राष्ट्रीय
जी-20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति की ओर से दिए जाने वाले डिनर के लिए छपे कथित निमंत्रण पत्र को लेकर विवाद हो गया है.
यह विवाद राष्ट्रपति की ओर से भेजे गए निमंत्रण पत्र में कथित तौर पर 'भारत' के अंग्रेज़ी नाम 'इंडिया' का प्रयोग न करने से पैदा हुआ है.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ''G-20 सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति द्वारा मेहमानों को भेजे गए आमंत्रण पत्र में रिपब्लिक ऑफ 'इंडिया' की जगह रिपब्लिक ऑफ 'भारत' शब्द का इस्तेमाल किया गया है.''
पार्टी ने पूछा है, ''INDIA से इतना डर? यह विपक्ष के लिए मोदी सरकार की नफ़रत है या एक डरे और सहमे हुए तानाशाह की सनक?''
आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस कथित निमंत्रण पत्र का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा है कि ये देश किसी एक राजनीतिक पार्टी का नहीं है.
उन्होंने लिखा, "जी-20 के न्योते पर बीजेपी की ओर से प्रेज़िडेंट ऑफ़ इंडिया की जगह प्रेज़िडेंट ऑफ़ भारत का ज़िक्र करने से बहस छिड़ गई है. बीजेपी 'INDIA'पर हमला कैसे कर सकती है? ये देश किसी एक राजनीतिक पार्टी का नहीं है. ये 135 करोड़ भारतीयों का है. हमारी राष्ट्रीय पहचान बीजेपी की निजी संपत्ति नहीं है जिसे अपनी मर्ज़ी से बदल दिया जाए."
सोशल मीडिया साइट पर इसे लेकर जमकर ट्वीट और रिट्वीट हो रहे हैं.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ''अब भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1 को पढ़ा जा सकता है- भारत, जो कि इंडिया है, राज्यों का एक संघ होगा.'' (bbc.com)