सक्ति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 21 मार्च। विकासखंड सक्ती अंतर्गत आने वाले बिहान योजना से जुड़ी महिलाओं ने बड़ी संख्या में एकत्र होकर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के नाम ज्ञापन जनपद पंचायत अंतर्गत पदस्थ विकास विस्तार अधिकारी अन्नपूर्णा कसेर को पांच दिवसीय हड़ताल धरना प्रदर्शन से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
बिहान योजना अंतर्गत कार्यरत पी आर पी, एफ एल सी आर पी, आरबीके, सक्रिय महिला, कृषि सखी, पशु सखी, बैंक मित्र, ई पी सी आर पी के रूप में कार्यरत महिलाओं ने जनपद पंचायत सक्ती प्रांगण पहुंचकर एकजुटता दिखाते हुए हड़ताल से संबंधित ज्ञापन सौंपा, जिसमें बताया गया है कि बिहान के अंतर्गत कार्यरत पीआरपी एफ एल सीआर पी,आरबीके, सक्रिय महिला, कृषि सखी, पशु सखी, बैंक मित्र, ई पी सी आर पी, हम लोगों के द्वारा मन लगाकर कार्य किया जाता है।
जनपद स्तर जिला स्तर द्वारा किए गए कार्य को पंचायत एवं गांव स्तर तक कार्य किया जा रहा है। लेकिन उक्त कार्य हेतु हमें अति अल्प मानदेय दिया जाता है। इसमें हम सब सामुदायिक संवर्ग / कार्यकर्ता अपने मानदेय से संतुष्ट नहीं है, क्योंकि जिस तरह से हम से कार्य लिया जाता है, उसके अनुसार मानदेय राशि नहीं दिया जा रहा है। विगत 4 वर्षों से हमारे मानदेय में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई है। वर्तमान में महंगाई चरम सीमा में है जिससे हम सभी बिहान कार्यकर्ता आहत है। तथा इससे क्षुब्ध होकर दिनांक 21 से 25 मार्च तक कुल 5 दिवस हड़ताल पर रहेंगे
मांग में क्या है
बिहान कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत महिलाओं ने बताया कि संकुल स्तर पर कार्यरत पीआरपी का प्रतिमाह मानदेय वर्तमान में 13200 रु है, जिसे मानदेय वृद्धि कर 25 हजार दिया जाए । संकुल स्तर ग्राम पंचायत फील्डस्तर पर कार्यरत एफ एल सी आर पी का प्रतिमाह मानदेय वर्तमान में 5 हजार है, जिसे मानदेय वृद्धि कर 10 हजार दिया जाए।
संकुल स्तर ग्राम पंचायत फिल्ड स्तर पर कार्यरत आरबीके का प्रतिमाह मानदेय वर्तमान में 2200 रुपए है, जिसे मानदेय वृद्धि कर 8 हजार दिया जाए। विकासखंड संकुल स्तर पर बैंक में कार्यरत बैंक मित्र का प्रतिमाह मानदेय वर्तमान में 2500 है, जिसे मानदेय वृद्धि कर 8 हजार दिया जाए। इसी तरह संकुल स्तर ग्राम पंचायत फील्डस्तर कार्यरत सक्रिय महिला कृषि सखी पशु सखी का प्रतिमाह मानदेय वर्तमान में 1500 रु मानदेय वृद्धि कर 5 हजार दिया जाए तथा संकुल स्तर ग्राम पंचायत स्तर कार्यरत ईपीसीआरपी का मानदेय 8 हजार कर दिया जाए।