विधानसभा
विधायक शैलेश पांडे के सवाल पर मंत्री रविंद्र चौबे ने दिया जवाब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 मार्च। मंगलवार को विधानसभा में विधायक शैलेश पांडेय ने अहिरन खारंग लिंक परियोजना और छपरा टोला परियोजना का मुद्दा उठाया। मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि अहिरन खारंग लिंक परियोजना अहिरन से गाजरा नाला जल संवर्धन योजना प्रस्तावित है। परियोजना वित्तीय वर्ष 2021-22 नवीन मद में शामिल है। छपरा टोला परियोजना बिलासपुर के खोंगसरा के समीप प्रस्तावित है, यह भी वित्तीय वर्ष 2021-22 के नवीन मद में शामिल है।
इसके अलावा विधायक पांडेय ने विधानसभा में कहा कि बिलासपुर में अमृत मिशन योजना को पिछली सरकार ने आधा अधूरा प्रारंभ किया था। बड़ी-बड़ी घोषणाएं की थी और लोगों को सपना दिखाया था, लेकिन उन्होंने कोई काम नहीं किया। हमारी सरकार ने बिलासपुर की जनता से जो वादा किया है। इसके लिए अहिरन खारंग लिंक परियोजना और छपराटोला की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी जाए।
जवाब में मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि दोनों परियोजनाओं को हमने बजट में प्रावधानवित किया है। एफआईसी की मीटिंग में दोनों परियोजनाओं की स्वीकृति दे दी गई है। प्रशासकीय स्वीकृति के लिए दोनों परियोजनाएं लंबित हैं। खारंग अहिरन परियोजना की अनुमानित लागत 720 करोड़ रुपये है। इसमें जल भराव क्षमता 46 मिलियन घन मीटर है। इसमें से बिलासपुर के लिए 31 मिलियन घन मीटर रखा गया है।
छपरा टोला परियोजना बहुत महत्वपूर्ण योजना है। पर्यावरणीय जलभराव हेतु अरपा के लिए इसमें तीन प्रकार के काम होंगे, जिसके लिए पानी मिलेगा। निस्तार और पेयजल के लिए भी जल उपलब्ध होगा। नदी में हमेशा पानी भरा रहेगा। इसके लिए भी एफआईसी से स्वीकृति मिल चुकी है। प्रशासकीय स्वीकृति के लिए लंबित है। इसकी लागत 968 करोड रुपए है। अरपा नदी में जो बांध बनेगा उसमें 30 मिलियन घन मीटर एवं मट्टी नाला में 37 मिलियन घन मीटर जल उपलब्ध रहेगा। कुल 67.77 मिलियन घन मीटर की छमता है। इससे अरपा नदी में 12 महीना पानी भरा रहेगा और अरपा नदी को पुनर्जीवित करेगा। योजना हमारी प्राथमिकता में है, जल्द ही प्रारंभ होगी।