मोहला मानपुर चौकी

अज्ञात चोरों ने मंदिर का ताला तोडक़र घटना को दिया अंजाम
मानपुर, 19 अगस्त। आजादी के पहले जमींदारी के नाम से पहचान बनाने वाले पानाबरस राज का पुरातन मंदिर में स्थापित तुहपाल आंगादेव को अज्ञात लोगों द्वारा बीती रात मंदिर का ताला तोडक़र ले जाया गया है। इस सनसनीखेज खबर के बाद आदिवासी अनुसूचित जनजाति बहुल्य वाले इस जिले में हडक़ंप मचा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि पानाबरस राज में स्थापित मंदिर में आंगादेव को तुहपाल आंगादेव के नाम से जाना जाता रहा है, जिस पर आदिवासी समाज के साथ-साथ मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के अन्य समाज का भी आस्था लंबे समय से जुड़ा हुआ है। इसी कारण पानाबरस जमींदारी का कोई भी शुभ कार्य आंगादेव की पूजा-अर्चना के साथ ही प्रारंभ होता है। गांव में आपदा या विपत्ति आने पर भी फरियाद करनें के साथ-साथ देव आज्ञा से ही समस्या का समाधान करते आ रहे हैं। घटना को लेकर बताया गया कि आधी रात को पानाबरस मंदिर का ताला तोडक़र अज्ञात लोगों द्वारा मंदिर में एक पत्र छोडक़र अंागादेव को गायब कर दिया गया है।
बताया गया कि पानाबरस के जमींदार लाल श्याम शाह द्वारा अपने देव स्थल पर महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिला अंतर्गत निहडेली नामक स्थान से आंगादेव को लाकर पानाबरस गांव के मंदर में आदिवासी परंपरा अनुसार पूजा विधान से स्थापित किया गया था, जिसे तुहपाल आंगादेव के नाम से जाना जाता है।
इष्टदेव की तरह मानते हैं आदिवासी
परंपरागत तौर पर पानाबरस जमींदारी के अंतर्गत किसी भी शुभ कार्य इष्टदेव की पूजा व आंगादेव की अनुमति लेकर किया जाता रहा है। पानाबरस जमींदारी के किसी भी गांव में विपत्ति आपदा या बीमारी फैलने पर तुहपाल आंगादेव की आराधना करते है व मनाते है तथा गलती के लिए क्षमा याचना करते हैं । देव आज्ञा के अनुसार कसूर भी देते हैं। मनुष्य ही नहीं पालतू पशुओं में भी बीमारी या अकाल मृत्यु से बचने के लिए पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं।
आधी रात को ताला तोडक़र गायब कर दिए देव को
आदिवासियों के आस्था स्थल पानाबरस से बीती रात में अज्ञात लोगों द्वारा ताला तोडक़र आंगादेव की चोरी की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई है। जिससे वनांचल में हडक़ंप मच गया है। हालांकि मंदिर पर एक पत्र मिला है। जिसमें लिखा हुआ है कि हमारे इष्टदेव को हम लोग ले जा रहे हैं, वे कौन लोग हैं जिनका आदिवासी समाज द्वारा तफ्तीश किया जा रहा है।
अपने स्तर पर समाज कर रहा है खोजबीन
बताया गया कि पानाबरस के राजा स्व. लालश्याम शाह महाराज द्वारा गांव के देव स्थल में महाराष्ट्र गढ़चिरौली के निहडेली गांव से लाकर आंगादेव को स्थापित किया गया था, जो आधी रात को गायब कर दिया गया है। पानाबरस के साथ-साथ क्षेत्र के लोग अपने-अपने स्तर पर खोजबीन कर रहे हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन को सूचना दे दी गई है, परन्तु अपराध दर्ज नहीं कराया गया है। मोहला पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों द्वारा अपराध दर्ज करवाने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।