सामान्य ज्ञान

लेह शहर इंडस नदी के किनारे कराकोरम और हिमालय की श्रृंखला के बीच स्थित है। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता देश भर से पर्यटकों को साल के बारहों महीने अपनी ओर खींचती है। इस शहर में ज़्यादातर हिस्से में मस्जिद और बौद्ध स्मारक हैं जो सोलहवीं और सत्रहवीं शताब्दी में बनाए गए थे। एक बहुत पुराना, नामग्याल डायनेस्टी का राजा सेंग्गे नामग्याल का नौ मंजिल का महल, इस जगह का मुख्य आकर्षण है जो मेडिएवल ऐरा के वास्तुशिल्पीय ढंग को दर्शाता है।
लेह की आबादी का ज़्यादातर हिस्सा बुद्ध मौंक, हिन्दुओं और लामाओं का है। कई अध्ययन केंद्र जैसे शांति स्तूप और शंकर गोम्पा इस जगह के आकर्षण को बढ़ाते हैं। बर्फ से ढंका हिमालय पहाड़ इस जगह की सुंदरता को बढ़ाता है। लेह के कई इलाकों जैसे उबड़ खाबड़ हिमालयन भू-भाग में ट्रेकिंग भी की जा सकती है। इस जगह के मुख्य आकर्षण में से मुग़ल कला में बनी जामा मस्जिद और शे महल हैं जिसको लद्दाखी राजाओं का गर्मी का इलाका भी कहते हैं और यह अपने विशाल बुद्ध की मूर्ति के लिए मशहूर है।
लेह में गर्मी का मौसम मार्च से जून तक खिंच जाता है और यह समय यहां आने का सबसे उचित समय होता है। इस समय लेह का मौसम सुहाना रहता है और उच्चतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहता है। दिन में औसत तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। सर्दी का मौसम लेह में काफी ठंडा और कठोर होता है। इस दौरान यहां का तापमान -28 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। मानसून के समय लेह में औसतन 90 मिलीमीटर वर्षा होती है।