सामान्य ज्ञान

क्या है गोरखमुंडी
04-Aug-2020 1:18 PM
क्या है गोरखमुंडी

भारतीय वनौषधियों में गोरखमुंडी का विशेष महत्व है। सर्दी के मौसम में इसमें फूल और फल लगते हैं। इस पौधे की जड़, फूल और पत्ते कई रोगों के लिए फायदेमंद होते हैं। गोरखमुण्डी भारत के प्राय: सभी प्रान्तों में पाई जाती है। संस्कृत में इसकी श्रावणी महामुण्डी अरुणा, तपस्विनी तथा नीलकदम्बिका आदि कई नाम हैं। यह अजीर्ण, टीबी, छाती में जलन, पागलपन, अतिसार, वमन, मिर्गी, दमा, पेट में कीड़े, कुष्ठरोग, विष विकार आदि में तो लाभदायक होती ही है, इसे बुद्धिवर्द्धक भी माना जाता है। गोरखमुंडी की गंध बहुत तीखी होती है। 

 गर्भाशय, योनि सम्बन्धी अन्य बीमारियों पथरी-पित्त सिर की आधाशीशी आदि में भी यह अत्यन्त लाभकारी औषधि है।   पीलिया के मरीजों के लिए भी यह फायदेमंद औषधि है।  गोरखमुंडी का प्रयोग बवासीर में भी बहुत लाभदायक माना गया है। पेट के कीड़ों में भी इस की जड़ का प्रयोग किया जाता है।

यह कंपोजि़टी  कुल की वनस्पति है। गोरखमुंडी एक वर्षा आयु वाली, प्रसर, वनस्पति धान के खेतों तथा अन्य नम स्थानों में वर्षा के बाद निकलती है। यह लसदार, रोमश और गंधयुक्त होती है।  गोरखमुंडी आंखों के अमृत के समान होता है। आप इसे खेत खलिहानों में आसानी से देख सकते हैं।


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