अंतरराष्ट्रीय
इसराइली हमले के बाद ईरान जाने वाली कुछ उड़ान सेवाओं को कुछ देर के लिए रोके जाने के बाद फिर से शुरू कर दिया गया है.
जर्मन विमान सेवा लुफ़्तांसा ने इसराइल और इराक़ के लिए शनिवार तक उड़ान सेवाएं रोक दी हैं.
एयर इंडिया ने भी 30 अप्रैल तक तेल अवीव जाने वाली सभी फ्लाइट रद्द कर दी है.
ऑस्ट्रियन एयरलाइंस ने तेल अवीव, इर्बिल (उत्तरी इराक़) अम्मान (जॉर्डन) के लिए सेवाएं स्थगित की हैं. दोनों ही उड़ान सेवाओं ने कहा है कि इस महीने के आख़िर तक वे तेहरान और बेरूत के लिए सर्विस नहीं देंगी.
ईरान के इस्फ़हान शहर के एयर डिफेंस सिस्टम के कमांडर सियावश मिहानदूस्त ने सरकारी टेलीविजन को बताया है कि शुक्रवार सुबह हुए एक हमले को नाकाम कर दिया गया है.
सियावश मिहानदूस्त ने कहा कि इस्फ़हान में आज सुबह जो आवाज़ें सुनी गई थीं, वो कोई धमाका नहीं था.
इमेज कैप्शन,सर्गेई लावरोव
इसराइल की ताज़ा कार्रवाई के बाद रूस ने कहा है कि वो तेल अवीव और तेहरान दोनों ही के संपर्क में है.
विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कहा कि रूस ने इसराइल को स्पष्ट कर दिया है कि ईरान इस मुद्दे को अब और नहीं बढ़ाना चाहता है.
इसराइल के पड़ोसी देश जॉर्डन ने 'क्षेत्रीय तनाव के ख़तरे' को लेकर आगाह किया है.
जॉर्डन ने ईरान और इसराइल की एक दूसरे के ख़िलाफ़ की गई कार्रवाई को ख़त्म करने की भी अपील की है.
उधर, पैरिस में पुलिस ने ईरानी दूतावास में दाखिल होने वाले एक शख़्स को गिरफ़्तार किया है.
फ्रांसीसी मीडिया ने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया है कि एक संदिग्ध व्यक्ति ईरानी दूतावास में घुस रहा था.
प्रत्यक्षदर्शी का कहना था कि संदिग्ध व्यक्ति के हाथ में ग्रेनेड या कोई विस्फोटक था.
ईरानी सेना के प्रमुख मेजर जनरल सैयद अब्दुलरहीम मुसावी ने इस्फ़हान के धमाके पर ईरानी टीवी को इंटरव्यू दिया है.
उन्होंने धमाकों की आवाज़ दरअसल एंटी एयरक्राफ्ट डिफेंस सिस्टम से निकली थी जो किसी संदिग्ध चीज़ को देखने के बाद सक्रिय हुई थी.
उन्होंने आम लोगों को भरोसा दिलाया कि कोई नुक़सान नहीं हुआ है.
अमेरिका ने भी कहा है कि वो तनाव को कम करने के लिए काम कर रहा है. (bbc.com/hindi)
अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में कई महीनों की देरी के बाद यूक्रेन को राहत पैकेज देने वाला प्रस्ताव पास हो सकता है.
शनिवार को इस प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है.
यूक्रेन के अलावा इसराइल को भी अमेरिका की ओर से राहत पैकेज मुहैया करवाया जा सकता है.
हाउस के स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा कि वो प्रस्ताव पर वोटिंग करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने कहा, ''इस प्रस्ताव के ज़रिए यूक्रेन को करीब 61 बिलियन डॉलर और इसराइल को करीब 26 बिलियन डॉलर की मदद मुहैया करवाई जा सकती है.''
यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमिहाल ने गुरुवार को अमेरिकी कांग्रेस से विदेशी राहत प्रस्ताव पास करने की मांग की थी. (bbc.com/hindi)
अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए ज़रूरी सामान मुहैया करवाने वाली चार कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है.
इनमें चीन की तीन और बेलारूस की एक कंपनी शामिल है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर प्रतिबंध के बारे में जानकारी दी.
बयान में कहा गया, ''चीन की जिन तीन कंपनियों पर प्रतिबंध लगे हैं उनके नाम शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड, तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड और ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड हैं. लारूस की मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.''
''इन कंपनियों ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम के लिए ज़रूरी सामान की आपूर्ति की है. इन कंपनियों ने लंबी दूरी के मिसाइल प्रोग्राम के लिए सामान मुहैया करवाया है.''(bbc.com/hindi)
पाकिस्तान के कराची में पुलिस का कहना है कि जापानी नागरिकों की कार पर आत्मघाती हमला हुआ है. इस हमले में दो हमलावर मारे गए हैं और अन्य दो लोग घायल हुए हैं.
ये हमला शुक्रवार सुबह हुआ है.
पुलिस का कहना है कि जापानी नागरिक कार से कहीं जा रहे थे.
मीडिया से डीआईजी अज़फर माहेसर ने कहा कि हमलावर ने जापानी नागरिकों की कार के पास खुद को उड़ा लिया लेकिन कार कुछ दूरी पर थी, इस वजह से जापानी नागरिक सुरक्षित रहे.
पुलिस का कहना है कि शायद ये हमला चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए किया गया था. (bbc.com/hindi)
बेरूत, 19 अप्रैल । सीरिया में इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों के संदिग्ध हमलों में सरकार समर्थक कम से कम 28 लड़ाके मारे गए।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने शुक्रवार को कहा, "गुरुवार देर रात एक सैन्य बस पर हुए हमले में 22 सीरियाई सैनिक और सहयोगी लड़ाके मारे गए। देश के पूर्वी हिस्से में अल-तैयबा शहर के पास हुए हमले में सात अन्य लोग घायल हो गए।"
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी सीरियाई प्रांत दीर अल-जौर में एक दूसरे हमले में छह सीरियाई सैनिक मारे गए।
हमलों की जिम्मेदारी किसी भी समूह ने नहीं ली है। लेकिन ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि हमलों के पीछे इस्लामिक स्टेट समूह का हाथ होने की संभावना है।
(आईएएनएस/डीपीए)
दुबई, 19 अप्रैल ईरान ने इस्फहान शहर के पास शुक्रवार को तड़के ड्रोन देखने के बाद एक प्रमुख वायु सेना अड्डे और परमाणु स्थल के बचाव में उन पर हमला किया।
ये ड्रोन ईरान के अप्रत्याशित ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद इजराइल के हमले के तहत दागे माने जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि ईरान के अप्रत्याशित ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद ये ड्रोन इजराइल की ओर से दागे गए।
ईरान के किसी भी अधिकारी ने इस आशंका को प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार नहीं किया है कि इजराइल ने हमला किया है। इजराइली सेना ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
हालांकि गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ युद्ध और सीरिया में ईरान को निशाना बनाकर किए गए हमलों के बीच शनिवार को इजराइल पर हमले होने के बाद से तनाव बढ़ गया है।
अमेरिका के अधिकारियों ने शुक्रवार को सुबह इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन अमेरिकी ब्रॉडकास्ट नेटवर्क ने कुछ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि इजराइल ने हमला किया था। इन अधिकारियों के नाम नहीं बताए गए।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई के 85वें जन्मदिन पर हमले के दावे के लिए कुछ इजराइली अधिकारियों का हवाला दिया लेकिन उनका नाम भी नहीं बताया गया।
इजराइल के नेताओं ने भी अपने बयानों में संकेत दिया कि उनके देश ने हमला किया।
ईरान के सरकारी टेलीविजन की खबर के अनुसार, ड्रोन हवा में दागे जाने की खबरों पर कई प्रांतों में वायु रक्षा बैटरियां दागी गईं। ईरान के सैन्य कमांडर जनरल अब्दुलरहीम मूसावी ने कहा कि चालक दल के सदस्यों ने उड़ने वाली अनेक वस्तुओं को निशाना बनाया।
मूसावी ने कहा, ‘‘इस्फहान के आसमान में आज सुबह हुआ विस्फोट एक संदिग्ध वस्तु पर हवाई रक्षा प्रणाली के हमलों के जवाब में हुआ था जिसमें कोई नुकसान नहीं हुआ।’’
इस्फहान में ईरान की ‘यूरेनियम कन्वर्सन फैसिलिटी’ तीन छोटे, चीन की आपूर्ति वाले अनुसंधान रिएक्टर का परिचालन करती है। यहां ईरान के असैन्य परमाणु कार्यक्रम के लिए ईंधन उत्पादन और अन्य गतिविधियों को संचालित किया जाता है।
इस्फहान में ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े स्थल भी हैं जिनमें भूमिगत ‘नतांज’ संवर्धन स्थल शामिल है जिस पर संदिग्ध इजराइली हमले बार-बार होते रहे हैं।
सरकारी टेलीविजन ने क्षेत्र के सभी परमाणु स्थलों को ‘पूरी तरह सुरक्षित’ करार दिया। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने भी कहा, ‘‘घटना के बाद ईरान के परमाणु स्थलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।’’
आईएईए ने सभी से पूरी तरह संयम बरतते रहने को कहा है।
अर्ध सरकारी समाचार एजेंसियों ‘फार्स’ और ‘तस्नीम’ ने भी विस्फोटों की आवाज सुनाई देने की सूचना दी लेकिन उन्होंने इसका कारण नहीं बताया।
दुबई की विमानन कंपनियों ‘एमिरेट्स’ और ‘फ्लाईदुबई’ ने स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग साढ़े चार बजे से पश्चिमी ईरान के आसपास उड़ानों के हवाई मार्ग में परिवर्तन शुरू किया लेकिन उन्होंने इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।
विमान चालकों को मिली स्थानीय चेतावनियों से संकेत मिलता है कि हवाई क्षेत्र संभवत: बंद हो सकता है।
ईरान ने तब घोषणा की थी कि उसने तेहरान और उसके पश्चिमी एवं मध्य क्षेत्रों में वाणिज्यिक उड़ानें रोक दी हैं। अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने बाद में सामान्य उड़ान सेवा बहाल कर दी। (एपी)
इस्लामाबाद, 19 अप्रैल । पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में एक वैन के खाई में गिरने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में 22 अन्य घायल हो गए। बचाव सेवा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
बचाव दल ने कहा कि दुर्घटना मुजफ्फराबाद के गढ़ी दुपट्टा इलाके में हुई जब एक यात्री वैन पहाड़ी इलाके में सड़क से उतर गई और नीचे एक घर की छत पर गिर गई।
इसमें कहा गया है कि मृतकों में एक व्यक्ति वो भी है जो उस घर में था, जिस पर बस गिरी।
बचाव सेवा ने कहा कि दुर्घटना के बाद, बचावकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। तीन घायलों की हालत गंभीर है।
(आईएएनएस)
कीव, 19 अप्रैल । दक्षिणी यूक्रेन में शुक्रवार तड़के रूसी हमले में आठ लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
क्षेत्र के गवर्नर सेरही लिसाक ने टेलीग्राम पर बताया कि हमले में राजधानी निप्रो में दो लोग मारे गए और 15 घायल हो गए। इस दौरान पांच मंजिला एक इमारत ध्वस्त हो गई। रेलवे स्टेशनों को भी निशाना बनाया गया। डीनिप्रो में मुख्य रेलवे स्टेशन बंद कर दिया गया और लंबी दूरी की ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया।
गृह मंत्री इहोर क्लिमेंको के अनुसार, हमले में सिनेलनीकोव शहर में भी छह लोग मारे गए। इनमें दो बच्चे भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पावलोह्रद में एक फैक्ट्री और क्रिवी रिह में एक इमारत क्षतिग्रस्त हो गई।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लादिमिर जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर लिखा कि अगर उनके सहयोगी उनकी मदद करें, तो इजराइल की तरह ही यूक्रेन में भी हवाई हमले रोके जा सकते हैं।
गवर्नर लिसाक ने कहा कि यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली ने नौ रूसी मिसाइलों को मार गिराया।
लिसाक ने कहा, रूसी सैनिकों ने निप्रो नदी के पार निकोपोल जिले पर गोलाबारी की।
यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि ओडेसा के बंदरगाह शहर पर भी काला सागर से मिसाइलों से हमला किया गया। (आईएएनएस/डीपीए)
इस्लामाबाद, 19 अप्रैल । शुक्रवार सुबह पाकिस्तान के कराची में विदेशी नागरिकों के एक काफिले पर आत्मघाती हमला किया गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। वहीं तीन अन्य लोगों के घायल होने की खबर है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कराची के मालिर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तारिक मस्तोई के हवाले से बताया, ''कराची के लांधी टाउन क्षेत्र के मनसेहरा कॉलोनी क्षेत्र में पांच जापानियों को ले जा रहे एक काफिले को निशाना बनाया गया, लेकिन सुरक्षा गार्डों की जवाबी गोलीबारी ने इस हमले को नाकाम कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, एक आतंकवादी ने सामने वाले वाहन पर हमला करने के लिए बंदूक निकाली, लेकिन पीछे चल रहे वाहन में मौजूद पुलिस सुरक्षा गार्डों ने जवाबी गोलीबारी में उसे मार गिराया।
पुलिस ने कहा कि गोलीबारी के बाद एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से भरी अपनी जैकेट में विस्फोट कर दिया जिससे विदेशियों का वाहन और एक मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गई और दो गार्डों सहित तीन लोग घायल हो गए।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि हमले में सभी पांच विदेशी नागरिक सुरक्षित रहे। वहीं पुलिस, सुरक्षा बल और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचा और विदेशियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
बम निरोधक दस्ता भी घटनास्थल पर पहुंचा। बम निरोधक दस्ते ने स्थानीय मीडिया को बताया कि घटनास्थल पर कम नुकसान हुआ, क्योंकि आत्मघाती हमलावर की विस्फोटक से भरी जैकेट पूरी तरह से विस्फोट नहीं हो सकी।
अभी तक इस हमले की किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
(आईएएनएस)
तेल अवीव, 19 अप्रैल । इजरायल ने ईरान के इस्फ़हान शहर पर हमला किया है, जिसके बाद ईरान ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय कर दी है और उड़ानें निलंबित कर दी हैं। इसके बाद से मिडिल ईस्ट में और तनाव बढ़ गया है।
यह हमला ईरान द्वारा इजराइल पर मिसाइलें और ड्रोन से किए गए हमले का जवाब माना जा रहा है।
ईरानी न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, आसमान में ईरानी हवाई सुरक्षा सक्रिय कर दी गई है।
इस्फ़हान के पूरब और इस्फ़हान अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास तीन विस्फोट हुए हैं।
इजराइली मीडिया ने बताया कि इस्फ़हान शहर को निशाना बनाकर मिसाइल हमला किया गया है। शुक्रवार सुबह तेल अवीव में किरया सैन्य मुख्यालय में कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
हालांकि, ईरान ने कहा कि कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ बल्कि केवल ड्रोन हमले हुए हैं।
ईरानी राज्य मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि मध्य प्रांत इस्फ़हान के आसमान में कई छोटी उड़ने वाली वस्तुओं को गोली मार दी गई।
ईरानी मीडिया ने बताया कि तेहरान, इस्फ़हान और शिराज के लिए उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं।
(आईएएनएस)
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सहायक प्रेस सचिव वेदांत पटेल ने कहा है कि अमेरिका भारत जैसे विकसित लोकतांत्रिक देश में चुनाव के दौरान पर्यवेक्षक नहीं भेजता है.
वेदांत पटेल से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल किया गया कि क्या अमेरिका भारत में शुक्रवार से शुरू होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक भेजेगा?
जिसके जवाब में वेदांत पटेल ने कहा, ''भारत जैसे विकसित लोकतंत्र के मामले में पर्यवेक्षक नहीं भेजते हैं. हम भारत के साथ अपने संबंध मजबूत करने के लिए उत्साहित हैं.''
''हम भारत के चुनाव पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं.''
भारत में 18वीं लोकसभा के लिए मतदान का आगाज 19 अप्रैल से हुआ है. कुल सात चरणों में भारत की 543 लोकसभा सीटों पर वोट डालें जाएंगे.
आखिरी चरण के लिए मतदान एक जून को होगा. चुनाव के नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे. (bbc.com/hindi)
ओटावा, 18 अप्रैल। टोरंटो के मुख्य हवाई अड्डे पर पिछले साल करोड़ों डॉलर मूल्य के सोने की लूट के सिलसिले में गिरफ्तार छह लोगों में भारतीय मूल के कम से कम दो लोग शामिल हैं। इसे कनाडा के इतिहास में सोने की सबसे बड़ी लूट माना जा रहा है।
‘पील रीजनल पुलिस’ (पीआरपी) ने कहा कि कनाडाई अधिकारियों ने मामले में तीन और लोगों के लिए भी वारंट जारी किया।
पुलिस का कहना है कि 17 अप्रैल, 2023 को, नकली कागजों का उपयोग करके एक सुरक्षित भंडारण केंद्र से 2.2 करोड़ कनाडाई डॉलर से अधिक मूल्य की सोने की छड़ें और विदेशी मुद्रा लेकर जा रहा एक हवाई मालवाहक कंटेनर चोरी हो गया था। सोना और मुद्रा ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड से एयर कनाडा की एक उड़ान से हवाई अड्डे पर पहुंचे ही थे।
पुलिस ने कहा कि एयर कनाडा के कम से कम दो पूर्व कर्मचारियों ने कथित रूप से इस लूटपाट में मदद की थी। इनमें से एक हिरासत में है और दूसरे के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है।
भारतीय मूल के दो लोगों परमपाल सिद्धू (54) और अमित जलोटा (40) को बुधवार को ओंटारियो से गिरफ्तार किया गया। उनके साथ अम्माद चौधरी (43), अली रजा (37) और प्रसथ परमलिंगम (35) को गिरफ्तार किया गया।
इसी सिलसिले में हथियारों की तस्करी के आरोपों में ब्राम्पटन से 25 वर्षीय डी किंग-मैकलीन को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया और जांचकर्ता उसके तथा उसके वकील से संपर्क में हैं।
पिछले साल घटी घटना की विस्तृत जांच के बाद गिरफ्तारियों की घोषणा की गई।
अपराध के समय सिद्धू एयर कनाडा के लिए काम रहा था।
पुलिस ने ब्राम्पटन के 31 वर्षीय सिमरन प्रीत पनेसर के लिए कनाडा के स्तर पर वारंट जारी किया है। वह भी लूट के समय एयर कनाडा का कर्मचारी था। खबर के अनुसार ब्राम्पटन के अर्चित ग्रोवर (36) और 42 साल के अर्सलान चौधरी के लिए भी वारंट जारी किया गया है।
एयर कनाडा के प्रवक्ता पीटर फिट्जपैट्रिक ने सिद्धू और पनेसर के राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर कनाडा के साथ जुड़े होने की पुष्टि की। (भाषा)
मानदो (इंडोनेशिया), 18 अप्रैल। इंडोनेशिया में एक ज्वालामुखी फटने के बाद प्रशासन ने बृहस्पतिवार को एक हवाई अड्डा बंद कर दिया और उस ज्वालामुखी के आसपास रहने वाले लोग फैलते राख, गिरते चट्टानों, गर्म बादल और सुनामी की आशंका के मद्देनजर अपने घर-बार छोड़कर चले गये।
सुलावेशी द्वीप के उत्तरी हिस्से में स्थित ‘माउंट रूआंग’ में बुधवार को ज्वालामुखी से कम से कम पांच बार भारी मात्रा में लावा बाहर निकला। उसके बाद ‘सेंटर फोर वोलकैनोलोजी एंड जियोलॉजिकल डिजास्टर मिटिगेशन’ ने उच्चतम स्तर का अलर्ट जारी किया और आगे भी लावा निकलने के संकेत दिये।
ज्वालामुखी उद्गम केंद्र से बृहस्पतिवार को भी लगाातार धुंआ निकलता रहा, जो 500 मीटर से अधिक ऊंचाई तक पहुंचा।
लोगों को इस पर्वतीय स्थल से कम से कम छह किलोमीटर दूर रहने का आदेश दिया गया है। प्रभावित क्षेत्र में 11,000 लोग रहते हैं और उन्हें वहां से चले जाने को कहा गया है। कम से कम 800 लोग चले गये हैं।
मानदो में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, क्योंकि ज्वालामुखी उद्गम केंद्र से हवा में राख फैल रही है। (एपी)
बालासोर (ओडिशा), 18 अप्रैल। भारत ने बृहस्पतिवार को ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से ‘स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल’ (आईटीसीएम) का सफल प्रक्षेपण-परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने यह जानकारी दी।
डीआरडीओ ने बताया कि परीक्षण के दौरान प्रक्षेपास्त्र की सभी उप-प्रणालियों ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईटीसीएम के सफल प्रक्षेपण-परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि स्वदेश संचालित लंबी दूरी की ‘सब-सोनिक’ क्रूज मिसाइल का सफल निर्माण भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के लिए एक प्रमुख उपलब्धि है।
डीआरडीओ ने कहा कि मिसाइल के प्रदर्शन की निगरानी के लिए एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) ने विभिन्न स्थानों पर रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली (ईओटीएस) और टेलीमेट्री जैसे कई रेंज सेंसर लगाए थे। भारतीय वायुसेना के एसयू-30-एमके-आई विमान से भी प्रक्षेपास्त्र की उड़ान पर नजर रखी गई।
डीआरडीओ ने कहा, ‘‘मिसाइल ने मार्गदर्शक समुद्री प्रणाली का उपयोग करके लक्षित पथ का अनुसरण किया और बहुत कम ऊंचाई वाली समुद्री-स्किमिंग उड़ान का प्रदर्शन किया। इस सफल उड़ान परीक्षण ने गैस टर्बाइन अनुसंधान प्रतिष्ठान (जीटीआरई), बेंगलुरु द्वारा विकसित स्वदेशी संचालन प्रणाली के विश्वसनीय प्रदर्शन को भी स्थापित किया है।’’
इस प्रक्षेपास्त्र को अन्य प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योगों के योगदान के साथ बेंगलुरु स्थित डीआरडीओ की प्रयोगशाला वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान द्वारा विकसित किया गया है।
परीक्षण के दौरान विभिन्न डीआरडीओ प्रयोगशालाओं के कई वरिष्ठ वैज्ञानिकों सहित इसके निर्माण में भागीदार प्रतिनिधि भी मौजूद थे। (भाषा)
टोक्यो, 18 अप्रैल। पश्चिमी जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने गुरुवार सुबह पत्रकारों से कहा कि भूकंप के बाद किसी बड़े नुकसान या किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के अनुसार, भूकंप स्थानीय समय के अनुसार रात लगभग 11:14 बजे आया।
पब्लिक ब्रॉडकास्टर एनएचके ने गुरुवार सुबह बताया, ''भूकंप से एहिमे और कोची में सात लोगों को हल्की चोटें आईं। कुछ क्षेत्रों में मामूली क्षति हुई, जिसमें पानी के पाइप टूटना, बिजली के तार लटकना, स्ट्रीट लाइटें गिरना और राष्ट्रीय सड़क पर भूस्खलन शामिल है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम एजेंसी ने शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई थी। लेकिन बाद में तीव्रता 6.6 बताई गई।
ऑपरेटर शिकोकू इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने कहा कि भूकंप से एहिमे प्रीफेक्चर में इकाता परमाणु ऊर्जा संयंत्र को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
क्यूशू इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने भी कहा कि क्यूशू द्वीप पर कागोशिमा प्रान्त में सेंदाई परमाणु ऊर्जा संयंत्र में कोई असामान्यता नहीं पाई गई है।
(आईएएनएस)
ब्रिटेन के एक पिता-पुत्री को सोमरसेट के समुद्र तट पर एक दैत्याकार समुद्री जीव का जबड़ा मिला है जो 20.2 करोड़ साल पुराना है.
इंग्लैंड के सोमरसेट पर एक पिता-पुत्री को मिला अवशेष दुनिया के सबसे विशाल जानवरों में से एक का जबड़ा है. यह अवशेष 20 करोड़ साल से भी ज्यादा पुराना है. वैज्ञानिकों ने बुधवार को कहा कि यह इचिथ्योसॉर का जबड़ा है, जो धरती पर मौजूद रहे सबसे बड़े जानवरों में से एक था.
वैज्ञानिकों ने इचिथ्योसॉर के अब तक मिले अवशेषों के आकार से इसकी तुलना के बाद कहा कि यह दैत्याकार सरीसृप ट्रायसिक युग में समुद्र में विचरता था. इसका आकार 72 से 85 फुट के बीच होता था. आज जो सबसे बड़ी व्हेल मछलियां मौजूद हैं वे करीब इसी आकार की हैं. ब्लू व्हेल को दुनिया का सबसे बड़ा प्राणी माना जाता है और वह 100 फुट तक लंबी हो सकती है.
जब पृथ्वी पर डायनसोर रहते थे तब समुद्र में इन्हीं विशालकाय सरीसृपों का राज हुआ करता था. ये करीब 16 करोड़ साल तक मौजूद रहे. लगभग नौ करोड़ साल पहले ये विलुप्त हो गए. इनका आकार अलग-अलग हो सकता था. ये मछलियों और अन्य समुद्री जीवों को खाते थे.
पिता-पुत्री की खोज
2020 में रूबी रेनल्ड्स और उनके पिता जस्टिन रेनल्ड्स को सोमरसेट के ब्लू एंकर बीच पर यह अवशेष मिला था जो दूसरा ऐसा जबड़ा है. इससे पहले सोमरसेट के ही लिलस्टॉक बीच पर 2016 में ऐसा ही एक जबड़ा मिला था.
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में प्राणीविज्ञानी डीन लोमैक्स ने इस अवशेष के अध्ययन के बाद एक शोध पत्र प्रकाशित किया है. पीएलओएस वन (PLOS ONE) पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में लोमैक्स लिखते हैं, "यह सोचना ही रोमांचकारी है कि ट्रायसिक युग में जब जमीन पर डायनासोर रहते थे, तब इस इलाके के समुद्र में ब्लू व्हेल के आकार के दैत्याकार इचिथ्योसॉर तैर रहे थे.”
2020 जब रूबी रेनल्ड्स और उनके पिता को यह अवशेष मिला था, तब वह 11 साल की थीं. वह समुद्र तट पर अवशेषों की खोज में ही घूम रही थीं, जब उनकी नजर एक अवशेष पर पड़ी. उन्होंने आसपास के इलाके को और गहनता से खोजना शुरू किया और एक और ज्यादा बड़ा टुकड़ा मिला.
फिर उन्होंने लोमैक्स से संपर्क किया जो दुनिया में इचिथ्योसॉर के जानेमाने विशेषज्ञ हैं. तब विशेषज्ञों की मदद से आधी जमीन में दबी इस हड्डी को निकाला गया.
रोमांचकारी अनुभव
पहली बार इचिथ्योसॉर की खोज भी एक 12 साल की बच्ची ने ही की थी. 19वीं सदी की ब्रिटिश अवशेष खोजी मैरी ऐनिंग ने पहली बार इचिथ्योसॉर के अवशेष की खोज की थी. रूबी रेनल्ड्स की तुलना मैनिंग से की जा रही है. इस बारे में वह कहती हैं, "मैरी ऐनिंग एक अद्भुत प्राणीविज्ञानी थीं और उनसे तुलना होना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है.”
रूबी के पिता जस्टिन रेनल्ड्स कहते हैं, "इन विशेषज्ञों के साथ काम करने का अनुभव बहुत मजेदार और सिखाने वाला रहा है. हम एक ऐसे शोधपत्र में शामिल होने से बहुत गर्वित हैं जिसमें एक नई प्रजाति की खोज का जिक्र है.”
शोधपत्र के सह-लेखक फ्लोरिडा के प्राणीविज्ञानी जिमी वॉल्ड्रन कहते हैं कि ऐसी खोजें अविश्वसनीय पल होते हैं. उन्होंने कहा, "ऐसी खोजों से हमें संसार में अपनी जगह का अहसास होता है. हमारे समुद्रों में कभी इतने विशाल जीव रहते थे, उसी सूरज की धूप सेंकते थे, उसी हवा में सांस लेते थे और फिर एक दिन विलुप्त हो गए. इस जानकारी से हमें पता चलता है कि जीवन के नाजुक लेकिन लगातार चलते रहने वाले चक्र में हर प्रजाति कितनी महत्वपूर्ण है.”
इचिथ्योसॉर के और कोई अवशेष अब तक नहीं मिले हैं लेकिन वैज्ञानिकों ने अन्य प्रजातियों के अवशेषों के आधार पर उसके रूप का एक अनुमान लगाया है. जबड़े की जो हड्डी रूबी और उनके पिता को मिली वह निचले हिस्से में दांतों के ठीक पीछे की हड्डी है.
इसके बारे में वॉल्ड्रन कहते हैं, "टी-रेक्स में जबड़े की इस हड्डी का आकार एक से डेढ़ फुट का होता था. रूबी और उनके पिता ने जो हड्डी खोजी है वह सात फुट लंबी है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह जानवर कितना बड़ा था और इसका चबाना कितना शक्तिशाली होता होगा.”
वीके/एए (रॉयटर्स)
तेल अवीव, 18 अप्रैल । इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गुरुवार तड़के राफा क्षेत्र में हवाई हमले किए। हमले में कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है।
इजरायली और अरब मीडिया के अनुसार, हमले में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है और कई घायल हुए हैं।
ईरान ने इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, इसलिए आईडीएफ ने हमास और हिजबुल्लाह आतंकवादियों के खिलाफ अपनी आक्रामकता बढ़ा दी है।
आईडीएफ ने बुधवार को राफा क्षेत्र में हवाई हमला किया था जिसमें सात लोग मारे गए थे। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित इजरायल के सहयोगियों ने इजरायल से राफा क्षेत्र पर हमला नहीं करने का अनुरोध किया था क्योंकि इस क्षेत्र में जनसंख्या घनत्व अधिक है।
इस क्षेत्र में लगभग 13 लाख लोगों की आबादी है। आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए किए गए किसी भी हमले से बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हो सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने क्षेत्र में नागरिकों के लिए एक निकासी योजना तैयार की है, अमेरिका इस योजना से संतुष्ट नहीं था।
(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 18 अप्रैल। अवैध तरीके से अमेरिका आने वाले एक भारतीय नागरिक की अटलांटा के एक अस्पताल में मौत हो गई। उसे भारत प्रत्यर्पित किया जाना था। संघीय अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अमेरिकी प्रवासन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) विभाग ने बताया कि न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास को 57 वर्षीय जसपाल सिंह की मौत के बारे में जानकारी दे दी गई है। साथ ही उसके परिजनों को भी इसके बारे में सूचित कर दिया गया है।
आईसीई ने बताया कि 15 अप्रैल को अटलांटा के एक अस्पताल में सिंह की मौत हो गई।
भारतीय नागरिक सिंह ने पहली बार 25 अक्टूबर 1992 में कानूनी तरीके से अमेरिका में प्रवेश किया था। 21 जनवरी 1998 को एक आव्रजन न्यायाधीश ने सिंह को अमेरिका से जाने का आदेश दिया इसके बाद सिंह स्वेच्छा से भारत लौट आया था।
सिंह ने 29 जून 2023 को दोबारा अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन अधिकारियों ने उसे अमेरिका- मेक्सिको सीमा पर गिरफ्तार कर लिया था।
सिंह को गिरफ्तार किये जाने के बाद उसे अटलांटा के प्रवर्तन और निष्कासन संचालन (ईआरओ) को सौंप दिया गया था। जहां से उसे अटलांटा के एक हिरासत केंद्र में रखा गया था।
अमेरिका में जब ऐसे किसी व्यक्ति की हिरासत केंद्र में मौत होती है जो वहां का नागरिक नहीं है तो ईआरओ को दो कार्यदिवस के भीतर संसद, गैर-सरकारी संगठन, मीडिया को इसकी सूचना देनी होती है साथ ही अपनी वेबसाइट में व्यक्ति से जुड़े विवरण साझा करने होते हैं। (भाषा)
यरुशलम, 17 अप्रैल। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को करीबी सहयोगी देशों की ओर से संयम बरतने की अपील को खारिज करते हुए कहा कि उनका देश यह तय करेगा कि इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान के बड़े हवाई हमले का जवाब कैसे दिया जाए।
इजराइल ने ईरान के अभूतपूर्व हमले का जवाब देने का संकल्प लिया लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यह जवाब कब और कैसे दिया जाएगा। पिछले साल अक्टूबर में गाजा पट्टी पर शासन कर रहे हमास के लड़ाकों ने इजराइल पर हमला कर करीब 1200 लोगों की हत्या कर दी थी और कई लोगों को बंधक बना लिया था। इसके जवाब में इजराइल ने सैन्य अभियान शुरू किया जो अब भी जारी है और इसके और विकराल रूप लेने की आशंका पैदा हो गई है।
नेतन्याहू ने बुधवार को अपनी कैबिनेट की बैठक में कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं: हम अपने निर्णय स्वयं लेंगे। इजराइल अपनी रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगा।’’
उल्लेखनीय है कि हमले के बाद से इजराइल के सहयोगी उससे आग्रह कर रहे हैं कि वह ऐसी किसी भी प्रतिक्रिया से दूर रहे जो संघर्ष को और बढ़ा सकती है। ब्रिटेन और जर्मनी के विदेश मंत्रियों ने भी यही अपील बुधवार को अपनी-अपनी इजराइल यात्रा के दौरान दोहराई। (एपी)
(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 17 अप्रैल। पाकिस्तान के जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को आरोप लगाया कि सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर उनकी पत्नी बुशरा बीबी को जेल भेजने में सीधे तौर पर शामिल हैं।
बुशरा बीबी (49 वर्षीय) को भ्रष्टाचार के मामले के साथ-साथ 71 वर्षीय खान के साथ अवैध निकाह के मामले में भी दोषी ठहराया गया है। फिलहाल उन्हें इस्लामाबाद में उनके बानी गाला निवास में हिरासत में रखा गया है।
तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक ने अडियाला जेल में पत्रकारों से बातचीत में सेना प्रमुख पर कई आरोप लगाए। इस बाबत खान के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर एक लंबी पोस्ट अपलोड की गई है।
खान ने कहा, ''मेरी पत्नी को दी गई सजा में जनरल आसिम मुनीर सीधे तौर पर शामिल हैं।''
उन्होंने दावा किया कि बुशरा को दोषी ठहराने वाले न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें यह फैसला देने के लिए मजबूर किया गया था।
खान ने कहा, “ अगर मेरी पत्नी को कुछ हुआ तो मैं आसिम मुनीर को नहीं छोड़ूंगा, जब तक मैं जिंदा हूं मैं आसिम मुनीर को नहीं छोड़ूंगा। मैं उनके असंवैधानिक और अवैध कदमों का पर्दाफाश करूंगा।''
खान ने कहा कि मुल्क में जंगल राज है और सब कुछ ''जंगल के राजा'' द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि पीटीआई को उपचुनाव लड़ने से रोका जा रहा है।
सेना ने गंभीर आरोपों पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। (भाषा)
यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शमिहाल ने दावा किया है कि अगर यूक्रेन रूस से हार जाता है तो दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध का सामना करना होगा.
डेनिस ने अमेरिकी कांग्रेस से विदेशी राहत बिल पास करने की मांग की है.
यूक्रेन को राहत पैकेज दिए जाने पर अमेरिकी संसद में शनिवार को वोटिंग होनी है.
डेनिस ने कहा, ''हमें इस पैसे की कल ज़रूरत थी. हमें इस पैसे की आज ज़रूरत नहीं है या हमें इस पैसे की आने वाले कल में ज़रूरत नहीं है.''
उन्होंने आगे कहा, ''अगर हमें नहीं बचाया गया तो यूक्रेन हार जाएगा. इससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की पूरी व्यवस्था ढह जाएगी. दुनिया को सुरक्षा के लिए नई व्यवस्था की ज़रूरत होगी.''
''फिर नए तनाव पैदा हो सकते हैं. ऐसे कई युद्ध देखने को मिल सकते हैं. यह मामला तीसरे विश्वयुद्ध की ओर आगे बढ़ सकता है.''
हालांकि यह पहला मौक़ा नहीं है जब यूक्रेन की ओर से हारने की स्थिति में ऐसी चेतावनी दी गई है.
पिछले साल यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने दावा किया था कि रूस तीसरा विश्वयुद्ध छेड़ने के लिए पोलैंड पर हमला कर सकता है.
लेकिन रूस की ओर से इस तरह के दावों को खारिज किया गया है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले महीने रूस के पूर्वी यूरोप पर हमला करने के दावे को 'पूरी तरह से बकवास' बताया था. (bbc.com/hindi)
लंदन के स्कूल की एक मुस्लिम छात्रा की नमाज़ बैन के ख़िलाफ़ अपील को कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया गया है.
वेम्बली स्थित मिशेला स्कूल की छात्रा नमाज़ बैन को भेदभाव पूर्ण बताते हुए हाईकोर्ट पहुंची थीं.
स्कूल ने हाईकोर्ट में कहा कि नमाज़ की अनुमति देने से दूसरे छात्रों में सही संदेश नहीं जाएगा.
83 पन्नों के जजमेंट में जस्टिस थॉमस लिंडेन ने कहा, ''जब दावेदार ने स्कूल में दाखिला लिया, तब उन्होंने कम से कम यह स्पष्ट रूप से स्वीकार कर लिया था कि उनके धर्म को ज़ाहिर करने की क्षमता पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.''
फ्री स्कूल की फाउंडर और हेड टीचर कैथरिन बीरबलसिंह ने हाईकोर्ट के फैसले को सभी स्कूलों के लिए जीत बताया है.
अपील गंवाने के बाद छात्रा ने कहा कि वो स्कूल में ही रहेंगी और उनका फोकस जीसीएसई एग्ज़ाम पर रहेगा.
छात्रा ने कहा, ''मैं हार गई हूं. लेकिन मुझे लगता है कि बैन के खिलाफ अपील करके मैंने सही किया. मैंने कोशिश की और मैं अपने और अपने धर्म के प्रति ईमानदार रही.'' (bbc.com/hindi)
कीव, 17 अप्रैल। रूस की तरफ से दागी गई तीन मिसाइल बुधवार को उत्तरी यूक्रेन के चेर्निहाइव में आठ मंजिला इमारत पर गिरीं जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यूक्रेन की आपातकालीन सेवा ने बताया कि हमले में दो बच्चों सहित कम से कम 61 लोग घायल हो गए। चेर्निहाइव राजधानी कीव से लगभग 150 किलोमीटर उत्तर में, रूस और बेलारूस की सीमा के पास स्थित है और इसकी आबादी लगभग 2,50,000 है।
पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य साजो सामान मुहैया नहीं कराए जाने से रूस के खिलाफ युद्ध में उसकी स्थिति कमजोर पड़ती जा रही है। युद्ध के तीसरे वर्ष में प्रवेश करने के साथ रूस यूक्रेन में लगातार बढ़त बना रहा है। हालांकि, सर्दियों के महीनों के दौरान, रूस युद्ध के अग्रिम मोर्चे पर कोई प्रगति नहीं कर पाया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से उनके देश को और अधिक वायु रक्षा प्रणालियां प्रदान करने का अनुरोध किया है। उन्होंने चेर्निहाइव हमले के बारे में कहा कि ‘‘अगर यूक्रेन को पर्याप्त वायु रक्षा उपकरण मिले होते और रूसी आतंक का मुकाबला करने के लिए दुनिया का दृढ़ संकल्प होता, तो ऐसा नहीं होता।’’
जेलेंस्की ने इस सप्ताह की शुरुआत में प्रसारित एक साक्षात्कार में ‘पीबीएस’ को बताया था कि मिसाइल और ड्रोन हमले से बचाव करते हुए यूक्रेन के पास वायु रक्षा मिसाइलें खत्म हो गई हैं। हाल में रूस ने हमले में यूक्रेन के सबसे बड़े बिजली संयंत्रों में से एक को नष्ट कर दिया था।
यूक्रेन के लिए एक विषम तथ्य वाशिंगटन में उस सहायता पैकेज की मंजूरी का रुकना है जिसमें यूक्रेन के लिए लगभग 60 अरब अमेरिकी डॉलर शामिल हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर माइक जॉनसन ने रविवार को कहा कि वह इस सप्ताह पैकेज को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
वाशिंगटन स्थित ‘थिंक टैंक’ इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर (आईएसडब्ल्यू) के अनुसार, यूक्रेन में सैन्य साजो-सामान की तेजी से किल्लत हो रही है।
आईएसडब्ल्यू ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कहा कि यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता के प्रावधान में देरी के कारण रूस तेजी से बढ़त बना रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी सहायता के बिना यूक्रेन युद्ध के मैदान में ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकता। आईएसडब्ल्यू ने कहा कि यूक्रेन को अभी सबसे ज्यादा जरूरत वायु रक्षा प्रणाली और तोपखाने की है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मास्को से लगभग 350 किलोमीटर पूर्व में मोर्दोविया क्षेत्र में एक यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया गया। यह जगह यूक्रेन की सीमा से 700 किलोमीटर दूर है।
मोर्दोविया हमले से लगभग एक घंटे पहले, रूस के नागर विमानन प्राधिकरण ने सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर देश के दो सबसे बड़े शहरों निजनी नोवगोरोद और तातारस्तान के कजान में हवाई अड्डों पर उड़ानें रोक दी थीं। (एपी)
काहिरा, 17 अप्रैल । दुनिया के व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक दुबई एयरपोर्ट ने बुधवार को यात्रियों को "जबतक बेहद जरूरी न हो" वहां न जाने की सलाह दी है। दुबई में पिछले कई दशकों की रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद पूरे शहर में पानी भर गया है।
हवाई अड्डे ने कहा कि उड़ानों में देरी हो रही है और उनका मार्ग बदला जा रहा है।
हवाईअड्डा संचालक ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "हम बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में परिचालन को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।"
सोशल मीडिया पर दिख रहे फुटेज में हवाईअड्डे के रनवे पर पानी भरा हुआ है और विमान पानी से होकर निकलने की कोशिश कर रहे हैं।
दुबई की प्रमुख विमान सेवा कंपनी एमिरेट्स ने कहा कि उसने खराब मौसम और सड़क की स्थिति के कारण होने वाली "परिचालन चुनौतियों" की वजह से आधी रात तक प्रस्थान करने वाले यात्रियों के लिए दुबई हवाई अड्डे पर चेक-इन निलंबित कर दिया है।
स्थानीय अखबार द नेशनल ने बताया कि दुबई हवाई अड्डे से प्रस्थान करने वाली कम से कम 20 उड़ानें मंगलवार को रद्द कर दी गईं, जिससे भारत, पाकिस्तान, सऊदी अरब, ब्रिटेन तथा अन्य गंतव्यों को जाने वाले यात्री प्रभावित हुए।
इसमें कहा गया है कि हवाईअड्डे की ओर जाने वाली सड़कें अवरुद्ध और बाढ़ग्रस्त हैं।
दुबई सरकार ने कहा कि उसने अपने सभी कर्मचारियों के लिए रिमोट वर्किंग को बुधवार तक बढ़ा दिया है, और निजी क्षेत्र के संस्थानों से भी ऐसा करने का आग्रह किया है।
सात अमीरातों के खाड़ी संघ संयुक्त अरब अमीरात में मंगलवार को भारी बारिश हुई। राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने इसे पिछले 75 साल की सबसे भारी वर्षा बताया।
पुलिस ने बताया कि रस अल खैमा अमीरात में बाढ़ में कार बह जाने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह संयुक्त अरब अमीरात का नागरिक था और उसकी उम्र 70 वर्ष के आसपास थी।
पड़ोसी ओमान में मूसलाधार बारिश की चपेट में आने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई।
(आईएएनएस/डीपीए)
पेशावर, 17 अप्रैल पाकिस्तान में बिजली गिरने और भारी बारिश की वजह से 14 लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, इसके साथ ही पिछले चार दिनों से जारी बेहद खराब मौसम के कारण कम से कम 63 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता खुर्शीद अनवर ने बताया कि ज्यादातर मौतें पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुई हैं। प्रांत में इमारत के ढहने से 32 लोगों की मौत हो गयी, जिसमें 15 बच्चे और पांच महिलाएं शामिल थीं।
अनवर ने बताया कि उत्तर पश्चिम में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और 1370 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बिजली गिरने और मकान ढहने की घटनाओं में 21 लोगों की मौत गयी जबकि बलूचिस्तान में 10 लोगों की मौत की खबर है।
अधिकारियों ने अचानक आई बाढ़ के बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी है।
बलूचिस्तान में बुधवार को भी बचाव और राहत कार्य जारी है हालांकि बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है।
पाकिस्तान मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी जहीर अहमद बाबर ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण अप्रैल के महीने में पाकिस्तान में भारी बारिश हो रही है। (एपी)