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विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर रामकृष्ण हॉस्पिटल ने बताए सेवन मिथक और तथ्य-डॉ. जायसवाल
31-May-2025 2:41 PM
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर रामकृष्ण हॉस्पिटल ने बताए सेवन मिथक और तथ्य-डॉ. जायसवाल

रायपुर, 31 मई। डॉ. रवि जयसवाल, कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और हेमेटोलॉजिस्ट, रामकृष्ण केयर अस्पताल ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि तंबाकू सेवन के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके और खपत को कम करने के लिए प्रभावी नीतियों की वकालत की जा सके। इसके नुकसानों के बारे में व्यापक जानकारी के बावजूद, तंबाकू के बारे में कई मिथक बने हुए हैं, जिसके कारण इसका लगातार सेवन किया जा रहा है। आइए कुछ आम मिथकों का खंडन करें और तथ्यों को उजागर करें।

डॉ. जायसवाल ने बताया कि मिथक 1: धूम्रपान केवल फेफड़ों को प्रभावित करता है:  तथ्य: जबकि फेफड़ों के कैंसर और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज धूम्रपान से दृढ़ता से जुड़े हुए हैं, तंबाकू शरीर के लगभग हर अंग को नुकसान पहुँचाता है। इससे निम्न का जोखिम बढ़ जाता है- हृदय रोग और स्ट्रोक (क्षतिग्रस्त रक्त वाहिकाओं के कारण), मौखिक और गले के कैंसर, मधुमेह की जटिलताएँ, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, प्रजनन संबंधी समस्याएँ (बांझपन, गर्भावस्था की जटिलताएँ)।

डॉ. जायसवाल ने बताया कि मिथक 2-हल्का या कभी-कभार धूम्रपान करना सुरक्षित है, तथ्य- तंबाकू सेवन का कोई सुरक्षित स्तर नहीं है।  कभी-कभार धूम्रपान करने से भी हृदय रोग, कैंसर और समय से पहले मृत्यु का जोखिम बढ़ जाता है। सेकेंड हैंड धूम्रपान से हर साल 1.2 मिलियन से ज़्यादा लोगों की मौत होती है। सोशल स्मोकर्स से सेकेंड हैंड धूम्रपान भी बच्चों और गर्भवती महिलाओं सहित अन्य लोगों को नुकसान पहुँचाता है।

 

डॉ. जायसवाल ने बताया कि मिथक 3- ई-सिगरेट और वेपिंग हानिरहित विकल्प हैं तथ्य- हालाँकि ई-सिगरेट में पारंपरिक सिगरेट की तुलना में कम जहरीले रसायन हो सकते हैं, लेकिन वे जोखिम-मुक्त नहीं हैं। वेपिंग अभी भी उपयोगकर्ताओं को निकोटीन (अत्यधिक नशे की लत), हानिकारक एरोसोल और संभावित फेफड़ों के नुकसान के संपर्क में लाती है। दीर्घकालिक प्रभावों पर अभी भी शोध चल रहा है, लेकिन सबूत बताते हैं कि वे हृदय और श्वसन स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा सकते हैं।

डॉ. जायसवाल ने बताया कि मिथक 4-सालों बाद धूम्रपान छोडऩा व्यर्थ है, तथ्य-छोडऩे के लिए कभी भी देर नहीं होती! आखिरी सिगरेट के 20 मिनट के भीतर शरीर ठीक होना शुरू हो जाता है। लाभों में शामिल हैं- 1 वर्ष के भीतर: हृदय रोग का जोखिम आधा हो जाता है। 5 साल के भीतर: स्ट्रोक का जोखिम धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति के बराबर हो जाता है। - 10 साल के भीतर: फेफड़ों के कैंसर का जोखिम काफी कम हो जाता है।


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