संतोष जताया और कहा कि उनको धान बेचने में यहां कोई परेशानी नहीं हुई।
आदिवासी सेवा सहकारी समिति कुल्हारिया केंद्र भी धान खरीदी का शुभारंभ हुआ। यहां किसान श्री हरिनाम सिंह, श्री प्राण सिंह, श्री उमेंद सिंह, श्री पतिराम ने कुल 260 क्विंटल 80 किलो धान का विक्रय किया। समिति में धान का विक्रय करने वाले गांव के सरपंच व कृषक हरिनाम सिंह ने बताया कि उन्होंने सोसाइटी में 56 क्विंटल धान विक्रय के लिए टोकन प्राप्त किया था। धान खरीदी केंद्र में किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए सभी सुविधाएं है। यहां किसानों को कोई परेशानी नहीं हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 22 नवंबर। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम में आयोजित जिलास्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होकर छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में भाग ले रहे खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन किया। साथ ही आज के खेल में विजेता खिलाडिय़ों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। इसी के तहत प्रदेश के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने पूरे छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने ओलंपिक में शामिल सभी खिलाडिय़ों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए अच्छा खेल प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया।
मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के आयोजन से खिलाडिय़ों के चेहरे पर मुस्कान और खुशी दिख रही है। सभी खिलाड़ी उत्साह के साथ छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में भाग ले रहे हैं। उन्होंने प्रियदर्शनी स्टेडियम में 26 नवंबर तक चलने वाले जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की सफलता की शुभकामना की।
इस अवसर पर महापौर श्री राज किशोर प्रसाद, सभापति श्री श्यामसुंदर सोनी, जनप्रतिनिधि सुरेंद्र प्रताप जायसवाल सहित नगर निगम कोरबा के पार्षदगण, एल्डरमैन एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
कलेक्टर और महापौर ने गिल्ली डंडा और रस्साकसी खेल में लिया हिस्सा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 22 नवंबर। जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का शुभारंभ कोरबा शहर के टीपी नगर स्थित प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम में महापौर राजकिशोर प्रसाद के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर कलेक्टर संजीव झा भी मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री झा और महापौर श्री प्रसाद ने गिल्ली डंडा और रस्साकसी खेल में दाव आजमा कर जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का शुभारंभ किया। इस अवसर पर महापौर राज किशोर प्रसाद ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रदेश में पहली बार छत्तीसगढ़ के परंपरागत खेलों के प्रति लोगों में जागरूकता और रुचि बढ़ाने के लिए छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की शुरुआत हुई है। इससे लोगों में अपने पारंपरिक खेलों के प्रति उत्साह भी बना है। जिले में क्लब,जोन, कलस्टर और विकासखंड स्तर के खिलाड़ी जिला स्तरीय आयोजन में शामिल हो रहे हैं।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री संजीव झा ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न पारंपरिक खेलों को छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में समावेश किया गया है। जिसमें प्रमुख बात यह है कि सैकड़ों खिलाडिय़ों को इस आयोजन में हिस्सा लेने का अवसर मिला है। जिससे खिलाडिय़ों ने अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन किया। वहीं अब शहरी क्षेत्र के खिलाड़ी पांच कलस्टर लेवल पर और ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी पांच ब्लॉक में इसमें शामिल हो रहे हैं। कलेक्टर श्री झा ने उम्मीद जताते हुए कहा कि जिले के प्रतिभावान खिलाड़ी पहले की तरह जिला स्तरीय आयोजन से आगे बढक़र संभाग स्तर और फिर राज्य स्तर पर विजेता बनेंगे।
प्रतियोगिता के आयोजन अवसर पर नगर निगम के सभापति श्यामसुंदर सोनी, जिला पंचायत के सीईओ नूतन कंवर, नगर निगम के आयुक्त प्रभाकर पांडे, एसडीएम कोरबा सीमा पात्रे सहित जिला प्रशासन, नगर निगम के अधिकारी, नगर निगम के पार्षदगण, एल्डरमैन सहित जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के अंतर्गत 26 नवंबर तक विभिन्न आयु वर्ग के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। 14 विधाओं में 8 खेल दलीय और 6 खेल एकल स्तर पर आयोजित होंगे। जिसमें गिल्ली डंडा,खो-खो, रस्साकशी, पि_ूल, कबड्डी, गेड़ी, कंचा, बांटी, फुगड़ी, लंगड़ी दौड़, संखली, भौरा, लंबी कूद, बिलल्स, 100 मीटर दौड़ खेल होंगे। 21 नवंबर को 18 वर्ष तक बालक वर्ग के खिलाडिय़ों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। दूसरे दिन 18 वर्ष बालिका वर्ग के लिए प्रतियोगिताएं होंगी। तीसरे दिन 18 से 40 वर्ष पुरुष वर्ग के लिए, चौथे दिन 18 से 40 वर्ष महिला वर्ग के लिए। पांचवे दिन 40 वर्ष से अधिक पुरुष वर्ग और छठवें दिन 40 वर्ष से अधिक महिला वर्ग के लिए प्रतियोगिता आयोजित होगी।
रकम कटने की सूचना मिलते ही दिखाई तत्परता, साइबर सेल ने ब्लॉक करा दिया ट्रांजेक्शन
दो मामलों में अब तक 3 लाख से अधिक रकम ठगों के हाथ जाने से बची
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 नवंबर। ऑनलाइन ठगी का शिकार होने के बाद यदि आप सही जगह तुरंत शिकायत करते हैं तो आपके रुपये वापस कराए जा सकते हैं। ऐसे ही एक मामले में कोरबा जिले की पुलिस ने बिजली कनेक्शन काट देने के नाम पर की गई 76 हजार 827 रुपये की ठगी की रकम पीडि़त को वापस दिलाई। पुलिस ने पहले भी एक व्यापारी से ठगे गए 2.25 लाख रुपए वापस कराए थे।
बाकी मोगरा के कलेश्वर सिंह कंवर के पास मोबाइल पर मैसेज आया कि बिजली बिल जमा नहीं होने के कारण आज शाम तक उसके घर का कनेक्शन काट दिया जाएगा। इससे बचना है तो दिए गए फोन नंबर पर संपर्क करें। फोन करने पर ठग ने पीडि़त को गूगल प्ले स्टोर से क्विक सपोर्ट एप्लीकेशन डाउनलोड कराया और मोबाइल फोन ऑपरेट करने के लिए पिन मांग लिया। इसके बाद उसके खाते से 76 हजार 827 रुपए का ट्रांजेक्शन अपने खाते में कर लिया। रकम कटने की सूचना जैसे ही मोबाइल पर आई पीडि़त कलेश्वर सिंह का माथा ठनका और ठगी का अहसास हुआ। उसने तत्काल कोरबा पुलिस की साइबर सेल से संपर्क किया। प्रभारी उपनिरीक्षक कृष्णा साहू ने तुरंत ठगी का डिटेल एनसीसीआरपी पोर्टल में अपलोड कर संबंधित बैंक को सूचित किया और ट्रांजेक्शन को ब्लॉक करा दिया। पुष्टि के बाद बैंक ने ट्रांसफर की गई पूरी रकम वापस प्रार्थी के खाते में जमा कर दी।
उल्लेखनीय है कि साइबर ठगी के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए cybercrime.gov.in और एनसीसीआरपी पोर्टल में शिकायत दर्ज करने की सुविधा दी है। इसके अलावा एक टोल फ्री नंबर 1930 भी है। साइबर सेल के अलावा नजदीकी थाने में भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। सबसे महत्वपूर्ण है की ठगी होते ही शिकायत जल्दी से जल्दी दर्ज करा दी जाए। इससे आरोपी के खाते में रकम जाने की प्रक्रिया पूरी होने और आहरण से पहले रकम वापस कराई जा सकती है।
सितंबर महीने में भी इसी तरह से कोरबा में 2 लाख 25 हजार रुपये की ठगी की गई थी, जो व्यापारी को उसकी तत्परता और साइबर सेल की मदद से वापस मिल गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 नवंबर। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देश पर ड्रग्स, नार्कॉटिक्स, अवैध शराब व नशे के खिलाफ कोरबा पुलिस द्वारा माह जुलाई से कार्रवाई व जागरूकता अभियान निजात प्तहृद्बद्भड्डड्डह्ल चलाया जा रहा है। इसके तहत विगत चार माह में ही प्रभावी कार्यवाही करते हुए पुलिस द्वारा आबकारी व एनडीपीएस एक्ट के 982 प्रकरण में 1054 आरोपी गिरफ्तार कर 2022 लीटर शराब जब्त किया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पुलिस को अवैध नशे के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए गए है। डीजीपी अशोक जुनेजा व आईजी बिलासपुर रतनलाल डांगी के मार्गदर्शन में एसपी संतोष सिंह के निर्देश में चलाए जा रहे इस अभियान के तहत कड़ी कार्यवाहियां हो रही हैं। जिले में आबकारी एक्ट के 964 प्रकरणों में 1033 आरोपी गिरफ्तार हुए, जिनसे 2022 लीटर अवैध शराब जब्त हुई है।
इस अभियान के तहत कुल गिरफ्तार हुए आरोपियों में से गैर-जमानतीय प्रकरणों के कुल 102 आरोपी जेल भेजे गए हैं। गिरफ्तार लोगो में धारा 36 (च) के तहत सार्वजनिक जगहों पर शराब पीकर हुडदंग करने वालों की काफी बड़ी संख्या हैं, जिससे ऐसे लोगों में भय व्याप्त हुआ है।
एनडीपीएस एक्ट में 18 प्रकरणों में 21 आरोपी गिरफ्तार किए गए। जिनसे बड़ी मात्रा में गांजा, नशीले टेबलेट्स, कफ सिरप, हुक्का सहित परिवहन हेतु प्रयुक्त आठ मोटरसाइकिल भी जप्त हुई हैं। स्कूल-कॉलेज के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में नशीली सामग्री बेचने वाले दुकानदारों पर कोटपा एक्ट के तहत कार्यवाहियां की गई हैं।
इसके अतिरिक्त जिले में बड़े पैमाने पर, कुल 317 जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए गए हैं। जिले के हॉट-बाजार, स्कूल-कॉलेज, त्यवहारों, अन्य धार्मिक आयोजनों आदि में जागरूकता रथ, जिंगल्स, सभा, रैली, जुलूस आदि द्वारा निजात का प्रचार लगातार किया जा रहा है। नशे के आदी लोगों की काउंसलिंग हेतु जिले के थानों में नशा-मुक्ति कक्ष भी निर्माणाधीन है।
इस अभियान में समाज के सभी लोगों व वर्गों की सहभागिता हो रही है और अभूतपूर्व जन-समर्थन मिल रहा है। इसी वर्ष गृह मंत्रालय, भारत सरकार की संस्था बीपीआरएंडडी ने छत्तीसगढ़ पुलिस के निजात अभियान को देश के तीस सर्वोत्तम स्मार्ट-पुलिसिंग अभियानों में शामिल किया था। इस राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि पा चुके जीरो-टॉलरेंस कार्यवाही व व्यापक जन-जागरूकता वाले कार्यक्रम, निजात अभियान के अब कोरबा जिले में भी सार्थक परिणाम आने लगे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 27 अक्टूबर। अग्रवाल सभा के द्वारा दीपावली मिलन व अन्नकुट महापर्व का आयोजन विगत दिनों श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीकृष्ण व माता सरस्वती व महाराज अग्रसेन जी की पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर संयुक्त आरती की गई। इस अवसर पर अग्रवाल सभा के अध्यक्ष श्रीकांत बुधिया ने जानकारी में सर्वप्रथम दीपोत्सव पर्व की बधाई दी और कहा कि आज गोवर्धन पूजा के साथ ही अन्नकूट महापर्व भी है, जिसमें अग्रवाल सभा के द्वारा इसका आयोजन किया गया है, जिससे भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना के साथ ही अन्नकूट प्रसाद का व्यवस्था की गई है, साथ ही दीपावली मिलन का कार्यक्रम भी अग्रवाल सभा के द्वारा आयोजित किया गया।
इस अवसर पर अग्रवाल सभा के पूर्व अध्यक्षगण व अग्रवाल सभा के समस्त कार्यकारणी के पदाधिकारीगण व भारी संख्या में अग्रबन्धु व महिलायें उपस्थित हुर्इं।
श्री अग्रसेन गौसेवा समिति के अध्यक्ष नरेश भोपालपुरिया ने बताया कि आगामी 1 नवम्बर को कनवेरी स्थित गौशला में गोपाअष्टमी का पर्व मनया जाएगा, जिसमें गौमाता की पूजा अर्चना के साथ ही अन्य कार्यक्रमों का आयोजन गौ सेवा समिति के द्वारा किया जाएगा, जिसमें अग्रबन्धुओं से अपील करते हुए कहा कि वे अधिक से अधिक संख्या में गौसेवा हेतु कनवेरी स्थित गौशाला में पहुंचे और गौमाता की पूजा व अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंवे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 अक्टूबर। पत्नी पर पैसे देने के लिए दबाव बनाने एक व्यक्ति ने अपने 4 साल के मासूम बच्चे की पिटाई की और उसे इलेक्ट्रिक प्रेस से जला दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
रामपुर के 40 वर्षीय आरोपी कालीदास महंत ने दिवाली की रात 24 अक्टूबर को अपने पत्नी से रुपए मांगे। पत्नी ने रुपए नहीं होने की बात कही। इस पर आरोपी ने तैश में आकर पत्नी से मारपीट की। उसके बाद भी जब रुपए नहीं मिले तो उसने अपने चार साल के मासूम बच्चे को पीटना शुरू कर दिया। इतने से भी मन नहीं भरा तो उसने गर्म इलेक्ट्रिक प्रेस से उसे जला दिया। आनन फानन में पत्नी उसे लेकर अस्पताल गई और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी को आईपीसी की धारा 294, 323, 506, और 327 एवं किशोर न्याय अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 21 अक्टूबर। करतला वन-परिक्षेत्र के गुमिया ग्राम के नाले में मिले मगरमच्छ के बच्चे को पकडक़र कोटमी सोनार स्थित क्रोकोडाइल पार्क भेजा जा रहा है।
नाले में कल नहाने गए ग्रामीणों ने मगरमच्छ के एक छोटे से बच्चे को पानी में तैरते देखा और इसकी जानकारी गांव वालों को दी। ग्रामीणों की भीड़ मगरमच्छ के बच्चे को देखने नाले के पास उमड़ पड़ी। सरपंच ने इसकी जानकारी तुरंत वन विभाग को दी। इस पर वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेश चौहान व डिप्टी रेंजर शुक्ला के साथ वन अमला मौके पर पहुंचा। मगरमच्छ के बच्चे को अपने कब्जे में लेकर उसे सरपंच के घर लाकर रखा गया। बाद में वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इसे जांजगीर जिले के कोटमी सोनार स्थित मगरमच्छ पार्क भेजा जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 18 अक्टूबर। कटघोरा में सीआईएसएफ के एक सेवानिवृत सब-इंस्पेक्टर की डिकी से 5 लाख रुपयों की उठाईगिरी हो गई। दो अज्ञात सवार बाइक सवार युवकों ने घटना को अंजाम दिया। हेलमेट पहने हुए दो संदिग्ध बाइक सवार सीसी कैमरे में कैद हुए हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
सीआईएसएफ के रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर कल्याण सिंह पैकरा (62 वर्ष) कांजीपानी में रहते हैं। इन दिनों वे अपना मकान वहां बनवा रहे हैं। सोमवार की दोपहर वे दो मजदूरों को लेकर कटघोरा आए थे। उन्हें हार्डवेयर की दुकान में छोडक़र वे भारतीय स्टेट बैंक गए, जहां से उन्होंने 5 लाख रुपये निकाले। रुपये उन्होंने डिकी में रखा। दोपहर करीब एक बजे वे वापस लौटने के पहले दुर्गामंदिर चौक पर स्थित उसी हार्डवेयर की दुकान में पहुंचे जहां मजदूरों को छोडक़र आए थे। बाइक को खड़ी कर वे दुकान के बगल में दवा लेने के लिए एक मेडिकल स्टोर में घुसे। वहां से जब वे मोटरसाइकिल के पास पहुंचे तो देखा कि डिकी खुली हुई है और रुपयों से भरा बैग गायब है। उन्होंने शोर मचाकर लोगों को इक_ा किया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दो बाइक सवार युवक कुछ देर तक उनकी बाइक के पास खड़े थे फिर अचानक वहां से भाग गए। उन्होंने कटघोरा पुलिस में तुरंत सूचना दी। पुलिस ने नाकेबंदी कर आरोपियों को घेरने की कोशिश की लेकिन उनका पता नहीं चला। घटना मुख्य बाजार की है। पुलिस यहां की दुकानों में लगे सीसी कैमरे की मदद लेकर आरोपियों की पहचान की कोशिश कर रही है।