अंतरराष्ट्रीय
वाशिंगटन, 27 जुलाई अमेरिका में नवंबर में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी की दावेदारी की दौड़ में शामिल कमला हैरिस पर हमला तेज करते हुए कहा कि अगर वह निर्वाचित हुईं, तो ‘‘अमेरिका के इतिहास में सबसे खराब उदारवादी राष्ट्रपति साबित होंगी।’’
निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन (81) के राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हटने के बाद अब उपराष्ट्रपति हैरिस (59) डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित प्रत्याशी हैं।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप (78) ने हैरिस को आव्रजन और गर्भपात के मुद्दों पर जरूरत से ज्यादा उदार बताया। उन्होंने हैरिस को अमेरिकी इतिहास में सबसे अक्षम, अलोकप्रिय और घोर वामपंथी उपराष्ट्रपति बताया।
ट्रंप ने कहा, ‘‘अगर कमला हैरिस चुनी जाती हैं, तो वह अमेरिका के इतिहास में सबसे खराब उदारवादी राष्ट्रपति साबित होंगी... सीनेट सदस्य के रूप में हैरिस पूरे सीनेट में सबसे घोर वामपंथी डेमोक्रेट नेताओं में पहले नंबर पर थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा काम समाजवाद को हराना है, मार्क्सवाद, साम्यवाद को हराना है, गिरोहों और अपराधियों तथा मानव तस्करों, महिला तस्करों को हराना है। इसका मतलब है कि कमला हैरिस को भारी बहुमत से हराना है। हम इस बार नवंबर में बड़ी जीत हासिल करना चाहते हैं।’’ (भाषा)
सैक्रामेंटो, 27 जुलाई। उत्तरी कैलिफोर्निया के जंगल में लगी भयंकर आग को बुझाने में अग्निशमन दल को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। इस आग की चपेट में आई 130 से ज्यादा इमारतें नष्ट हो चुकी हैं। हजारों लोग इलाका छोड़ कर जाने को मजबूर हुए हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, कैलिफोर्निया की राजधानी सैक्रामेंटो के उत्तर में चिको के पास बुधवार दोपहर से शुरू हुई आग शुक्रवार सुबह तेजी से फैली। इसने 164,000 एकड़ (663.9 वर्ग किमी) से अधिक क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय अधिकारियों और कैलिफोर्निया वानिकी एवं अग्नि सुरक्षा विभाग (कैल फायर) के आंकड़ों के अनुसार, आग ने पहले ही 134 इमारतों को नष्ट कर दिया है और 4 हजार 200 से ज्यादा को खतरा है।
शुक्रवार सुबह तक केवल तीन प्रतिशत पर ही काबू पाया जा सका था। कैल फायर ने शुक्रवार को अपने लेटेस्ट अपडेट में कहा, "आग तेजी से फैल रही है। आग वाले क्षेत्र में इस समय तेज हवाएं चल रही हैं और कम आर्द्रता के कारण रेड फ्लैग चेतावनी जारी की गई है। आग कुछ घास, झाड़ियों, मिश्रित लकड़ी और मृत वनस्पतियों में जल रही है।" इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने चिको निवासी 42 वर्षीय रॉनी डीन स्टाउट सेकंड नामक व्यक्ति को जानबूझकर आग लगाने के संदेह में गिरफ्तार किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, माना जा रहा है कि आग तब लगी जब एक जलती हुई कार को एक नाले में धकेल दिया गया। इस कथित कृत्य के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है। पार्क फायर के तेजी से फैलने के कारण बुटे काउंटी और पड़ोसी तेहामा काउंटी में बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला गया। बुटे काउंटी के शेरिफ कोरी होनिया ने बताया कि लगभग 4,000 निवासियों को खाली करने का आदेश दिया गया है, जिनमें चिको के 400 निवासी भी शामिल हैं। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम के कार्यालय ने बताया कि गुरुवार की सुबह तक 3,500 लोग को सुरक्षित निकाल लिया गया था। - (आईएएनएस)
रामल्लाह, 27 जुलाई । संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने गाजा में हो रहे संघर्ष के बीच सेंट हिलारियन मठ को हेरिटेज इन डेंजर वाली सूची में शामिल किया। फिलिस्तीनी पर्यटन विभाग ने इसकी जानकारी दी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शुक्रवार को फिलिस्तीनी पर्यटन मंत्रालय के हवाले से कहा, “भारत में आयोजित विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र के दौरान फिलिस्तीन ने गाजा में सेंट हिलारियन मठ के आपातकालीन पंजीकरण को खतरे में पड़ी विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने में सफलता हासिल की है।"
फिलिस्तीन के पर्यटन मंत्री हानी अल हायेक ने बयान में कहा, “इजरायल के हमलों के मद्देनजर गाजा में स्थित सेंट हिलारियन मठ का आपातकालीन पंजीकरण किया गया है, जो गाजा में फिलिस्तीनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का काम करेगा। यहां युद्ध के कारण 100 से अधिक विरासत, पुरातात्विक और सांस्कृतिक स्थलों को पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट कर दिया गया है।” यूनेस्को के अनुसार, सेंट हिलारियन मठ मध्य पूर्व के सबसे पुराने स्थलों में से एक है।
इसकी स्थापना सेंट हिलारियन ने की थी, ये ईसाई मठ है। बता दें कि एशिया और अफ्रीका के बीच व्यापार और विनिमय के मुख्य मार्गों के चौराहे पर स्थित यह मठ धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का केंद्र था। यूनेस्को के अनुसार, विश्व धरोहर के खतरे की सूची में शामिल होने से संपत्ति की सुरक्षा की गारंटी के लिए अंतरराष्ट्रीय तकनीकी और वित्तीय सहायता तंत्र में वृद्धि का रास्ता खुल जाता है और यदि आवश्यक हो तो इसके पुनर्वास में मदद भी मिलती है। --(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 27 जुलाई। डोनाल्ड ट्रंप पर करीब दो सप्ताह पहले हुए हमले को लेकर लगाई जा रही तमाम तरह की अटकलों को विराम देते हुए संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की कि पेनसिल्वेनिया में रैली के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के कान में वास्तव में गोली लगी थी।
एफबीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘हमलावर की रायफल से चली पूरी गोली या छर्रा पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के कान में लगा था।’’
एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने इस सप्ताह की शुरुआत में हमले को लेकर कुछ अस्पष्ट टिप्पणियां की थीं, जिससे इस बात को लेकर अटकलें लगने लगी थीं कि क्या ट्रंप को वास्तव में गोली लगी थी।
इस टिप्पणी को लेकर ट्रंप और उनके सहयोगियों ने नाराजगी जताई थी।
एफबीआई और ‘सीक्रेट सर्विस’ समेत जांच में शामिल कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया था कि ट्रंप किस वजह से घायल हुए थे। ट्रंप के प्रचार अभियान दल ने भी उस अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने से इनकार कर दिया था, जहां पूर्व राष्ट्रपति का घायल होने के बाद इलाज किया गया था।
ट्रंप के स्वास्थ्य के संबंध में हर जानकारी या तो खुद ट्रंप से या फिर ‘व्हाइट हाउस’ में उनके पूर्व चिकित्सक रॉनी जैक्सन से मिली।
एफबीआई ने बाद में एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की कि गोलीबारी ‘‘पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की हत्या का प्रयास थी, जिसके परिणामस्वरूप वह घायल हुए और एक वीर पिता की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए।’’(एपी)
जिलेट, 27 जुलाई। अमेरिका के व्योमिंग प्रांत में एक विमान दुर्घनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार कई लोगों की मौत होने के साथ ही जंगल में भीषण आग लग गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कैंपबेल काउंटी के अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्ट में बताया कि यह हादसा दोपहर करीब एक बजे हुआ, जब विमान व्योमिंग की सीमा के पास स्थित जिलेट शहर में उड़ान भर रहा था। उन्होंने कहा कि हादसे में मरने वाले लोगों की संख्या फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है।
कैंपबेल काउंटी के अंडरशेरिफ क्वेंटिन रेनॉल्ड्स ने 'जिलेट न्यूज रिकॉर्ड' को बताया कि हादसे से पहले विमान के पायलट ने आपात संदेश भेजकर विमान में कुछ गड़बड़ी होने के संकेत दिए थे।
उन्होंने बताया कि बाद में इलाके के लोगों ने फोन कर संभावित दुर्घटनास्थल के पास से धुआं उठता दिखने की जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, विमान के दुर्घनाग्रस्त होने से जिलेट के आसपास के जंगलों में भीषण आग लग गई। उन्होंने बताया कि विमान की मदद से इलाके में पानी का छिड़काव कर लपटों पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड ने हादसे की जांच के लिए अपनी एक टीम घटनास्थल के लिए रवाना की है। (एपी)
-नदीन युसुफ़ और एना फागुए
कनाडा के एक ऐतिहासिक शहर जैस्पर में लगी आग के कारण आधा शहर जलकर बर्बाद हो गया है. यहां हज़ारों लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ा है.
अधिकारियों का कहना है कि तेज़ी से फैल रही जंगली आग के कारण कनाडा के ऐतिहासिक शहर जैस्पर का लगभग आधा हिस्सा जलकर नष्ट हो गया है और अभी भी आग पर क़ाबू नहीं पाया जा सका है.
पश्चिमी कनाडा के जैस्पर नेशनल पार्क के शहर की गलियां आग के कारण बर्बाद हो गई है. यहां से सामने आ रहे वीडियोज़ में देखा घरों का मलबा और जली हुई गाड़ियां देखी जा सकती हैं.
जैस्पर के अधिकारियों का कहना है कि अग्निशमन विभाग के कर्मी ज़्यादा से ज़्यादा इमारतों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं.
अब तक किसी की मौत होने की ख़बर नहीं मिली है. हालांकि क़रीब 20 हज़ार पर्यटक और पांच हज़ार स्थानीय निवासी अल्बर्टा प्रांत के पहाड़ी क्षेत्र की ओर पलायन कर चुके हैं.
एक प्रेस वार्ता के दौरान अल्बर्टा की प्रीमियर डेनियल स्मिथ ने बताया कि “संभावित रूप से 30 से 50 प्रतिशत” इमारतें जलकर नष्ट हो गई हैं. (bbc.com/hindi)
कमला हैरिस ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी का एलान कर दिया है.
कमला हैरिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसका एलान करते हुए लिखा, ''आज मैंने आधिकारिक तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का ऐलान करते हुए फ़ॉर्म पर दस्तख़्त कर दिए. मैं हर वोट हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगी.''
उन्होंने लिखा, ''और नवंबर में लोगों की ताक़त से भरा हमारा अभियान विजयी रहेगा.''
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है.
माना जा रहा है कि ज्यादातर डेमोक्रेटिक सांसद उनके पक्ष में हैं और अगस्त में होने वाले पार्टी के कन्वेंशन में उन्हें औपचारिक तौर पर डेमोक्रेटिक पार्टी का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुन लिया जाएगा. (bbc.com/hindi)
वाशिंगटन, 26 जुलाई अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मुलाकात के दौरान गाजा में जारी युद्ध में आम लोगों की मौत की घटनाओं समेत मानवीय पीड़ा को रेखांकित किया और कहा कि इजराइल को आत्मरक्षा करने का अधिकार है लेकिन मायने यह रखता है कि वह अपनी रक्षा किस तरीके से करता है।
हैरिस ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ परिसर के आइजनहावर कार्यपालिका कार्यालय भवन में नेतन्याहू से मुलाकात की।
उन्होंने इस मुलाकात के तत्काल बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने यह कई बार कहा है, लेकिन इसे दोहराना जरूरी है। इजराइल को अपना बचाव करने का अधिकार है और वह ऐसा किस तरीके से करता है, यह मायने रखता है। हमास एक क्रूर आतंकवादी संगठन है। हमास ने सात अक्टूबर को 44 अमेरिकियों सहित 1,200 निर्दोष लोगों की हत्या कर इस युद्ध की शुरुआत की। हमास ने यौन हिंसा के भयानक कृत्य किए हैं और 250 लोगों को बंधक बनाया है। ऐसे अमेरिकी नागरिक हैं जो गाजा में बंदी बने हुए हैं।’’
हैरिस ने कहा कि उन्होंने नेतन्याहू के साथ अपनी बैठक के दौरान प्रधानमंत्री के समक्ष गाजा में बड़ी संख्या में निर्दोष आम नागरिकों की मौत होने समेत मानवीय पीड़ा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वहां की भयावह मानवीय स्थिति के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की है। वहां 20 लाख से अधिक लोग खाद्य असुरक्षा और पांच लाख लोग गंभीर स्तर की खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। पिछले नौ महीने में गाजा में जो कुछ हुआ है, वह विनाशकारी है।’’
हैरिस ने कहा, ‘‘कई मामलों में दूसरी, तीसरी या चौथी बार विस्थापित होने के बाद सुरक्षा के लिए भाग रहे हताश, भूखे लोगों और मृत बच्चों की तस्वीरें हैं। हम इन त्रासदियों के सामने आंखें नहीं मूंद सकते। मैं चुप नहीं रहूंगी।’’
हैरिस ने कहा कि युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते को लेकर वार्ता जारी है। उन्होंने कहा कि समझौते के पहले चरण में पूर्ण युद्ध विराम होगा, जिसके तहत गाजा के आबादी वाले केंद्रों से इजराइजी सेना की वापसी होगी और दूसरे चरण में, इजराइली सेना गाजा से पूरी तरह से पीछे हट जाएगी और इससे शत्रुता का स्थायी अंत होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इस युद्ध को समाप्त करने का समय आ गया है और यह इस तरह से समाप्त होना चाहिए कि इजराइल सुरक्षित हो, सभी बंधकों को रिहा किया जाए, गाजा में फलस्तीनियों की पीड़ा समाप्त हो और फलस्तीनी स्वतंत्रता, गरिमा एवं आत्मनिर्णय के अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें। इस समझौते को लेकर वार्ता में आशाजनक प्रगति हुई है।’’
हैरिस ने कहा, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से अभी कहा कि इस समझौते को करने का समय आ गया है। जो लोग युद्ध विराम और शांति चाहते हैं, मैं उन्हें देख रही हूं और सुन रही हूं। आइए, हम यह समझौता करें ताकि हम युद्ध समाप्त कर सकें, बंधकों को घर वापस लाया जा सके और फलस्तीनियों को अत्यावश्यक राहत प्रदान की जा सके।’’ (भाषा)
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वाशिंगटन, 26 जुलाई । अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित उम्मीदवार कमला हैरिस ने विदेश नीति पर अपनी पहली टिप्पणी की। उपराष्ट्रपति हैरिस ने गुरुवार को इजरायल से युद्ध विराम समझौते पर सहमत होने का आह्वान किया। हैरिस ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, "आइए इस समझौते को पूरा करें ताकि हम युद्ध विराम लागू कर सकें।" "बंधकों को घर वापस लाएं, और फिलिस्तीनी लोगों को राहत प्रदान करें।" नेतन्याहू अमेरिका की यात्रा पर हैं। किसी विदेशी नेता की व्हाइट हाउस यात्रा के बाद उपराष्ट्रपति द्वारा पत्रकारों को इस तरह संबोधित करना असामान्य बात है।
आम तौर पर राष्ट्रपति ही पत्रकारों से बात करते हैं। लेकिन वाशिंगटन डीसी एक असामान्य बदलाव से गुजर रहा है। राष्ट्रपति जो बाइडेन दौड़ से बाहर हो चुके हैं और अपने उप-राष्ट्रपति को मैदान में उतारा है। राष्ट्रपति पद की संभावित उम्मीदवारी के बाद हैरिस की टिप्पणियों को डेमोक्रेटिक विदेश नीति के मुद्दे पर उनकी पहली टिप्पणी के रूप में व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा है। उन्होंने इजरायल-हमास संघर्ष पर बाइडेन प्रशासन की लाइन को ही अपनाया है। वह इजरायल के अपने बचाव के अधिकार को मान्यता देती हैं लेकिन यह भी देखना महत्वपूर्ण है कि इजरायल इसे कैसे करता है। --(आईएएनएस)
न्यूयॉर्क, 26 जुलाई । एक भारतीय मूल के व्यक्ति पर न्यूयॉर्क में 10 लाख डॉलर के जीते हुए लॉटरी टिकट को जालसाजी से हड़पने का आरोप है। रदरफोर्ड काउंटी शेरिफ कार्यालय ने बताया कि मीर पटेल (23) को सोमवार को चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। टिकट खरीदने वाले को उसके जीतने की जानकारी दे दी गई है। लॉटरी टिकट की कथित तौर पर चोरी टेनसी स्टेट के मुर्फ्रीसबोरो में पेट्रोल पंप में हुई थी, जहां पटेल काम करता था। एक समाचार पत्र के अनुसार, जब लॉटरी टिकट खरीदने वाले व्यक्ति ने उससे स्कैन करके यह जांचने के लिए कहा कि कुछ जीता है या नहीं, तो उसने कथित तौर पर कहा कि बहुत कम राशि जीती है। जिसके बाद उसने ग्राहक को कम राशि दे दी और और कूड़े में फेंक दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, जब वह व्यक्ति स्टोर से चला गया तो पटेल ने लॉटरी के टिकट को कूड़ेदान से बाहर निकाला। छिपे हुए हिस्से को खरोंच कर टिकट पर लिखी जीत की राशि ढूंढी और उसे लॉटरी दफ्तर ले गया लेकिन कर्मचारियों को कुछ संदेह हुआ। जांचकर्ता विक डोनोहो के अनुसार, ''लॉटरी के जांचकर्ताओं ने पेट्रोल पंप के कैमरों में लगे वीडियो फुटेज लिए। जिसमें दिखाया गया है कि वह कूड़ेदान से टिकट उठाता है और "टिकट के सामने वाले हिस्से को खरोंचने के बाद स्टोर में जश्न मनाता है। दरअसल, उसमें 10 लाख डॉलर का इनाम था और वह इस खुशी में जश्न मना रहा था।" इसके बाद शेरिफ कार्यालय को सूचित किया गया और पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, क्रेग और डोनोहो ने खरीदार की पहचान करने के लिए स्टोर के वीडियो देखे और उसे लॉटरी की राशि जीतने के बारे में बताया। --(आईएएनएस)
संयुक्त राष्ट्र, 26 जुलाई । इस सप्ताह लगातार तीन दिनों तक ग्लोबल तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने जीवन बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जरूरी कदम उठाने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, "अरबों लोग भीषण गर्मी की महामारी का सामना कर रहे हैं, जो दुनिया भर में 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान के साथ घातक गर्मी से झुलस रहे हैं। यह 122 डिग्री फारेनहाइट है।" एंटोनियो गुटेरेस ने कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा के आंकड़ों का उदाहरण देते हुए कहा, "पिछले रविवार, सोमवार और मंगलवार रिकॉर्ड पर सबसे गर्म दिन थे।"
उन्होंने आगे कहा, ''अनुमान है कि हर साल गर्मी से लगभग पांच लाख लोग मरते हैं, जो उष्णकटिबंधीय चक्रवातों से मौतों के आंकड़ों से लगभग 30 गुना ज्यादा है। बहुत ज्यादा गर्मी असमानता, खाद्य असुरक्षा को बढ़ाती है और लोगों को गरीबी की ओर धकेलती है।'' एंटोनियो गुटेरेस ने विश्व में फैल रही गर्म लहरों के प्रभाव को कम करने के लिए चार क्षेत्रों में कार्रवाई का आह्वान किया है। जिसमें सबसे कमजोर लोगों की देखभाल; श्रमिकों के लिए अधिक सुरक्षा; अर्थव्यवस्थाओं और समाजों की लचीलापन को बढ़ावा देना के साथ ही तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री तक सीमित रखने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए कार्रवाई करना शामिल है। उन्होंने श्रमिकों पर गर्मी के प्रभाव पर अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की गुरुवार को जारी की गई रिपोर्ट का हवाला दिया। इसमें चेतावनी दी गई है कि विश्व कार्यबल के 70 प्रतिशत से अधिक लोग, अर्थात् 2.4 अरब लोग अब बहुत ज्यादा गर्मी के उच्च जोखिम में हैं। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चार में से तीन श्रमिक अत्यधिक गर्मी के संपर्क में हैं। इन सबका लोगों और अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रतिदिन तापमान जब 34 डिग्री से अधिक हो जाता है, तो श्रम की उत्पादकता में 50 प्रतिशत तक की कमी आ जाती है और काम के दौरान गर्मी के कारण होने वाले तनाव से ग्लोबल अर्थव्यवस्था को 2030 तक 2.4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है, जो 1990 के दशक के मध्य में 280 बिलियन डॉलर था। उन्होंने श्रमिकों की सुरक्षा के लिए उपाय करने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कानून और नियम आज की भीषण गर्मी की वास्तविकता को प्रतिबिंबित करें और उनका अनुपालन किया जाए। हमें अर्थव्यवस्थाओं, महत्वपूर्ण क्षेत्रों और निर्मित पर्यावरण को गर्मी से बचाने के लिए ठोस प्रयास की जरूरत है। देशों, शहरों और क्षेत्रों को अच्छे विज्ञान और आंकड़ों के आधार पर व्यापक, अनुकूलित हीट एक्शन प्लान की जरूरत है।"" उन्होंने कहा है कि जलवायु संकट के कई अन्य विनाशकारी लक्षण भी हैं, जिसमें भयंकर तूफान... बाढ़... सूखा... जंगली आग... समुद्र का बढ़ता स्तर आदि। उन्होंने कहा, "सभी देशों को अगले साल तक राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान या राष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई योजनाएं पेश करनी होंगी, जो ग्लोबल तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिए हो।" --(आईएएनएस)
केपटाउन (दक्षिण अफ्रीका), 26 जुलाई। दक्षिण अफ्रीका में पहली बार किसी महिला को प्रधान न्यायाधीश के पद पर नियुक्त किया गया है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने वर्तमान उप प्रधान न्यायाधीश मंडिसा माया को बृहस्पतिवार को देश की प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया।
दक्षिण अफ्रीका की प्रधान न्यायाधीश के पद पर माया का कार्यकाल एक सितंबर से प्रारंभ होगा। वह मौजूदा प्रधान न्यायाधीश रेमंड जोंडो के सेवानिवृत्त होने के बाद उनका स्थान लेंगी।
देश के शीर्ष ‘संवैधानिक न्यायालय’ में पदोन्नति से पहले 60 वर्षीय माया दक्षिण अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी अदालत 'सुप्रीम कोर्ट ऑफ अपील' में 'जज प्रेसिडेंट' के पद पर सेवाएं दे चुकी हैं।
वह 'सुप्रीम कोर्ट ऑफ अपील' की न्यायाधीश नियुक्त होने वाली पहली अश्वेत महिला थीं तथा उस अदालत की उप-अध्यक्ष और फिर अध्यक्ष नियुक्त होने वाली पहली महिला थीं।
रामाफोसा ने फरवरी में माया को प्रधान न्यायाधीश पद के लिए नामित किया था और मई में न्यायिक सेवा आयोग ने उनका साक्षात्कार लिया था।
रामाफोसा ने एक बयान में कहा कि आयोग ने उनके नाम की सिफारिश की है और कहा है कि उनकी नियुक्ति ‘‘देश के लिए मील का पत्थर साबित होगी।’’
माया दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी केप प्रांत के एक ग्रामीण इलाके में पली-बढ़ी हैं। उन्हें 1989 में अमेरिका के ड्यूक विश्वविद्यालय में कानून में स्नातकोत्तर करने के लिए 'फुलब्राइट छात्रवृत्ति' प्राप्त हुई थी, जो दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के दौर में किसी युवा अश्वेत महिला के लिए दुर्लभ उपलब्धि थी। (एपी)
इसराइली सेना ने कहा है कि उसने ग़ज़ा से पांच इसराइली नागरिकों के शव बरामद किए हैं.
इन सभी नागरिकों को हमास ने बीते साल दक्षिणी इसराइल पर हमले के दौरान बंधक बनाया था.
किंडरगार्टन टीचर माया गोरेन, इसराइली सेना के मेजर रविद आर्येह काट्ज़, मास्टर सार्जेंट ओरेन गोल्डिन, स्टाफ सार्जेंट टोमर अहिमास और सार्जेंट किरिल ब्रोडस्की के शवों को ख़ान यूनिस में एक ऑपरेशन के दौरान बरामद किया गया.
इसराइली सेना ने कहा, ''हमारा यह मानना है कि टीचर गोरेन की हत्या क़ैद के दौरान की गई होगी, वहीं सेना के मेज़र की मौत 7 अक्टूबर को हमले के दौरान हुई होगी और बाद में उनके शव को हमास ने रख लिया होगा.''
इसराइली सेना की तरफ़ से दी गई इस नई जानकारी के बाद अब माना जा रहा है कि बंधक बनाए गए 251 लोगों में से 111 लोग अभी भी हमास के कब्ज़े में है.
इसराइली सेना का मानना है कि इनमें से 39 लोगों की मौत भी हो चुकी है. बुधवार को इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस में अपने संबोधन में बंधक बनाए गए लोगों का भी जिक्र किया था.
हालांकि नेतन्याहू ने अपने संबोधन में इस बारे में कोई भी संकेत नहीं दिया कि युद्धविराम और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हमास के साथ कोई समझौता हुआ है या नहीं.
नेतन्याहू ने केवल इतना कहा था कि बंधकों को रिहा कराने की कोशिशें जारी हैं. (bbc.com/hindi)
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू अभी अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाक़ात की है.
इससे पहले बिन्यामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित किया था.
व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन और बिन्यामिन नेतन्याहू ने मुलाक़ात की है और ग़ज़ा युद्ध विराम समझौते को लेकर दोनों पक्षों में मतभेद सुलझाने को लेकर बातचीत हुई.
नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने के बाद राष्ट्रपति बाइडन से मुलाक़ात की.
नेतन्याहू के भाषण के दौरान हज़ारों फ़लस्तीन समर्थकों ने बिल्डिंग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था.
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी नेतन्याहू से मुलाक़ात की है. हैरिस ने कहा है कि उन्होंने ग़ज़ा में हो रही मौतों को लेकर गंभीर चिंता जताई है.
नेतन्याहू ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों तक वह राष्ट्रपति बाइडन के साथ मौजूदा मुद्दों पर काम करने को लेकर उत्सुक हैं.
ग़ज़ा युद्ध को शुरू हुए 9 महीने हो चुके हैं. बिन्यामिन नेतन्याहू पर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर युद्ध को समाप्त करने को लेकर काफ़ी दबाव है. (bbc.com/hindi)
यूएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संघर्ष, आर्थिक अस्थिरता और अप्रत्याशित मौसम के कारण पिछले साल करीब 73 करोड़ लोगों को भूखा रहने के लिए मजबूर होना पड़ा.
संयुक्त राष्ट्र की 24 जुलाई को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 2030 तक दुनिया से भुखमरी खत्म करने का लक्ष्य हासिल करना कठिन होता जा रहा है. यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक खाद्य सुरक्षा और भोजन की सहज उपलब्धता पर युद्ध, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक संकट का गहरा असर पड़ रहा है.
वैश्विक खाद्य सुरक्षा और पोषण की स्थिति से जुड़ी इस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल तीव्र भूख की समस्या गहरा गई, जबकि पौष्टिक भोजन कई लोगों की पहुंच से बाहर हो गया.
भूख के खिलाफ संघर्ष में प्रगति को झटका लगा
दुनियाभर में भुखमरी खत्म करने की कोशिशों के क्रम में पिछला साल, बीते डेढ़ दशक में सबसे मुश्किल रहा. रिपोर्ट के अनुसार, इसकी वजह से 2023 में लगभग 73 करोड़ लोगों को भूखे पेट रहने के लिए मजबूर होना पड़ा. यानी, दुनिया में हर 11 में से एक व्यक्ति भूख से जूझ रहा था.
अफ्रीकी क्षेत्र में स्थिति खासतौर से गंभीर पाई गई, जहां पांच में से एक व्यक्ति को भूख का सामना करना पड़ा.
इस रिपोर्ट को यूएन की पांच एजेंसियों- खाद्य और कृषि संगठन, अंतरराष्ट्रीय कृषि विकास कोष, यूनिसेफ, विश्व खाद्य कार्यक्रम और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मिलकर प्रकाशित किया है. इसे ब्राजील में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पेश किया गया. इसमें सुझाव दिया गया कि वैश्विक भुखमरी को कम करने के लिए खाद्य सुरक्षा और पोषण से जुड़ी फंडिंग में सुधार की जरूरत है.
स्वस्थ भोजन ज्यादातर लोगों की पहुंच से बाहर
रिपोर्ट में यह चेतावनी भी दी गई है कि अगर मौजूदा स्थितियां जारी रहीं, तो इस दशक के अंत तक लगभग 58 करोड़ से ज्यादा लोग गंभीर कुपोषण का शिकार हो जाएंगे. इनमें से आधे अफ्रीका में होंगे.
खाद्य और कृषि संगठन के अर्थशास्त्री व रिपोर्ट के लेखकों में से एक डेविड लाबोर्डे ने बताया, "आज हम नौ साल पहले की तुलना में बदतर स्थिति में हैं, जब हमने 2030 तक भुखमरी को खत्म करने का लक्ष्य रखा था." उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हम इस वादे को पूरा करने की दिशा में बेहतर काम कर सकते हैं कि हम ऐसे ग्रह पर रहेंगे, जहां कोई भी भूखा नहीं रहेगा."
खराब पोषण को लेकर चेतावनी
रिपोर्ट में बताया गया कि 2023 में दुनिया की एक तिहाई से अधिक आबादी के लिए स्वस्थ आहार पहुंच से बाहर था. ताजा अनुमानों से पता चलता है कि कम आय वाले देशों में 71.5 प्रतिशत लोग पिछले साल स्वस्थ आहार नहीं ले सके, जबकि उच्च आय वाले देशों में यह आंकड़ा 6.3 प्रतिशत था.
रिपोर्ट के लेखकों का कहना है कि कुपोषण को पहचानना आसान है. लंबे समय तक खराब पोषण के कारण बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. वयस्कों में लंबे समय तक खराब पोषण से संक्रमण और बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.
अपर्याप्त प्रयासों की ओर ध्यान दिलाते हुए लाबोर्डे कहते हैं कि खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए "आपातकालीन स्थितियों में चावल के थैले बांटने" जैसी कोशिशें काफी नहीं हैं. इस दिशा में व्यापक रणनीति की जरूरत है. रिपोर्ट की सिफारिशों के मुताबिक, छोटे किसानों को मदद पहुंचाने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा की उपलब्धता बढ़ाना भी बेहद जरूरी है. इससे सिंचाई प्रणालियों में काफी सुधार हो सकता है.
मौजूदा अनुमान के मुताबिक, साल 2030 तक भूख को पूरी तरह से खत्म करने के लिए 176 अरब डॉलर से 3.98 लाख करोड़ डॉलर की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया है, "समय गंवाने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि निष्क्रियता की लागत, इस रिपोर्ट के लिए आवश्यक कार्रवाई की लागत से कहीं अधिक होगी."
एए/एसएम (एएफपी, रॉयटर्स)
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में गर्भपात के अधिकार का मुद्दा डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन, दोनों पार्टियों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है. कई मतदाताओं के लिए अबॉर्शन अधिकार इस बार के सबसे अहम चुनावी मुद्दों में से एक है.
डॉयचे वैले पर रितिका की रिपोर्ट-
इस साल मार्च में अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने मिनेसोटा में गैर-सरकारी संगठन 'प्लान्ड पेरेंटहुड' के एक गर्भपात क्लिनिक का दौरा किया. इससे पहले किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति या उप-राष्ट्रपति ने पद पर रहते हुए ऐसा नहीं किया था. देश के गर्भपात अधिकार कार्यकर्ताओं ने हैरिस के इस दौरे को ऐतिहासिक बताया.
गर्भपात अधिकारों का लगातार समर्थन करती रही हैं हैरिस
अमेरिकी चुनाव 2024 में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर जो बाइडेन का समर्थन मिलने के बाद हैरिस के पहले संबोधन में भी अबॉर्शन अधिकार केंद्र में रहे. उन्होंने कहा, "हम जिन प्रजनन अधिकारों और आजादी में भरोसा करते हैं, वे मिलकर गर्भपात पर डॉनल्ड ट्रंप के कठोर प्रतिबंधों को रोकेंगे."
उन्होंने आगे की रणनीति रेखांकित करते हुए कहा,"हम महिलाओं पर भरोसा करते हैं कि वे अपने शरीर के बारे में खुद फैसले ले सकती हैं. जब कांग्रेस प्रजनन अधिकारों को वापस लाएगी, तो मैं बतौर राष्ट्रपति उस पर हस्ताक्षर करूंगी."
हैरिस, अबॉर्शन अधिकारों पर जारी प्रतिबंध को स्वास्थ्य संकट के रूप में देखती हैं. वह लगातार अपने संबोधनों में इस आशंका पर जोर डालती हैं कि अगर ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो वह अबॉर्शन अधिकारों पर देशभर में प्रतिबंध लगा देंगे. इसलिए ट्रंप को रोकना जरूरी है.
चुनाव में अहम साबित हो सकता है गर्भपात का मुद्दा
जुलाई में ही रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इस आयोजन के दौरान गर्भपात के मुद्दे का जिक्र बेहद कम हुआ. इसके उलट, हैरिस अपने हर चुनावी दौरे में अबॉर्शन का मुद्दा उठाती रही हैं.
डेमोक्रेटिक पार्टी के रणनीतिकारों ने भी इसे भांप लिया है कि हैरिस की छवि इस मुद्दे पर लोगों, खासकर महिलाओं के बीच सकारात्मक बनी हुई है. इसलिए हैरिस के ज्यादातर संबोधनों में गर्भपात और प्रजनन अधिकारों का जिक्र जरूर आता है.
रॉयटर्स से बातचीत के दौरान 'फंडरेजिंग कमिटी प्रायॉरिटीज' के कार्यकारी निदेशक डेनियल बटरफील्ड ने कहा कि 2023 में हुए चुनावों के नतीजे और रिसर्च को देखते हुए कह सकते हैं कि गर्भपात का मुद्दा डेमोक्रेटिक पार्टी को जीत दिला सकता है.
बाइडेन के मुकाबले हैरिस अबॉर्शन अधिकारों पर अधिक मुखर रही हैं. अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन पर ट्रंप के साथ हुई तीखी बहस के दौरान बाइडेन अबॉर्शन के मुद्दे पर कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए थे. अमेरिकी मीडिया ने यह आलोचना भी की कि बाइडेन अपने संबोधनों में अबॉर्शन शब्द का इस्तेमाल करने से भी हिचकिचाते हैं.
हैरिस को गर्भपात अधिकार समूहों का पूरा समर्थन
अबॉर्शन अधिकार, अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव के सबसे अहम मुद्दों में से एक है. हैरिस यौन एवं प्रजनन अधिकारों के मुद्दों पर प्रगतिशील विचार रखती हैं. ऐसे में उनकी उम्मीदवारी को अबॉर्शन अधिकार कार्यकर्ताओं का भी पूरा समर्थन मिल रहा है.
जैसे ही बाइडेन ने कमला हैरिस की उम्मीदवारी को समर्थन देने का एलान किया, उसके तुरंत बाद अमेरिकी राजनीतिक फर्म 'एमिली लिस्ट' ने भी हैरिस को आधिकारिक तौर पर समर्थन देने की घोषणा की. यह संस्था उन डेमोक्रेटिक पार्टी की महिलाओं का साथ देती है, जो यौन एवं प्रजनन अधिकारों के मुद्दे पर मुखर हैं. खबरों के मुताबिक, इस संस्था ने हैरिस के चुनावी अभियान में 20 मिलियन डॉलर का चंदा देने की भी बात की है.
'प्लान्ड पेरेंहुड' ने भी उम्मीद जताई है कि अबॉर्शन के बुनियादी अधिकारों को, जिन्हें छीन लिया गया था, हैरिस उन्हें वापस लाने की लड़ाई जारी रखेंगी.
हालांकि, जितने सक्रिय इस वक्त अमेरिका में गर्भपात अधिकार कार्यकर्ता हैं, उतने ही सक्रिय इनके विरोधी भी हैं. ऐसी ही एक संस्था है, एसबीए प्रो लाइफ अमेरिका. हाल ही में इस संस्था ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हैरिस को 'अबॉर्शन जार' की उपाधि दी. यह संस्था गर्भपात को अजन्मे बच्चों की हत्या के रूप में देखती है. एसबीए और अमेरिका की दूसरी गर्भपात विरोधी संस्थाएं ट्रंप की उम्मीदवारी को समर्थन देती आई हैं. (dw.com)
सैन फ्रांसिस्को, 25 जुलाई । स्पेसएक्स और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने गुरुवार को बताया कि किफायती इंटरनेट सेवा स्टारलिंक अब एक हजार से ज्यादा विमानों में शुरू हो गई है। कंपनी के अनुसार, स्टारलिंक यात्रियों को विमान में कदम रखते ही हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन मिलेगा। एलन मस्क ने अपने एक्स पर पोस्ट किया, "विमान में स्टारलिंक का उपयोग करने से ऐसा लगता है जैसे आप हाई-स्पीड ग्राउंड फाइबर कनेक्शन पर हैं।" एलन मस्क ने हाल ही में बताया कि अफ्रीका का सिएरा लियोन देश स्टारलिंक से जुड़ने वाला 100वां और 10वां अफ्रीकी राष्ट्र बन गया है।
मई में कंपनी ने इंडोनेशिया और फिजी में स्टारलिंक लॉन्च किया था। एलन मस्क के अनुसार, स्टारलिंक के साथ हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा का ऑर्डर देने के लिए किसी लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट की जरूरत नहीं है। सेटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस को द्वीप राष्ट्र में इंटरनेट सेवा देने के लिए श्रीलंका से शुरुआती मंजूरी भी मिल गई है।
हालांकि, इंटरनेट सेवा को अभी तक भारत सरकार से मंजूरी नहीं मिली है। कमर्शियल पहलू की जांच पूरी हो गई है, जिसमें फॉरेन इन्वेस्टमेंट और नेटवर्थ जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया गया है। साथ ही, तकनीकी जरूरतों को भी देश में लाइसेंसिंग नियमों के हिसाब से परखा गया है। एक बार स्टारलिंक को मंजूरी मिल जाने के बाद, उसे ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (जीएमपीसीएस) सर्विसेज लाइसेंस जारी किया जाएगा, जो देश में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विसेज देने के लिए जरूरी है। -(आईएएनएस)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 25 जुलाई। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजराइल के खिलाफ कुछ संगठनों को आर्थिक सहायता और समर्थन देने के लिए ईरान की बुधवार को आलोचना की और कहा कि कट्टर दुश्मनों को हराने के लिए साहस और स्पष्टता दोनों की जरुरत होती है।
नेतन्याहू के संबोधन का हजारों लोगों ने विरोध करते हुए देश की राजधानी वाशिंगटन में मार्च किया।
नेतन्याहू ने कहा, ‘‘ हम सब जानते हैं कि ईरान इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को आर्थिक मदद दे रहा है, ये प्रदर्शन इस इमारत के बाहर भी हो रहे हैं ये बहुत ज्यादा नहीं हैं, लेकिन कुछ हैं और पूरे शहर में हैं। खैर, मेरे पास इन प्रदर्शनकारियों के लिए एक संदेश है कि तेहरान के जो तानाशाह समलैंगिक व्यक्तियों को क्रेन से लटका देते हैं और अपने बाल न ढकने पर महिलाओं की हत्या कर देते हैं, वही अब आपको बढ़ावा दे रहे हैं, आपकी पैसों से मदद कर रहे हैं। आप आधिकारिक तौर पर उनके हाथों की कठपुतली बन गए हैं।
अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में अपने चौथे संबोधन के दौरान इजराइली प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम एशिया के देशों में आतंकवाद, अशांति, अराजकता और हत्या के पीछे ईरान का ही हाथ है।
अमेरिकी संसद में बेंजामिन नेतन्याहू का संबोधन किसी भी विदेशी नेता द्वारा दिया गया अब तक का सबसे बड़ा संबोधन है।
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान का मानना है कि अमेरिका को सही मायने में चुनौती देने के लिए उसे पहले पश्चिम एशिया पर कब्जा करना होगा और इसके लिए वह हूती विद्रोहियों, हिज्बुल्ला और हमास सहित अपने कई छद्म संगठनों का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि इजराइल की जीत निकट है। (भाषा)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 25 जुलाई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को कहा कि उन्होंने नयी पीढ़ी को कमान सौंपने का निर्णय लिया और यही आगे बढ़ने का सबसे सही तरीका है।
बाइडन ने अपने कार्यालय से देश के नाम संबोधन में यह बात कही।
उन्होंने कहा ‘‘ मैंने तय किया कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि कमान नयी पीढ़ी को सौंपी जाए। यह हमारे देश को एकजुट करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है। सार्वजनिक जीवन में लंबा अनुभव लेने का भी एक वक्त और स्थान होता है और इसी के साथ नयी आवाजों, युवा विचारों का भी एक वक्त और स्थान होता है, वह समय और स्थान यही है।’’
बाइडन ने देश के नाम यह संबोधन राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम का समर्थन करने के तीन दिन बाद दिया है।
हैरिस अब राष्ट्रपति पद की संभावित उम्मीदवार हैं।
बाइडन ने ओवल ऑफिस से अपने संबोधन में कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि अमेरिका एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। आज जो हम निर्णय लेंगे वह दशकों के लिए हमारे देश और दुनिया के भविष्य का निर्धारण करेंगे।’’
राष्ट्रपति के संबोधन के दौरान प्रथम महिला जिल बाइडन, बेटा हंटर बाइडन और उनके परिवार के अनेक सदस्य मौजूद थे। (भाषा)
नेपाल में हुए विमान हादसे में 18 लोगों की जान गई और पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
हादसा जब हुआ, तब विमान के बाकी हिस्से में आग लगने से कुछ ही सेकेंड पहले ही उसका कॉकपिट अलग हो गया था. कॉकपिट अलग होने के बाद भी पायलट को जिंदा बचा लिया गया.
कैप्टन मनीष रत्न शाक्य विमान दुर्घटना में जिंदा बचने वाले एक मात्र शख्स हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
बीबीसी नेपाली सेवा के मुताबिक़- पायलट बातचीत कर पा रहे हैं.
बचाव कर्मियों ने बीबीसी को बताया कि वे घायल पायलट तक तब पहुंचे जब आग विमान के कॉकपिट वाले हिस्से के पास पहुंच गई थी.
नेपाली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एयर शिल्ड खुली होने के कारण पायलट को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. हमने तुरंत खिड़की को तोड़कर उन्हें बाहर निकाला.
उन्होंने कहा कि जब पायलट को बचाया गया, उस वक्त उनका पूरा चेहरा खून से सना हुआ था. हमने उन्हें अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल जाते वक्त वह बात कर सकने में सक्षम थे.
नेपाली सेना के बयान के अनुसार, पायलट को दुर्घटना के पाँच मिनट के भीतर बचा लिया गया था. पायलट बहुत डरा हुआ था, लेकिन उस समय तक वह होश में था.(bbc.com/hindi)
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया है. उन्होंने अपने संबोधन में ग़ज़ा युद्ध का बचाव किया है.
कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने अमेरिकी सांसदों से कहा- “हमारे दुश्मन, आपके दुश्मन हैं”.
नेतन्याहू ने कहा, “जब हम ईरान से लड़ते हैं तो हम अमेरिका के सबसे जानलेवा और कट्टर दुश्मन से लड़ रहे होते हैं.”
उन्होंने कहा, “हमारी जंग, आपकी जंग है और हमारी जीत, आपकी जीत है.”
बिन्यामिन नेतन्याहू का ज्यादातर रिपब्लिकन नेताओं ने जोरदार स्वागत किया पर कांग्रेस के दर्जनों डेमोक्रेट नेता जान बूझकर वहां उपस्थित नहीं हुए.
संबोधन के दौरान इसराइली प्रधानमंत्री को भारी विरोध का भी सामना करना पड़ा. लोगों को हाथ में बैनर लेकर प्रदर्शन करते देखा गया, जिसमें एक बैनर पर नेतन्याहू को “युद्ध अपराधी” घोषित किया गया था.
नेतन्याहू के संबोधन के दौरान बाधा पहुंचा रहे पांच लोगों को कैपिटल बिल्डिंग के अंदर से गिरफ्तार किया गया है.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि आप लोग आधिकारिक तौर पर ईरान के लिए उपयोगी मूर्ख बन गए हैं. (bbc.com/hindi)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने खुद को राष्ट्रपति पद की रेस से अलग करने के बाद पहली बार व्हाइट हाउस से देश को संबोधित किया है.
बाइडन ने देश के नाम दिए संबोधन में कहा, "मैं इस पद का सम्मान करता हूँ लेकिन मैं अपने देश से ज़्यादा प्यार करता हूँ. राष्ट्रपति के रूप में इस देश की सेवा करना मेरे जीवन का सम्मान रहा है."
उन्होंने कहा कि अमेरिका एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, अब हम जो निर्णय लेंगे वह देश का भविष्य निर्धारित करेगा.
उन्होंने कहा, "हमें आगे बढ़ने या पीछे हटने, आशा और घृणा, एकता और विभाजन के बीच चयन करना होगा.”
बाइडन ने कहा, "मुझे लगता है कि राष्ट्रपति के रूप में मेरा रिकॉर्ड, दुनिया में मेरा नेतृत्व, अमेरिका के भविष्य के लिए मेरा नज़रिया, सभी दूसरे कार्यकाल के योग्य हैं.''
वो बोले, ''हमारे लोकतंत्र को बचाने के रास्ते में कुछ भी नहीं आ सकता है. इसमें व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं भी शामिल हैं."
उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को कमान सौंपना ही आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है.
बाइडन ने कहा, "यह हमारे देश को एकजुट करने का सबसे अच्छा तरीका है. सार्वजनिक जीवन में लंबे वर्षों के अनुभव के लिए एक समय और स्थान होता है. नई आवाज़ों और हाँ युवा आवाज़ों के लिए भी एक समय और स्थान होता है. वह समय और स्थान अभी है." (bbc.com/hindi)
यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों से नेम प्लेट लगाने पर हुए विवाद पर अब अमेरिका की भी प्रतिक्रिया आई है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तानी पत्रकार के पूछे सवाल का प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने जवाब दिया है.
पाकिस्तानी पत्रकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों को नाम लिखने के दिए गए आदेश को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से सवाल किया था.
मैथ्यू मिलर ने जवाब दिया, ''हमने इस बारे में रिपोर्ट्स देखी हैं. हमने उन रिपोर्ट्स को भी देखा है जिसमें 22 जुलाई को भारत के सुप्रीम कोर्ट ने उस आदेश पर रोक लगा दी है. इसलिए वह आदेश अभी प्रभावी नहीं है.''
उन्होंने कहा- हम विश्व में सभी लोगों के लिए धर्म और विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने और उसका सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने कहा- सभी धर्म के लोगों के साथ समान व्यवहार को लेकर हमने भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत की है.
कुछ दिनों पहले यूपी पुलिस ने कांवड़ यात्रा के रूट पर दुकानदारों से नेम प्लेट लगाने के लिए कहा था. ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था और अदालत ने यूपी पुलिस के इस आदेश पर रोक लगा दी थी. (bbc.com/hindi)
कैनबरा, 24 जुलाई सोशल मीडिया अर्थशास्त्रियों के लिए एक समस्या है। वे नहीं जानते कि इसका मूल्य कैसे तय किया जाए।
लंबे समय से यह तर्क दिया जाता रहा है कि इसे सकल घरेलू उत्पाद के हिस्से के रूप में राष्ट्रीय खातों में होना चाहिए। 2019 के एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया कि अमेरिका में उपभोक्ताओं के लिए अकेले फेसबुक की कीमत 40 से 50 अमेरिकी डॉलर प्रति माह है।
लेकिन यह वह नहीं है जो हम भुगतान करते हैं। सोशल मीडिया के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है, और राष्ट्रीय खाते केवल उन चीज़ों को मापते हैं जिनके लिए हम भुगतान करते हैं, चाहे वे हमारे जीवन में कितने भी महत्वपूर्ण हों और हम प्रतिदिन कितने घंटे उनका उपयोग करके बिताते हैं।
जैसा कि ऑस्ट्रेलियाई सीनेट सोशल मीडिया के प्रभाव की जांच करने की तैयारी कर रही है, एडिलेड में इकोनॉमिक सोसाइटी ऑफ ऑस्ट्रेलिया के वार्षिक सम्मेलन में अर्थशास्त्रियों की बैठक में सोशल मीडिया के मूल्य के बारे में नए निष्कर्ष प्रस्तुत किए गए हैं जो एक चौंकाने वाली दिशा की ओर इशारा करते हैं। उनका सुझाव है कि यह नकारात्मक है।
यह सही है: निष्कर्षों से पता चलता है कि सोशल मीडिया हमारे लिए शून्य से भी कम मूल्य का है जिसके लिए हम भुगतान करते हैं। इससे पता चलता है कि हम इसके बिना बेहतर रहेंगे।
सोशल मीडिया के बिना बेहतर?
शिकागो विश्वविद्यालय के लियोनार्डो बर्स्ज़टीन ने सम्मेलन के मुख्य भाषण में निष्कर्ष प्रस्तुत किए।
निष्कर्ष चौंकाने वाले हैं क्योंकि वे आधुनिक अर्थशास्त्र के सिद्धांतों में से एक को उलट देते हैं - कि हम उन चीजों को महत्व देते हैं जो हम करते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो, हमारा व्यवहार हमारी प्राथमिकताओं का सबसे अच्छा संकेत है। जिस व्यक्ति ने प्रकट प्राथमिकता के इस सिद्धांत को विकसित किया, उसने अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीता था।
बर्सज़टीन और उनके सहयोगियों ने यही किया।
उन्होंने 1,000 से अधिक अमेरिकी विश्वविद्यालय के छात्रों का सर्वेक्षण किया, और टिकटॉक, इंस्टाग्राम और गूगल मैप्स के बारे में कई सवाल पूछे।
प्रश्नों का पहला सेट यह सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था कि एक महीने के लिए टिकटॉक और इंस्टाग्राम से दूर रहने के लिए उन्हें कितना भुगतान करने की आवश्यकता होगी (या भुगतान करने के लिए तैयार होंगे)।
एक महीने के लिए डिस्कनेक्ट करने का क्या मतलब है?
प्रश्नों का उत्तर बार-बार अलग-अलग कीमतों की पेशकश से मिलता है जब तक कि कोई स्वीकार न हो जाए। छात्रों को बताया जाता है कि उनमें से एक को वास्तव में पैसे प्राप्त करने (या भुगतान करने) के लिए यादृच्छिक रूप से चुना जाएगा और यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी की जाएगी कि वे सौदे पर टिके रहें।
उत्तरों से पता चलता है कि उपयोगकर्ता इन प्लेटफार्मों को बहुत महत्व देते हैं, औसतन टिकटॉक के लिए प्रति माह 59 अमेरिकी डॉलर और इंस्टाग्राम के लिए 47 डॉलर। 93% टिकटॉक उपयोगकर्ता और 86% इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता उन पर बने रहने के लिए कुछ भुगतान करने को तैयार होंगे।
उत्साहजनक बात यह है कि ये आंकड़े अन्य अध्ययनों में पाए गए आंकड़ों के बराबर हैं।
फिर बर्सज़टीन और सहकर्मियों ने प्रश्नों का दूसरा सेट पूछा:
यदि आपके परिसर में दो-तिहाई छात्र इनसे हटने के लिए साइन अप करते हैं, तो साइन अप करने के लिए आपको कितना भुगतान करना होगा (या भुगतान करने के लिए तैयार रहना होगा)?
यहां उत्तर पलट गये। एक ही तरह के बार-बार दिए गए प्रस्तावों और इस आश्वासन के बाद कि पिछले अध्ययनों में पाया गया था कि साइन अप करने वाले लगभग सभी लोग इसका अनुपालन करेंगे।
अधिकांश टिकटॉक उपयोगकर्ता (64%) और लगभग आधे इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता (48%) उनसे दूर रहने के लिए भुगतान करने को तैयार थे, जब तक कि अन्य लोग उनसे दूर हों, जिसके परिणामस्वरूप सभी उपयोगकर्ताओं के लिए टिकटॉक का औसत मूल्यांकन शून्य से 28 अमेरिकी डॉलर कम हो गया। और इंस्टाग्राम के लिए माइनस 10 डॉलर।
कई उपयोगकर्ता चाहते थे कि टिकटॉक अस्तित्व में ही न हो
यह खोज इस बात का माप है कि कितने उपयोगकर्ता टिकटॉक और इंस्टाग्राम से किस हद तक नफरत करते हैं, भले ही वे उनका उपयोग करने के लिए मजबूर महसूस करते हों।
अपनी खोज की विचित्र प्रकृति को स्पष्ट करने के लिए, बर्स्ज़टीन ने सम्मेलन का ध्यान एक अन्य उत्पाद, एक रेफ्रिजरेटर की ओर आकर्षित किया।
क्या आप कल्पना कर सकते हैं, उन्होंने पूछा, 60% रेफ्रिजरेटर मालिक कह रहे हैं कि वे चाहते हैं कि फ्रिज मौजूद ही न हों?
उन्होंने जिस संबंध का खुलासा किया है, वह एक विनाशकारी रिश्ते में देखी जाने वाली सह-निर्भरता की तरह है, या जिस तरह से हम तंबाकू जैसे नशे की लत वाले उत्पादों से संबंधित हैं, जिनके बारे में हम जानते हैं कि वे हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं।
बर्स्ज़टीन और उनके सहयोगी यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि प्रौद्योगिकी और बड़ी तकनीक के प्रति उनकी नापसंदगी उनके निष्कर्षों को आगे नहीं बढ़ा रही है। इसलिए उन्होंने डिजिटल मैप्स के बारे में प्रश्न पूछे।
जबकि 57% इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता इंस्टाग्राम के बिना एक दुनिया पसंद करेंगे, केवल 4% मैप उपयोगकर्ता डिजिटल मैप के बिना एक दुनिया पसंद करेंगे।
बाकियों से छूटने का डर
यह पूछे जाने पर कि जो उपयोगकर्ता अपने प्लेटफॉर्म के बिना दुनिया को पसंद करेंगे, वे इसका उपयोग क्यों जारी रखते हैं, तीन-चौथाई इंस्टाग्राम उपयोगकर्ताओं और एक-तिहाई टिकटॉक उपयोगकर्ताओं ने जवाब दिया, जिसे डर ऑफ मिसिंग आउट या एफओएमओ के रूप में कोडित किया गया था।
इस्तेमाल किए गए वाक्यांशों में शामिल है "अगर मैं इसका उपयोग करना बंद कर दूं, तो मैं पूरी तरह से लूप से बाहर हो जाऊंगा"।
अन्य महत्वपूर्ण कारणों को "मनोरंजन" (टिकटॉक के लिए 37%, इंस्टाग्राम के लिए 21%) और "लत" (34% और 10%) के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
सोशल मीडिया के बाहर इन उत्पाद बाजार जालों का परीक्षण करने के लिए, बर्स्ज़टीन और उनके सहयोगियों ने गुच्ची, वर्साचे, रोलेक्स जैसे लक्जरी ब्रांडों के मालिकों का सर्वेक्षण किया और पाया कि 44% उनके बिना दुनिया में रहना पसंद करेंगे।
यह कोई नई बात नहीं है कि गैर-उपयोगकर्ता इन ब्रांडों को धरती से मिटा देना चाहेंगे। जो नया प्रतीत होता है वह यह है कि वास्तविक उपयोगकर्ता भी ऐसा ही महसूस करते हैं।
आईफोन उपयोगकर्ता कम नए मॉडल चाहते हैं
आईफोन के मामले में, उपयोगकर्ता कम नए मॉडल पसंद करेंगे। बर्स्ज़टीन और सहकर्मियों ने आश्चर्यजनक रूप से पाया कि 91% आईफोन मालिक एप्पल को हर साल के बजाय हर दूसरे साल ही एक नया मॉडल जारी करना पसंद करेंगे।
यह सलाह है कि एप्पल को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। इनमें से कई ग्राहक नए मॉडल खरीदना जारी रखेंगे क्योंकि वे चूकना नहीं चाहते हैं, भले ही उन्हें उस स्थिति में नहीं रखा जाएगा।
अर्थशास्त्रियों के लिए, निष्कर्षों से पता चलता है कि उत्पादों का एक असामान्य वर्ग है जिसकी कीमत उससे कम है जिसके लिए लोग भुगतान करने को तैयार हैं, भले ही वह कीमत शून्य हो।
जांच शुरू करने जा रही ऑस्ट्रेलियाई सीनेट के निष्कर्षों से पता चलता है कि सोशल मीडिया पर कड़ी कार्रवाई करना ठीक है, भले ही बहुत सारे लोग इसका इस्तेमाल करते हों। उनमें से कई आभारी होंगे।
द कन्वरसेशन एकता एकता
काठमांडू, 24 जुलाई । काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) पर बुधवार को उड़ान भरने के दौरान एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 11 बजे हुई, जब सौर्य एयरलाइंस का पोखरा जाने वाला विमान रनवे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवक्ता प्रेमनाथ ठाकुर ने इस बात की जानकारी दी। नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने बताया कि विमान में सवार 19 लोगों में से 18 के शव बरामद कर लिए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, विमान के कैप्टन मनीष शाक्य को बचा लिया गया है। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान जमीन पर गिर गया और आग के गोले में बदल गया। अग्निशमन दल, नेपाल पुलिस और नेपाली सेना बचाव अभियान चला रही है। हादसे का एक वीडियो सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि विमान ने रनवे से उड़ान भरी, तब तक सब कुछ ठीक नजर आ रहा था। लेकिन कुछ ही मिनट में विमान का संतुलन बिगड़ गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान एक ओर झुक गया, विमान के दाईं ओर झुकने के कुछ ही पल में ये रनवे से कुछ दूरी पर गिर गया। जमीन से टकराते ही विमान में आग लग गई और धुएं का गुबार एयरपोर्ट पर फैल गया। आग इतनी भयावह थी कि इसकी चपेट में विमान में सवार सभी लोग आ गए। -(आईएएनएस)