राष्ट्रीय

50-100 लापता, दो शव बरामद हुए-उत्तराखण्ड के डीजीपी अशोक कुमार
समाचार एजेंसी पीटीआई ने उत्तराखण्ड के डीजीपी अशोक कुमार के हवाले से लिखा है कि लगभग 50-100 लोग लापता हैं. 2 शव बरामद हो चुके हैं और कुछ लोग इस घटना में घायल हुए हैं. डीजीपी ने कहा है कि ‘स्थिति अब नियंत्रण में लग रही है, मगर तपोवन-रिणी में लगा पूरा पावर प्रोजेक्ट नदी में बह गया है.’
वहीं समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में आईटीबीपी के अधिकारियों ने कहा है कि उनके जवानों को तपोवन इलाक़े में स्थित एनटीपीसी की साइट से तीन शव बरामद हुए हैं.
इस बीच भारतीय सेना ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बाढ़ की स्थिति के बारे में बताया है. भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा है कि सेना के चार कॉलम, दो मेडिकल टीम और एक इंजीनियरिंग टास्क फ़ोर्स रिणी भेजी गयी है. बताया गया है कि सेना के हेलीकॉप्टर भी लगातार स्थिति का जायज़ा ले रहे हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- 'वायु सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है'
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि ‘इस कठिन समय में मोदी सरकार उत्तराखण्ड की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.’
उन्होंने एक वीडियो के ज़रिये यह सूचना दी है कि ‘एनडीआरएफ़, आईटीबीपी और एसडीआरएफ़ की टीमें वहाँ पहुँच गई हैं. वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है.’
अमित शाह ने कहा, “जोशीमठ के आसपाय यह बड़ी घटना हुई है. पहाड़ से एक ग्लेशियर टूटकर नदी में गिरने के कारण पानी का बहाव बहुत बढ़ा है. दो नदियों में जल स्तर तेज़ी से बढ़ा है. कुछ लोगों के हताहत होने की ख़बर भी हमें मिली है. इस संकट से उत्तराखण्ड के लोगों को निकालने के लिए हम सभी प्रयास कर रहे हैं.'
उमा भारती ने कहा- 'हरिद्वार तक आ सकती है तबाही'
उत्तरखण्ड की घटना पर बीजेपी नेता उमा भारती ने सिलसिलेवार ट्वीट किये हैं.
उन्होंने लिखा है कि ‘हरिद्वार में भी अलर्ट जारी हो गया है यानी तबाही हरिद्वार तक आ सकती है.’
अपने ट्वीट में उमा भारती ने लिखा, “जोशीमठ से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पैंग गाँव (ज़िला चमोली) के ऊपर एक ग्लेशियर फिसलने से ऋषि गंगा पर बना हुआ पावर प्रोजेक्ट ज़ोर से टूटा है और वो एक तबाही लेकर आगे बढ़ रहा है. मैं गंगा मैया से प्रार्थना करती हूँ कि वो सबकी रक्षा करें. मैं कल उत्तरकाशी में थी. आज हरिद्वार पहुँची हूँ. यह हादसा जो हिमालय में ऋषि गंगा पर हुआ, यह चिंता एवं चेतावनी दोनों का विषय है.”
उन्होंने लिखा, 'इस संबंध में मैंने, जब मैं मंत्री थी तब अपने मंत्रालय की तरफ़ से हिमालय-उत्तराखंड के बांधों के बारे में जो ऐफ़िडेविट दिया था, उसमें यही आग्रह किया था कि हिमालय एक बहुत संवेदनशील स्थान है, इसलिये गंगा एवं उसकी मुख्य सहायक नदियों पर पावर प्रोजेक्ट नहीं बनने चाहिए. तथा इससे उत्तराखण्ड की जो 12% की क्षति होती है, वो नेशनल ग्रिड से पूरी कर देनी चाहिये.'
अंत में उन्होंने लिखा है कि ‘ज़िला चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी समेत सभी ज़िलों में रहने वाले अपने आत्मीय जनों से मैं अपील करती हूँ कि इस आपदा से प्रभावित लोगों की रक्षा व सेवा के कार्यों में लग जाइये.’
उत्तराखंड में फटा हिमालयी ग्लेशियर, अलकनंदा के आसपास की आबादी ख़तरे में
उत्तराखंड के चमोली ज़िले में ग्लेश्यिर टूटने से नदी में उफान. नदी के कई तटबंध टूटने के बाद बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है. इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को नुकसान पहुँचने की संभावना जताई गई है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार पावर प्रोजक्ट में काम कर रहे 150 मज़दूर ग़ायब हैं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटना स्थल के लिए रवाना हुए. उन्होंने ट्वीट कर अफ़वाह पर ध्यान नहीं देने और पुराने वीडियो नहीं शेयर करने का आग्रह किया है.
उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को नुकसान पहुँचने की संभावना है.
उन्होंने लिखा कि नदी में अचानक पाने आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है. तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है. नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया जा रहा है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने आईटीबीपी के हवाले से बताया कि उत्तराखंड के चमोली ज़िले के रेनी गाँव के पास विशाल बाढ़ को देखा गया है जिसने नदियों के कई तट और घरों को तोड़ डाले हैं. आईटीबीपी के जवान लोगों की मदद को भेजे गए हैं. जोशीमठ के पास रेनी गाँव में राहत का काम चल रहा है.
चमोली पुलिस के हवाले से एएनआई ने लिखा कि "तपोवन क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है." (bbc.com/hindi)