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नयी दिल्ली, 14 नवंबर कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार अगले दो से तीन माह में अपतटीय खनिज ब्लॉक की नीलामी शुरू करने की योजना बना रही है। पहले चरण में करीब 10 ऐसी खदानों की नीलामी होने की संभावना है।
सरकार ने अपतटीय खनिजों के लिए उत्पादन पट्टे प्रदान देने के लिए नीलामी का मार्ग खोलने को अपतटीय क्षेत्र खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 2002 में संशोधन किया है।
अपतटीय खनिज पृथ्वी की सतह के अंदर गहराई में पाए जाते हैं और तटीय खनिजों की तुलना में इन्हें निकालना कठिन होता है।
भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में खान मंत्रालय के मंडप के उद्घाटन के बाद रेड्डी ने पत्रकारों से कहा कि सरकार की योजना ’’ दो से तीन महीने में अपतटीय खनिज ब्लॉक की नीलामी करने की है।’’
भारत के अपतटीय खनिज भंडारों में सोना, हीरा, तांबा, निकल, कोबाल्ट, मैंगनीज और दुर्लभ तत्व शामिल हैं।
अपतटीय नीलामी से भारत में इन खनिजों की उपलब्धता बढ़ाने और आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
मंत्री ने साथ ही बताया कि जम्मू-कश्मीर में लिथियम ब्लॉक की खोज के तीन चरण पूरे हो चुके हैं और चौथे चरण का काम शुरू हो गया है।
सरकार ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर में लिथियम खदानों की नीलामी को बोलीदाताओं की संख्या आवश्यक से कम होने के कारण रद्द कर दिया था।
देश में पहली बार 2023 में जम्मू-कश्मीर में करीब 59 लाख टन लिथियम भंडार मिला था। लिथियम ऊर्जा बदलाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण खनिज है। यह लिथियम-आयन बैटरी का एक मूलभूत घटक है, जो इलेक्ट्रिक वाहन तथा बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणालियों को बिजली प्रदान करता है।
अर्जेंटीना में पांच लिथियम ब्लॉक के संबंध में उन्होंने कहा कि इन खदानों में खुदाई शुरू हो गई है।
मंत्री ने कहा, ‘‘ इन ब्लॉक के अन्वेषण के बाद उत्पादन शुरू हो जाएगा।’’ (भाषा)