‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 मार्च। पूरक पोषण आहार वितरण के लिए महिला समूहों से अनुबंध के एवज में राशि वसूलने के मामले में भाजपा विधायक रंजना साहू, और महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेडिया के बीच तीखी तकरार हुई। रंजना ने कहा अनुबंध के लिए महिला बाल विकास अधिकारियों ने धमतरी जिले में पैसा वसूला है। इस पर मंत्री अनिला ने कहा कि कुछ भी न बोलें, किसने कौन सा पैसा लिया है लिखित शिकायत करें। जांच करेंगे, कार्रवाई करेंगे। प्रश्नकाल में रंजना साहू ने अपने मूल प्रश्न को विभाग द्वारा संशोधित करने का आरोप लगाया।
उन्होंने पूछा पूरक पोषाहार के कितने सैंपल बीते तीन साल में लिए गए। और इनमें कितने अमानक पाए गए। इस पर मंत्री भेडिय़ा ने बताया कि 2019-20 में 126, 20-21 में 156, और 21-22 में 40 अमानक पाए गए हैं। और 3857 मानक पाए गए। इस पर रंजना साहू ने यह जानना चाहा कि ऐसे क्या कारण है कि पोषाहार वितरण का काम महिला स्वसहायता समूह के बजाए बीज निगम से कराया जा रहा है। स्पीकर महंत ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि बार-बार इसी तरह का प्रश्न पूछा जा रहा है यह गलत है। तब रंजना ने कहा कि दुर्ग में बीज निगम के द्वारा वितरित चिक्की, और टिक्की खाने से 50 बच्चे बीमार हुए हैं। ऐसे में फिर से बीज निगम को काम देना उचित नहीं। इस पर मंत्री भेडिय़ा बोली कि महिला समूहों को तीन साल तक पोषाहार वितरण के लिए अनुबंधित किया गया है। रंजना साहू ने कहा कि इस अनुबंध के बदले अफसर महिला समूहों से राशि ले रहे हैं। क्या इसे वापस कराएंगे। मंत्री भेडिय़ा ने इसका तीखा जवाब दिया। कौन सा पैसा, किसने लिया उल्टे-सीधे आरोप न लगाएं। शिकायत है तो लिखित में करिए जांच कराएंगे। रंजना ने कहा उन्होंने इसकी शिकायत कलेक्टर स की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।