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भोपाल, 17 फरवरी | केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) परीक्षा में धांधली के मामले में और आठ लोगों को नामजद किया है। अप्रैल 2017 में एनआईओएस द्वारा आयोजित माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षाओं के दौरान कथित अनियमितताओं के मामले में एक विशेष अदालत के समक्ष प्रस्तुत सीबीआई ने अपनी दूसरी पूरक चार्जशीट में आठ लोगों को नामित किया है। सीबीआई ने बुधवार को इस आशय की जानकारी दी।
सीबीआई ने अदालत को सूचित किया कि बड़ी संख्या में छात्र, जो तीन परीक्षा केंद्रों पर कक्षा 10 और 12 के लिए आयोजित परीक्षाओं में भी उपस्थित नहीं हुए थे, उन्हें एनआईओएस द्वारा उत्तीर्ण घोषित किया गया था।
शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला एनआईओएस इस परीक्षा का आयोजन करता है। मध्य प्रदेश के सीहोर, रतलाम और उमरिया उन परीक्षा केंद्रों में से थे, जहां गड़बड़ी पाई गई।
यह आरोप लगाया गया कि अभियुक्तों ने परीक्षा केंद्रों की उपस्थिति पत्रक (अटेंडेंस शीट) और छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं में जालसाजी और हेरफेर की।
सीबीआई जांच में उन छात्रों की प्रयुक्त उत्तर पुस्तिकाओं के रूप में और सबूत सामने आए जो परीक्षाओं में उपस्थित हुए थे और अनुपस्थित छात्रों की अनुपयोगी उत्तर पुस्तिकाओं को घोटाले में शामिल अभियुक्तों द्वारा नष्ट कर दिया गया था।
सीबीआई ने आगे स्पष्ट किया कि निष्कर्ष उसके अधिकारियों द्वारा की गई जांच और उनके द्वारा एकत्र किए गए सबूतों पर आधारित हैं। भारतीय कानून के तहत, अभियुक्तों को तब तक निर्दोष माना जाता है जब तक कि उनका अपराध अंतत: निष्पक्ष सुनवाई के बाद स्थापित नहीं हो जाता।
सीबीआई ने 23 जुलाई, 2018 को मामला दर्ज किया। बाद में इसने जांच के बाद 13 मई, 2019 को दो लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। (आईएएनएस)