राष्ट्रीय
मोरबी, 4 नवंबर गुजरात सरकार ने मोरबी शहर में पुल गिरने की घटना के मद्देनजर मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह जाला को निलंबित कर दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि मच्छु नदी के ऊपर ब्रिटिश कालीन इस पुल के रविवार को गिरने की घटना में अभी तक 135 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हादसे में मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
मोरबी के जिला अधिकारी जी. टी. पंड्या ने कहा, 'राज्य शहरी विकास विभाग ने मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह जाला को निलंबित कर दिया है।'
उन्होंने बताया कि मोरबी के रेजिडेंट अपर कलेक्टर को अगले आदेश तक मुख्य अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि मोरबी नगर पालिका ने 15 साल के लिए ओरेवा समूह को पुल की मरम्मत और रखरखाव का ठेका दिया था। पुल गिरने की घटना के सिलसिले में पुलिस अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। (भाषा)
मुंबई, 4 नवंबर महाराष्ट्र में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के आगमन से पूर्व, राज्य में पार्टी के कईं वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ कदमताल करने के वास्ते तेज़-तेज़ चलने का अभ्यास और कसरत करने में जुटे हैं।
बता दें कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सात नवंबर को शाम करीब सात बजे पड़ोसी राज्य तेलंगाना से महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के देगलुर में प्रवेश करेगी।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि वे और अन्य नेता गांधी के साथ तेज़-तेज़ चलने और व्यायाम करने का अभ्यास कर रहे हैं, जबकि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि वे यात्रा के लिए खुद को तंदुरूस्त कर रहे हैं।
चव्हाण ने कहा,‘‘नांदेड़ के लोग यात्रा में भाग लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जब भी हमें समय मिलता है हम अभ्यास और व्यायाम कर रहे हैं। चलना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।’’
पटोले ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के तौर पर, राहुल गांधी के साथ यात्रा के इस चरण में पूरे 382 किलोमीटर चलना उनका कर्तव्य है।
कांग्रेस नेता और नांदेड़ से विधायक डी.पी. सावंत ने कहा कि राज्य के पार्टी नेता यात्रा के दौरान जितना हो सके पैदल चलने की कोशिश करेंगे।
सावंत ने कहा कि चव्हाण और अन्य नेता हर सुबह पांच किलोमीटर पैदल चल रहे हैं।
महाराष्ट्र में, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ अपने 14 दिनों के प्रवास के दौरान 15 विधानसभा और छह संसदीय क्षेत्रों से गुज़रेगी।
यात्रा सोमवार शाम को देगलुर के मदनूर नाका पहुंचेगी और अगले दिन सुबह साढ़े छह बजे पैदल मार्च डेगलुर बस स्टैंड से शुरू होगा।
महाराष्ट्र कांग्रेस ने यात्रा के स्वागत के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, जहां राज्य का पूरा नेतृत्व मौजूद रहेगा। (भाषा)
अहमदाबाद, 4 नवंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अगले महीने गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर का सामना करेगी और पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अलावा आक्रामक तरीके से मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी (आप) के साथ मुकाबला करेगी।
भाजपा ने 1995 से लेकर लगातार छह बार चुनावी जीत दर्ज की है। ऐसे में पेश है उसका स्वॉट विश्लेषण। यह एक तकनीक है, जिसका उपयोग प्रतिस्पर्धा के दौरान किसी की ताकत, कमजोरी, अवसर और खतरे का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है।
ज्ञात हो कि गुजरात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गृह राज्य है।
ताकत:
*प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता, जो भाजपा का तुरुप का इक्का बने हुए हैं।
*आरक्षण को लेकर हुए आंदोलन के चलते 2017 के चुनावों में भाजपा को पाटीदार समुदाय के गुस्से का सामना करना पड़ा था, लिहाजा वह अब पाटीदारों तक अपनी पहुंच पर भरोसा कर रही है। पिछले साल सितंबर में भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाने और आरक्षण आंदोलन के अगुआ हार्दिक पटेल को अपने पाले में लाने का फैसला पार्टी के पक्ष में काम कर सकता है।
* भाजपा की गुजरात इकाई के पास बूथ स्तर तक एक मजबूत संगठनात्मक ढांचा है।
* सत्ताधारी भाजपा हिन्दुत्व, विकास और ‘‘डबल इंजन’’ की बदौलत तेज प्रगति के मुद्दों पर भरोसा कर रही है। शाह भाजपा की चुनावी तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं। उन्हें भाजपा का मुख्य रणनीतिकार भी कहा जाता है।
कमजोरियां:
*भाजपा के पास एक मजबूत स्थानीय नेता की कमी है, जो प्रधानमंत्री मोदी की जगह भर सके। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 2014 से गुजरात में मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित तीन मुख्यमंत्री बन चुके हैं। मोदी 13 साल तक मुख्यमंत्री रहे।
*आप और कांग्रेस द्वारा राज्य सरकार पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने के अलावा, भाजपा को महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक संकट जैसे मुद्दों पर जनता का सामना करना पड़ सकता है।
*आप के आक्रामक अभियान ने राज्य की शिक्षा प्रणाली और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में खामियां निकालने की कोशिश की है।
अवसर:
*विपक्ष का कमजोर होना भाजपा को लगातार सात विधानसभा चुनाव जीतने और पश्चिम बंगाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम मोर्चे की उपलब्धि की बराबरी करने का मौका दे सकता है।
*मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस प्रचार से गायब नजर आ रही है और पार्टी नेता, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त नजर आ रहे हैं।
*अगर भाजपा गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में आप को पांच से कम सीटों पर समेटने में सफल होती है तो उसके पास राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरने की अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी की महत्वाकांक्षाओं को सीमित करने का मौका होगा।
खतरा:
*हाल ही में मोरबी में हुए पुल हादसे में 135 लोगों की जान चली गई। भाजपा की चुनावी सफलता में यह आड़े आ सकती है।
*मजबूत केंद्रीय नेतृत्व के कारण भाजपा का भीतर अंदरूनी कलह काफी हद तक दबा हुआ है लेकिन हार से दरारें खुलकर सामने आ सकती हैं।
*त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में सत्तारूढ़ दल को बहुमत हासिल करने के लिए सहयोगी ढूंढना मुश्किल हो सकता है।
*अगर ‘आप’ कुछ जगहों पर जीत हासिल करने में कामयाब रहती है तो यह भाजपा के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है। 2002 के बाद से हर चुनाव में भगवा पार्टी की सीटों की संख्या में गिरावट आ रही है। उसने 2002 में 127, 2007 में 117, 2012 में 116 और 2017 में 99 सीटें जीती थीं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 4 नवंबर उच्चतम न्यायालय शुक्रवार को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए पराली जलाने पर नए दिशा-निर्देश जारी करने की मांग वाली एक जनहित याचिका (पीआईएल) को सुनवाई के लिए 10 नवंबर को सूचीबद्ध करने पर सहमत हो गया।
प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने वकील शशांक शेखर झा के प्रतिवेदन पर संज्ञान लिया। झा ने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में एक जनहित याचिका दायर कर कहा कि दिल्ली के निकटवर्ती इलाकों में पराली जलाए जाने के कारण वायु प्रदूषण की स्थिति और खराब हो गई है।
वकील ने कहा, “ऐसे हालात में आम लोग भी नहीं चल सकते और पराली जलाए जाने के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर बढ़ गया है।”
प्रधान न्यायाधीश ने कहा, “इसे 10 नवंबर को सूचीबद्ध करें।” (भाषा)
सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2000 के लाल किला हमले के मामले में लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक की मौत की सजा बरकरार रखी है.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
लाल किले पर हमले के दोषी लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक की सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्विचार याचिका खारिज करते हुए हुए मौत की सजा बरकार रखी है. 2005 में आरिफ को निचली अदालत ने भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने और हत्या के आरोप में फांसी की सजा सुनाई थी. इसके बाद साल 2007 में हाईकोर्ट ने भी इस सजा की पुष्टि की. 2011 में भी सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच ने इस सजा को बरकरार रखा था.
इसके बाद 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा को बरकरार रखते हुए आरिफ की पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया था. 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने क्यूरेटिव पीटिशन भी खारिज कर दी थी. लेकिन 2014 में ही आए एक फैसले की वजह से आरिफ को दोबारा अपनी याचिका दाखिल करने का मौका मिल गया. दरअसल कोर्ट ने उस फैसले में कहा था कि फांसी के मामले में पुनर्विचार याचिका को खुली अदालत में सुना जाना चाहिए. इससे पहले पुनर्विचार याचिका की सुनवाई जज अपने चैंबर में करते थे.
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता वाली बेंच ने गुरूवार को फैसला सुनाते हुए कहा, "हम उस आवेदन को स्वीकार करते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को विचार किया जाना चाहिए. उसका दोष सिद्ध होता है. हम इस अदालत द्वारा लिए गए विचार की पुष्टि करते हैं और पुनर्विचार याचिका को खारिज करते हैं."
22 साल पहले हुए था लाल किले पर हमला
22 दिसंबर 2000 को आरिफ उन तीन लोगों में से एक था, जिसने लाल किले में दाखिल होने के बाद अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस हमले में तीन लोग मारे गए थे जिनमें सेना के दो जवान भी थे. जवाबी कार्रवाई में लाल किले पर हमला करने वाले दो आतंकी भी मारे गए थे. आरिफ ही लाल किले पर हमला का मास्टरमाइंड था. पूछताछ में उसने पाकिस्तानी नागरिक होने की बात कबूली थी.
आतंकवादी हमले के तीन दिन बाद दिल्ली पुलिस ने आरिफ को गिरफ्तार किया था. निचली अदालत ने आरिफ समेत छह लोगों को दोषी पाया था. सभी पर हत्या, आपराधिक साजिश और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप लगे थे. आरिफ के अलावा अन्य लोगों को कैद की सजा मिली थी.
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसने तब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया था. (dw.com)
कोलकाता, 4 नवंबर | प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार टीमों ने सेना की जमीन हड़पने की शिकायत के सिलसिले में शुक्रवार को झारखंड के एक व्यवसायी से जुड़े स्थानों पर छापेमारी की। ईडी के सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी की आठ टीमें झारखंड के विभिन्न हिस्सों में इसी तरह की छापेमारी कर रही हैं।
व्यवसायी अमित अग्रवाल पर झारखंड में भारतीय सेना के स्वामित्व वाली जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप है।
ईडी की पहली टीम ने कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके साल्ट लेक में अग्रवाल के आवास पर छापेमारी की और तलाशी अभियान चलाया। एक अन्य टीम ने मध्य कोलकाता के नोनापुकुर में अग्रवाल के मोटर पार्ट्स कार्यालय में छापेमारी की और तलाशी अभियान चलाया। बाद में पेशे से इंजीनियर संजय घोष के आवासों पर छापेमारी की।
इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने पिछले साल इस मामले में दो बार छापेमारी की थी।
छापेमारी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पार्टी के लोकसभा सदस्य दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है, इसलिए केंद्रीय एजेंसियों द्वारा छापेमारी और तलाशी अभियान नियमित हो गया है।
उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल के लोग वास्तव में इस प्रवृत्ति से निराश हैं। अगर अपराधियों को दंडित नहीं किया गया तो लोग और अधिक निराश होंगे।
रिपोर्ट दर्ज होने तक सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।(आईएएनएस)|
भोपाल, 4 नवंबर | 'भारत जोड़ो यात्रा' के मध्यप्रदेश में प्रवेश के दो सप्ताह पहले कमलनाथ के नेतृत्व ने कांग्रेस की राज्य इकाई ने इसकी तैयारियों की समीक्षा की। भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित कमलनाथ के आवास पर गुरुवार रात पार्टी के वरिष्ठ नेता व मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीपीसी) के पदाधिकारी एकत्रित हुए। सूत्रों ने बताया कि यात्रा के यहां आने के पहले तक बैठकें होती रहेंगी।
बैठक के दौरान कमलनाथ ने यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया और यात्रा के लिए पार्टी नेताओं को उनकी भूमिका सौंपी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीतू पटवारी ने कहा, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। मध्य प्रदेश में हर दिन एक लाख से अधिक लोग यात्रा में शामिल होंगे।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से 17 उप-यात्राएं आयोजित करने की भी योजना बनाई है, जो एक के बाद एक बुरहानपुर में पहुंचेंगी, जहां राहुल गांधी की अखिल भारतीय भारत जोड़ो यात्रा 20 नवंबर को राज्य में प्रवेश करेगी।
राज्य पार्टी इकाई ने भी इस अवधि के दौरान कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राज्य की सभी 230 सीटों पर भारत जोड़ो यात्रा को प्रचार अभियान के रूप में इस्तेमाल करने की तैयारी भी की है।
यात्रा के मध्यप्रदेश चरण के प्रभारी पार्टी विधायक पी.सी. शर्मा ने कहा कि यात्रा के प्रतिभागी प्रतिदिन लगभग 25 किमी की दूरी तय करेंगे। राहुल गांधी रास्ते में जमा लोगों से भी बातचीत करेंगे। राज्य में यात्रा के दौरान वह देश के 12 ज्योतिर्लिगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में भी पूजा-अर्चना करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा 20-21 नवंबर के बीच महाराष्ट्र के सीमा क्षेत्र से मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी और अगले 16 दिनों में खंडवा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर-मालवा से होकर लगभग 382 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी महू जिले में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली भी जाएंगे।
गौरतलब है कि अंबेडकर का जन्म इंदौर से लगभग 25 किमी दूर महू कस्बे में 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था। राज्य सरकार द्वारा शहर में उनके सम्मान में एक भव्य स्मारक का निर्माण किया गया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 4 नवंबर | जैसा कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है, शुक्रवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर के आसमान में धुंध छाए रहने से प्रदूषण का स्तर और भी बदतर हो गया। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन 'गंभीर' श्रेणी में बनी रही। सफर के अनुसार, एक्यूआई गुरुवार की रात 418 से गिरकर शुक्रवार की सुबह 'गंभीर' श्रेणी में 437 हो गया।
आज सुबह वातावरण में पीएम 2.5 और पीएम 10 दोनों की कन्संट्रेशन 'गंभीर' श्रेणी में क्रमश: 437 और 418 दर्ज की गई। सफर के अनुसार, दिल्ली के पीएम 2.5 कंसन्ट्रेशन में पराली जलाने का योगदान लगभग 34 प्रतिशत है।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 'संतोषजनक', 101 और 200 'मध्यम', 201 और 300 'खराब', 301 और 400 'बहुत खराब' और 401 और 500 'गंभीर' माना जाता है।
पूसा में, एक्यूआई ने 443 'बहुत खराब' श्रेणी दर्ज की, जबकि पीएम 10 को 'बहुत खराब' श्रेणी के तहत 390 और 'गंभीर' श्रेणी के तहत पीएम 2.5 एकाग्रता 443 दर्ज की गई।
लोधी रोड पर, यह 'बहुत खराब' श्रेणी के तहत 396 पर पीएम 2.5 एकाग्रता के साथ 396 था और पीएम 10 बहुत 'खराब' श्रेणी के तहत 344 पर था।
शहर के मथुरा रोड पर एक्यूआई भी आज सुबह 438 बजे अपराह्न् 2.5 पर 'गंभीर' श्रेणी में था और पीएम 10 एकाग्रता 432 पर 'गंभीर' श्रेणी के तहत था। (आईएएनएस)|
बैतूल/भोपाल, 4 नवंबर | मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात यात्री बस और टवेरा वाहन के बीच आमने-सामने से हुई टक्कर में 11 लोगों की मौत हो गई। टवेरा में मजदूर सवार थे। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त करते हुए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। झल्लार थाने के प्रभारी दीपक पाराशर ने बताया कि बैतूल की तरफ से जा रही निजी बस और परतवाड़ा की तरफ से मजदूरों को लेकर आ रही टवेरा के बीच सीधी आमने-सामने से टक्कर हो गई। घटना इतनी भीषण थी कि टवेरा में सवार सभी लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
बताया गया है कि पुलिस और स्थानीय लोगों ने 11 में से सात शव तुरन्त निकाल लिए थे। बाकी चार के शवों को टवेरा के हिस्से को काट कर निकालना पड़ा। हादसे की जानकारी मिलते ही कलेक्टर अमनबीर सिंह और पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद मौके पर पहुॅची। कलेक्टर ने बताया कि इस हादसे में दो बच्चों की भी मौत हुई है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम कर उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है।
इस हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए सहायता का ऐलान किया है। अपनी शोक संवेदना में प्रधानमंत्री ने कहा, "मध्य प्रदेश के बैतूल में हुए हादसे में लोगों की मौत से आहत हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें। प्रत्येक मृतक के परिजन को पीएमएनआरएफ से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।"
राज्य के मुख्यमंत्री चौहान ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "बैतूल में हुई भीषण सड़क दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। घायलों का इलाज निशुल्क किया जाएगा। मैं मृतकों एवं घायलों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।" (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 4 नवंबर | दिल्ली नगर निगम चुनाव की रणभेरी शुक्रवार शाम तक बज सकती है। दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने नगर निगम चुनाव को लेकर तैयारियां कर ली हैं और शुक्रवार को शाम तक चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। आपको बता दें कि शाम 4:00 बजे चुनाव आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। दिसंबर के पहले हफ्ते में दिल्ली नगर निगम चुनाव हो सकते हैं। अगर आज ही चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान करता है तो शुक्रवार से ही चुनाव आचार संहिता लगाई जाएगी। राज्य चुनाव आयोग ने भी चुनाव के कार्यक्रमों की तैयारी कर ली है।
गौरतलब है कि दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने एमसीडी के वाडरें का परिसीमन करने के बाद उनको आरक्षित करने का काम भी पूरा कर लिया है। आपको बता दें कि एकीकृत होने के बाद दिल्ली नगर निगम के 250 वाडरें पर चुनाव होगा। इससे पहले दिल्ली नगर निगम तीन भागों में विभाजित था। पहले दिल्ली नगर निगम में 272 वार्ड थे और अब परिसीमन के बाद दिल्ली नगर निगम में 250 वार्ड हैं।
चुनाव आयोग ने रिटनिर्ंग ऑफिसर भी नियुक्त कर दिए हैं, और वार्ड स्तर पर मतदान केंद्र बनाकर और राजनीतिक दलों के साथ आम लोगों से भी उनकी आपत्तियां और सुझाव ले लिए हैं। (आईएएनएस)|
जम्मू-कश्मीर, 3 नवंबर । देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिमाचल प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में चुनावी सभा को संबोधित किया.
जयसिंहपुर गांव में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी और यहूदी लोगों का अगर धार्मिक उत्पीड़न होता है तो भारत उन्हें डंके की चोट पर नागरिकता देने का काम करेगा.
उन्होंने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा, "आर्टिकल 370 की बात हमने अपने घोषणा पत्र में कही थी. भारतीय जनसंघ के समय में भी हमने कहा था कि जब भी हमारी सरकार बन जाएगी तो हम आर्टिकल 370 को चुटकी बजाकर ख़त्म कर देंगे. हमारी सरकार आई और हमने चुटकी बजाकर 370 को ख़त्म कर दिया."
इसके बाद उन्होंने राम मंदिर की बात की. उन्होंने कहा, "हमने कहा था कि राम मंदिर बनाएंगे. जो कहा था वो प्रत्यक्ष रूप से पूरा हो रहा है. आप अयोध्या की धरती पर जाकर देख सकते हैं कि कैसे भव्य निर्माण हो रहा है."
अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस के समय में भारत दुनिया में दसवें नंबर पर था लेकिन नरेंद्र मोदी ने भारत को टॉप पांच में लाकर खड़ा कर दिया है.
महंगाई पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में महंगाई की दर 12 फ़ीसदी तक पहुंची थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये दर 7 प्रतिशत से ज़्यादा नहीं बढ़ने दी. (bbc.com/hindi)
चंडीगढ़, 3 नवंबर पंजाब पुलिस ने 72.5 किलोग्राम हेरोइन जब्त करने के एक मामले में वांछित तीन कथित मादक पदार्थों तस्करों को गिरफ्तार किया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में पंजाब पुलिस ने जुलाई में मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर एक कंटेनर से 72.5 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी।
पुलिस महानिदेशक, गौरव यादव ने एक ट्वीट में कहा, 'बड़ी सफलता हासिल करते हुए, गुरदासपुर पुलिस ने 22 जुलाई को मुंबई एटीएस और पंजाब पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई के तौर पर न्हावा शेवा बंदरगाह, मुंबई से 72.5 किलोग्राम हेरोइन जब्ती मामले में वांछित तीन मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किया।'
उन्होंने कहा, 'तीनों आरोपी पंजाब में बड़े पैमाने पर सीमा पार और अंतर-राज्यीय नशीले पदार्थों की तस्करी में सक्रिय रूप से शामिल थे।' (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 नवंबर देश में छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार सुबह से मतदान जारी है। इन उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और क्षेत्रीय दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
यह मतदान बिहार के मोकामा और गोपालगंज, महाराष्ट्र के अंधेरी (पूर्व), हरियाणा के आदमपुर, तेलंगाना के मुनूगोड़े, उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ और ओडिशा के धामनगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए हो रहा है।
प्राधिकारियों ने मतदान के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं।
जिन क्षेत्रों में उपचुनाव हो रहा है, उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास तीन, कांग्रेस के पास दो और शिवसेना एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पास एक-एक सीट थी।
बिहार में उपचुनाव के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच है। हरियाणा में भाजपा के सामने कांग्रेस, (इंडियन नेशनल लोकदल) इनेलो और आम आदमी पार्टी (आप) की मुख्य चुनौती हैं। भाजपा का मुख्य मुकाबला तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति यानी टीआरएस), उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के साथ है।
इन उपुचनाव के नतीजों से विधानसभाओं में राजनीतिक दलों की स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन उन्होंने इसे हल्के में नहीं लिया है और आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार किया है। मतों की गिनती छह नवंबर को होगी।
भाजपा उत्तर प्रदेश में गोला गोकर्णनाथ सीट पर अपना कब्जा कायम रखने की कोशिश कर रही है, जबकि उसने बीजू जनता दल (बीजद) शासित ओडिशा में मौजूदा विधायक के निधन से खाली हुई धामनगर सीट पर सहानुभूति का लाभ उठाने के लिए दिवंगत विधायक के बेटे को उम्मीदवार बनाया है।
तेलंगाना की मुनूगोड़े सीट पर भाजपा और राज्य में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने आक्रामक तरीके से प्रचार किया है। यह सीट कांग्रेस विधायक द्वारा त्यागपत्र देने से खाली हुई थी और अब वह भाजपा के टिकट पर दोबारा चुनाव मैदान में हैं।
अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने बृहद पैमाने पर मतदान की तैयारी की है, जिसके तहत राज्य पुलिस के 3,366 जवानों की तैनाती के अलावा मुनूगोड़े में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनी को तैनात किया गया है। सभी मतदान केंद्रों पर ‘‘वेबकास्ट’’ की व्यवस्था की गई है।
हरियाणा की आदमपुर सीट पर उपचुनाव पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफे की वजह से अनिवार्य हो गया था। कुलदीप ने इस साल अगस्त में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। बिश्नोई के बेटे भव्य इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे हैं।
आदमपुर सीट 1968 से भजनलाल परिवार के पास रही है और दिवंगत मुख्यमंत्री ने नौ बार, उनकी पत्नी जस्मा देवी ने एक बार एवं कुलदीप ने चार बार इसका प्रतिनिधित्व किया है।
इस उपचुनाव में कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और आम आदमी पार्टी (आप) ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
बिहार विधानसभा की दो सीटों-मोकामा और गोपालगंज पर राज्य में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। मोकामा सीट पर पहले राजद का और गोपालगंज पर भाजपा का कब्जा था।
भाजपा पहली बार मोकामा सीट से चुनाव लड़ रही है, पूर्व के चुनाव में वह इस सीट को अपने सहयोगियों के लिए छोड़ती थी। भाजपा और राजद दोनों ने ही इस सीट पर बाहुबलियों की पत्नी को उम्मीदवार बनाया है।
मोकामा में भाजपा ने सोनम देवी को मैदान में उतारा है, जो एक स्थानीय बाहुबली ललन सिंह की पत्नी हैं और अनंत सिंह का विरोध करती रही हैं। वहीं, राजद ने इस सीट से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को उम्मीदवार बनाया है। मोकामा में उपचुनाव राजद विधायक अनंत कुमार सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के कारण कराया जा रहा है।
बाहुबली से नेता बने अनंत सिंह ने मोकामा सीट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के टिकट पर तीन बार, एक बार निर्दलीय और 2020 में राजद उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी।
स्थानीय बाहुबली और अनंत सिंह के विरोधी ललन सिंह की पत्नी सोनम सिंह पहली बार चुनावी मैदान में हैं। ललन सिंह को गैंगस्टर से नेता बने सूरज भान सिंह का करीबी माना जाता है, जिन्होंने वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह के बड़े भाई दिलीप सिंह को हराया था, जो राबड़ी देवी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार में मंत्री थे।
गोपालगंज सीट पर उपचुनाव भाजपा के चार बार के विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण कराया जा रहा है। इस सीट से पार्टी ने सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनाव मैदान में उतारा है। गोपालगंज राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी का पैतृक जिला है।
राजद ने वैश्य समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मोहन प्रकाश गुप्ता को भाजपा के जातिगत समीकरणों को बिगाड़ने के लिए टिकट दिया है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने लालू प्रसाद यादव के साले साधू यादव की पत्नी इंदिरा यादव को उम्मीदवार बनाया है।
महाराष्ट्र में मुंबई के अंधेरी (पूर्वी) विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव भाजपा उम्मीदवार के पिछले महीने मैदान से हटने के बाद महज औपचारिकता भर है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े की उम्मीदवार ऋतुजा लटके के अब आराम से जीत दर्ज करने की उम्मीद है। उनके खिलाफ छह उम्मीदवार हैं, जिनमें से चार निर्दलीय हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस ने लटके की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
इस साल मई में ऋतुजा लटके के पति एवं शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के कारण अंधेरी (पूर्वी) सीट पर उपचुनाव जरूरी हो गया था।
एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों की बगावत से शिवसेना के दो खेमों में बंटने और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गिरने के बाद राज्य में यह पहला चुनाव है।
निर्वाचन आयोग ने तेलंगाना के मुख्य चुनाव अधिकारी को विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के जरिये मुनूगोडे सीट पर होने वाले मतदान पर करीबी नजर रखने का निर्देश दिया है।
टीआरएस ने हाल ही में पार्टी का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) किया है, जिसका उद्देश्य खुद को राष्ट्रीय राजनीति में स्थापित करना है। इस चुनाव में हार मिलने की स्थिति में उसकी राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाने की योजना को झटका लगेगा।
वहीं, भाजपा खुद को राज्य में बीआरएस के विकल्प के तौर पर पेश करने की योजना पर काम कर रही है और मुनूगोडे सीट पर जीत मिलने पर उसे बल मिलेगा।
इस उपचुनाव में 47 उम्मीदवार मैदान में है, लेकिन मुख्य मुकाबला राजगोपाल रेड्डी, बीआरएस के पूर्व विधायक कुसुकुंतला प्रभाकर रेड्डी और कांग्रेस की पी श्रवंती के बीच दिखने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी जिले की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट छह सितंबर को भाजपा विधायक अरविंद गिरि के दिल का दौरा पड़ने से हुए निधन के कारण रिक्त हुई थी।
बसपा और कांग्रेस ने इस उपचुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं खड़े किए हैं। लिहाजा अब यहां भाजपा उम्मीदवार एवं दिवंगत विधायक अरविंद गिरि के बेटे अमन गिरि और इसी सीट से पूर्व में विधायक रह चुके सपा प्रत्याशी विनय तिवारी के बीच सीधा मुकाबला होता दिख रहा है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 नवंबर उच्चतम न्यायालय ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक की उस याचिका को बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया, जिसमें उसने 2000 के लाल किला हमले के मामले में मौत की सजा देने के उसके फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की थी।
हमले में सेना के दो जवान सहित तीन लोग मारे गए थे।
प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित और न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी की एक पीठ ने कहा कि उसने ‘इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड’ पर विचार करने के आवेदन को स्वीकार किया है।
पीठ ने कहा, ‘‘ हम उस आवेदन को स्वीकार करते हैं कि ‘इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड’ पर विचार किया जाना चाहिए। वह दोषी साबित हुआ है। हम इस अदालत द्वारा किए गए फैसले को बरकरार रखते हैं और पुनर्विचार याचिका खारिज करते हैं।’’
आरिफ, लाल किले पर 22 दिसंबर 2000 को किए गए आतंकवादी हमले के दोषियों में से एक है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 नवंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने वाले संगठनों को ना तो रक्षात्मक होने की और ना ही अपराध बोध में जीने की जरूरत है।
यहां विज्ञान भवन में केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे संगठनों का काम देश के सामान्य लोगों को मुसीबतों से मुक्ति दिलाना है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हर भ्रष्टाचारी को समाज के कटघरे में खड़ा किए जाने का वातावरण बनाना बहुत आवश्यक है क्योंकि भ्रष्टाचार के मामले में जेल की सजा होने के बावजूद कई बार भ्रष्टाचारियों का गौरवगान भी किया जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं तो देखता हूं कि ईमानदारी का ठेका लेने वाले लोग, उनके साथ (भ्रष्टाचारियों) फोटो खींचवाने में भी शर्म नहीं करते। यह स्थिति भारतीय समाज के लिए ठीक नहीं है। ऐसे लोगों को समाज द्वारा कर्तव्य का बोध कराया जाना बहुत आवश्यक है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले सीवीसी जैसे संगठनों और एजेंसियों को रक्षात्मक होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि देश की भलाई के लिए काम करने वालों को अपराध बोध में जीने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें राजनीतिक एजेंडे पर नहीं चलना है लेकिन देश के सामान्य लोगों को जो मुसीबतें हो रही है, उससे उन्हें मुक्ति दिलाने का हमारा काम है और हमें इसे करना है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे संगठन जब ईमानदारी से अपना काम करते हैं तो भले ही कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए चिल्लाते रहेंगे, लेकिन उन्हें समाज का साथ मिलता है।
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने अनुभव साझा करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘देश के लिए ईमानदारी से काम करते समय कुछ भी अगर इस प्रकार के विवाद खड़े होते हैं तो आपको रक्षात्मक होने की जरूरत नहीं है। समाज आपके साथ खड़ा होता है।’’
मोदी ने कहा कि ये 'सतर्कता सप्ताह' उन सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती से शुरू हुआ है जिनका पूरा जीवन ईमानदारी, पारदर्शिता और इससे प्रेरित जन सेवा के निर्माण के लिए समर्पित रहा।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सीवीसी के नए ‘शिकायत प्रबंधन प्रणाली’ पोर्टल का उद्घाटन भी किया। इस पोर्टल की परिकल्पना नागरिकों को उनकी शिकायतों की स्थिति पर नियमित अपडेट के माध्यम से शुरू से अंत तक की जानकारी मुहैया कराने के लिए की गई है।
उन्होंने ‘नैतिकता और अच्छे व्यवहार’ पर सचित्र पुस्तिकाओं की एक शृंखला का विमोचन भी किया। यह ‘निवारक सतर्कता’ संबंधी श्रेष्ठ प्रथाओं का संकलन है। उन्होंने सार्वजनिक खरीदारी पर विशेष अंक ‘विजय-वाणी’ का भी विमोचन किया।
सीवीसी जीवन के हर क्षेत्र में सत्यनिष्ठा अपनाने का संदेश फैलाने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ लाने के वास्ते हर साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाता है।
इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह 31 अक्टूबर से छह नवंबर तक ‘एक विकसित राष्ट्र के लिए भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ विषय के साथ मनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने सीवीसी द्वारा इस विषय पर आयोजित राष्ट्रव्यापी निबंध प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ निबंध लिखने वाले पांच छात्रों को पुरस्कार भी प्रदान किए। (भाषा)
भुवनेश्वर, 3 नवंबर ओडिशा की धामनगर विधानसभा सीट के उपचुनाव के दौरान बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक कुल 22.36 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इस सीट पर उपचुनाव के लिए सुबह सात बजे मतदान आरंभ हुआ था। मतदान शुरू होने से पहले ही मतदान केंद्रों के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखी गई। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरंभ हुआ मतदान शाम छह बजे तक जारी रहेगा।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सभी 252 मतदान केंद्रों पर मतदान जारी है।’’
कुल 110 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है और 126 मतदान केंद्रों पर वेबकास्ट की व्यवस्था है।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में कुछ ईवीएम में गड़बड़ी आई थी, लेकिन उसे तुरंत दुरुस्त कर दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं को लाने-ले जाने की व्यवस्था की गई है।
इस उपचुनाव में 1.23 लाख पुरुषों और 1.15 लाख महिलाओं समेत कुल 2.38 लाख मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
इस ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र में पिछले चुनावों में लगभग 70 प्रतिशत मतदान हुआ था। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में 72.64 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था और 2014 में यह आंकड़ा 73.46 प्रतिशत था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं निवर्तमान विधायक बिष्णु चरण सेठी के इस साल 19 सितंबर को निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। भाजपा ने सहानुभूति के आधार पर वोट हासिल करने की कोशिश करते हुए सेठी के बेटे सूर्यवंशी सूरज को अपना उम्मीदवार बनाया है।
इस उपचुनाव में पांच उम्मीदवारों के बीच टक्कर होगी, लेकिन सभी की नजरें सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) उम्मीदवार अंबाती दास और पार्टी से बागी नेता एवं निर्दलीय उम्मीदवार राजेंद्र दास के बीच मुकाबले पर टिकी हैं। दास को अंतिम समय पर टिकट नहीं दिया गया। कांग्रेस ने बाबा हरेकृष्ण सेठी और आम आदमी पार्टी (आप) ने अनवर शेख को मैदान में उतारा है।
शेख को छोड़कर शेष सभी उम्मीदवारों ने पूर्वाह्न 10 बजे तक मतदान कर दिया था।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि एक मतदान अधिकारी की बुधवार रात मतदान केंद्र पर पहुंचने से पहले मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि पेशे से शिक्षक नटबर मुंडा मतदान केंद्र पर जाने से पहले बीमार पड़ गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस के लोहानी ने कहा कि आयोग शोक संतप्त परिवार को मुआवजे के तौर पर 15 लाख रुपये देगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 नवंबर दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में हवा की गुणवत्ता बिगड़ने के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सांसद वरुण गांधी ने इस संकट से निपटने में विभिन्न सरकारी एजेंसियों के बीच ‘‘समन्वय की कमी’’ पर बृहस्पतिवार को सवाल उठाया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘न तो सरकार और न ही लोग इस राक्षसी समस्या के बारे में गंभीर हैं। अस्पताल सांस लेने, दिल और फेफड़ों की समस्याओं वाले मरीजों से भरे हुए हैं।’’ वरूण ने सवाल किया, ‘‘दिल्ली-एनसीआर में 10 में से आठ बच्चों को सांस की समस्या है। वर्षों की चर्चा के बाद, कई सरकारी संस्थाओं के बीच चिंता / समन्वय की निरंतर कमी क्यों है?’’
गांधी ने हैरानी जतायी कि क्या समस्या को हल करने की लागत चार करोड़ 60 लाख लोगों के लिए जीवन भर बीमारी के इलाज में आने वाले खर्च से अधिक है?
हवा की गुणवत्ता बिगड़ने के बीच भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) ने हर साल पैदा होने वाले इस संकट के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। आप दिल्ली और पंजाब में सत्ता में हैं। पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं। (भाषा)
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ने के बाद निर्माण कार्यों पर रोक लग गई है जिससे मजदूरों की कमाई ठप्प हो गई है. सरकार ने अब मजदूरों के लिए 5000 रुपए के हर्जाने की घोषणा की है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
दिल्ली में वायु की गुणवत्ता का स्तर गिरता जा रहा है और ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत कई कदम लागू किए जा रहे हैं. इसके पहले चरण (जब वायु गुणवत्ता 201 से 300 के बीच हो) के तहत ही निर्माण गतिविधियों पर सीमित बैन लग जाता है. तीसरे चरण (जब वायु गुणवत्ता 401 से 450 के बीच पहुंच जाए) के तहत कुछ आवश्यक क्षेत्रों को छोड़ कर पूरी तरह से निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लग जाता है.
ऐसे में निर्माण परियोजनाओं में काम करने वाले देश के कोने कोने से आए श्रमिकों के लिए मुश्किल खड़ी हो जाती है, क्योंकि उनकी कमाई बंद हो जाती है. दिल्ली सरकार ने अब घोषणा की है कि इन श्रमिकों को 5,000 रुपए हर्जाना दिया जाएगा. यह हर्जाना सिर्फ एक बार दिया जाएगा. दिल्ली में न्यूनतम वेतन 16,792 रुपए है.
क्या इतना ही हर्जाना काफी है?
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विट्टर पर घोषणा की, "प्रदूषण को देखते हुए पूरी दिल्ली में निर्माण गतिविधियों को बंद कर दिया गया है." उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने श्रम मंत्री से कहा है कि श्रमिकों के हर्जाने की रकम को दे दिया जाए. निर्माण पर प्रतिबंध सोमवार 31 अक्टूबर को लगे थे लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया है कि ये कब तक लागू रहेंगे.
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार को वायु गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में पहुंच गई थी लेकिन बुधवार को इसमें थोड़ा सा सुधार आया और यह "बहुत खराब" श्रेणी में पहुंच गई. अगले कुछ दिनों के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदूषण का स्तर अभी भी बढ़ा हुआ ही रहने वाला है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले 10 लाख से ज्यादा मजदूर हैं, जिनमें से करीब नौ लाख निर्माण बोर्ड के साथ पंजीकृत हैं. पिछले साल और इस साल की शुरुआत में भी दिल्ली सरकार ने निर्माण श्रमिकों को इसी तरह 5,000 रुपए हर्जाना दिया था.
जहरीली हवा का असर
दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील भी की है कि वो गाड़ियों में एक दूसरे के साथ यात्रा करने की कोशिश करें, जितना संभव हो घर से काम करें और घर पर कोयले और लकड़ी को कम से कम जलाने के काम में लाएं. दिल्ली को दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी के रूप में जाना जाता है.
फैक्टरियों का धुंआ, पेट्रोल-डीजल गाड़ियों का धुंआ, धूल, पड़ोसी राज्यों से पराली जलाए जाने का धुंआ और हवा की गति कम हो जाना जैसे मिले जुले कारणों से सर्दियों में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. लोगों को फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं और पहले से बीमारियों से जूझ रहे लोग और अस्वस्थ हो जाते हैं.
डॉक्टर विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर कम से कम निकलने की सलाह देते हैं. इस साल भी स्कूलों को बंद कर देने की मांगें उठनी शुरू हो चुकी हैं. (dw.com)
अब ज्यादा संख्या में लोग यात्रा टिकट बुक कराने के लिए फोन का ही इस्तेमाल करते हैं. लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि यह कोई अच्छी आदत नहीं है और लोग इस चक्कर में ज्यादा खर्च रहे हैं.
उस बात को 15 साल हो चुके हैं जब पहला आईफोन बाजार में आया था. तब से लोगों की खरीददारी की आदतें लगातार बदलते हुए अब क्रांतिकारी रूप से दो दशक पहले के मुकाबले अलग हो चुकी हैं. अमेरिका में 3,250 लोगों के बीच हुए एक सर्वेक्षण के मुताबिक फरवरी 2022 में 51.2 लोगों ने यात्राओं के लिए मोबाइल से भुगतान किया.
युवाओं के बीच मोबाइल से भुगतान का चलन सबसे ज्यादा है. 2021 में एक ऑनलाइन पेमेंट कंपनी क्लार्ना ने 13,000 लोगों के बीच एक सर्वे किया तो पता चला कि ऑनलाइन पेमेंट की आदत युवाओं में सबसे ज्यादा है. 25-40 साल के बीच के 48 फीसदी लोग ऑनलाइन शॉपिंग फोन से ही करते हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह आंकड़ा 34 प्रतिशत था.
लोगों के व्यवहार से दिख रहा है कि अब यात्राओं संबंधी खरीददारी जैसे कि टिकट खरीदना या होटल बुक कराना आदि फोन से करने का चलन बढ़ रहा है और संभव है कि आने वाले दिनों में कंप्यूटर पर यात्रा बुकिंग बंद ही हो जाए. कई ट्रैवल ऐप तो इस रास्ते पर आ भी चुकी हैं. मसलन, ट्रैवल सर्च इंजन हॉपर में कुछ विशेष बुकिंग ऐप से ही संभव हैं.
लेकिन एक बात की ओर ग्राहकों का ध्यान अब भी कम जाता है कि फोन से बुकिंग महंगी पड़ सकती है. इसके कई कारण हैं.
ड्रिप प्राइसिंग
पिछले एक दशक में मोबाइल से शॉपिंग का चलन बढ़ने के साथ-साथ इस बात में भी बदलाव आए हैं कि कंपनियां कमाई कैसे करती हैं. बैगेज के लिए अलग धन से लेकर सीट का चुनाव करने के लिए ज्यादा पैसे देने तक कई तरह के ऐसे चार्ज लगना शुरू हो गया है, जो पहले नहीं होता था. मसलन, कुछ एयरलाइंस विमान की सफाई के लिए टिकट में अलग से पैसा ले रही हैं, तो कुछ होटलों में लॉजिंग चार्ज अतिरिक्त लिया जाने लगा है.
अमेरिकी ब्यूरो ऑफ ट्रांसपोर्टेशन स्टैटिस्टिक्स के आंकड़े बताते हैं कि वहां की एयरलाइन कंपनियों ने 2021 में 3.5 अरब डॉलर सिर्फ बैगेज फीस से जुटाया है. मार्किटिंग साइंस नामक पत्रिका में 2021 में एक अध्ययन प्रकाशित हुआ था, जिसमें बताया गया कि अतिरिक्त खर्चों के लिए, जिन्हें ‘ड्रिप प्राइसिंग' कहा जाता है, ग्राहकों के फैसले पूरी तरह समझदारी से नहीं लिए जाते. यानी उनके फैसलों में इन कीमतों की गणना शामिल नहीं होती. अक्सर वे जब ऑनलाइन कीमतों की तुलना करते हैं तो शुरुआती कीमतों पर अपने फैसले लेते हैं और हो सकता है कि ड्रिप प्राइसिंग के बाद यह कीमत दूसरों से ज्यादा साबित हो.
शुरुआती कीमत ज्यादा होगी
बेंटली यूनिवर्सिटी में मार्किटिंग पढ़ाने वालीं असिस्टेंट प्रोफेसर शेली सैंटाना कहती हैं, "जब कंपनियां ड्रिप प्राइसिंग की रणनीति अपनाती हैं तो उनकी शुरुआती कीमत दूसरी कंपनियों से हमेशा कम होती है. लेकिन एक बार बुकिंग शुरू हो जाने पर वे अतिरिक्त खर्चे जोड़ना शुरू करती हैं जैसे कि सीट का विकल्प चुनने के लिए या बैगेज के लिए.”
सस्ती एयरलाइंस में यात्रा के लिए बुकिंग करवा चुके लोग इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि कैसे सस्ती दिखने वाली टिकट ज्यादा महंगी पड़ती है, जब उन्हें सीट से लेकर बैग तक और खाने से लेकर पानी तक के अलग पैसे देने पड़ते हैं. लेकिन सैंटाना और उनके साथी अपने अध्ययन में यह जानकार हैरान रह गए कि जब आखिर में टिकट की कीमत दूसरों से कहीं ज्यादा होने का पता चल गया, तब भी ग्राहक विकल्पों से तुलना करने को लेकर कितने अनिच्छुक थे.
सैंटाना कहती हैं, "ग्राहक सोचते हैं कि अगर वह खोजने प्रक्रिया फिर से शुरू करेंगे तो वे उतना पैसा नहीं बचा पाएंगे जितनी उन्हें उम्मीद है.” यानी दोबारा कंपेयर और सर्च करने के झंझट से बचने के लिए लोग ज्यादा पैसे देकर टिकट बुक करवा लेते हैं.
विशेषज्ञ खरीददारी के लिए मोबाइल को सही जरिया नहीं मानते. जाहिर है कि इस पर ऑर्डर करना आसान और जल्दी होता है लेकिन यात्रा जैसे बड़े खर्चों के लिए बात सिर्फ जल्दी और आसानी पर निर्भर नहीं करती. इसके लिए कई टैब बदलने पड़ते हैं, कई पॉपअप आते हैं और कई जगह सूचनाएं भरनी पड़ती हैं, तब जाकर सबसे अच्छी डील मिलती है.
लिहाजा, विशेषज्ञ कहते हैं कि यात्रा जैसे खर्चों के लिए फोन की जगह कंप्यूटर एक ज्यादा अच्छा जरिया है. सैंटाना कहती हैं, "मैं लगभग हमेशा यात्रा के लिए खरीददारी कंप्यूटर पर करती हूं. मुझे कई टैब खोलकर, कई वेबसाइटों के बीच में तुलना करना और फिर यह सुनिश्चित करना अच्छा लगता है कि मैं अलग-अलग कंपनियों के बीच की कीमतों को समझ रही हूं.”
वीके/एए (एपी)
एथेंस, 3 नवंबर | ग्रीक के एजियन सागर में हाल ही में इविया द्वीप पर एक नाव पलट गई थी। इस हादसे में बचाव दल ने 20 प्रवासियों के शव को बरामद किया हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया कि तेज हवाओं से बाधित अभियान के दौरान 12 लोगों को बचाया गया है।
बचे लोगों ने अधिकारियों को बताया कि केप काफिरियास इलाके में मंगलवार को जब नाव डूबी तो उसमें 68 लोग सवार थे।
नाव में मिस्र, अफगानिस्तान और ईरान के प्रवासी थे। यह जानकारी हेलेनिक कोस्ट गार्ड के प्रवक्ता कमांडर निकोस कोक्कलस ने ग्रीक राष्ट्रीय प्रसारक ईआरटी को दी।
अधिकारियों के अनुसार 2015 से दस लाख से अधिक लोग अवैध रूप से ग्रीस में प्रवेश कर चुके हैं। यहां आने के दौरान सैकड़ों लोग समुद्र में डूब गए। (आईएएनएस)|
शामली (उत्तर प्रदेश), 3 नवंबर | ढाई फुट लंबे 32 वर्षीय अजीम मंसूरी ने आखिरकार बुधवार शाम को अपना सपना सच कर लिया, जब उन्होंने दो फुट लंबी बुशरा से उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक समारोह के दौरान शादी की। अजीम मंसूरी कई वर्षों से दुल्हन की तलाश में थे क्योंकि उनके लिए उनकी लंबाई के कारण एक मैच ढूंढना मुश्किल था। अपनी शादी को लेकर मंसूरी ने कई बार राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों से भी संपर्क किया था। 2019 में, उन्होंने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी संपर्क किया ताकि उन्हें दुल्हन खोजने में मदद मिल सके।
शादी को लेकर उन्होंने कहा, "भगवान की कृपा से मेरे जीवन में यह क्षण आया है। यह एक खुशी का अवसर है और मैंने अपने इलाके से सभी को आमंत्रित किया है।"
मंसूरी, जो एक कॉस्मेटिक स्टोर चलाते है और कैराना स्थित परिवार के छह भाई-बहनों में सबसे छोटे है, ने शामली में एक भव्य शादी की। शादी में बहुत भीड़ थी इसीलिए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।
उन्होंने कहा, "मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने मेरी मदद की।"
शेरवानी पहने मंसूरी ने कहा, "मुझे खुशी है कि मेरा सपना अब पूरा हो रहा है। मैं अपनी शादी में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित करना चाहता था लेकिन मुलायम सिंह यादव के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है क्योंकि मैं उनको भी शादी में बुलाना चाहता था।"
मंसूरी ने पिछले साल मार्च में अपने सपनों की लड़की से मुलाकात की और अप्रैल 2021 में बुशरा से सगाई कर ली। बुशरा ने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद इस जोड़े ने शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 3 नवंबर | चुनाव आयोग (ईसी) गुरुवार दोपहर गुजरात विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगा। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के लिए आयोग दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रें स करेगा। चुनाव की आधिकारिक अधिसूचना प्रकाशित होने के बाद राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
राज्य में दिसंबर के पहले सप्ताह में दो चरणों में मतदान होने की संभावना है।
182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को समाप्त होगा।
इससे पहले आयोग ने हिमाचल प्रदेश चुनाव की तारीखों के साथ गुजरात चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की थी। आयोग ने 14 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की थी, जो 12 नवंबर को एक चरण में होगा और मतों की गिनती 8 दिसंबर को होगी।
गुजरात में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 3 नवंबर | देश के छह राज्यों - उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, महाराष्ट्र, तेलंगाना और ओडिशा की सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के तहत मतदान जारी है। इस उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ सपा, आरजेडी, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), टीआरएस और बीजद जैसे क्षेत्रीय दलों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। उत्तर प्रदेश में गोला गोकर्णनाथ, बिहार में मोकामा एवं गोपालगंज, हरियाणा में आदमपुर, महाराष्ट्र में अंधेरी पूर्व, तेलंगाना में मुनुगोडे और ओडिशा में धामनगर विधान सभा क्षेत्र में उपचुनाव के तहत गुरुवार को मतदान जारी है।
उत्तर प्रदेश में जहां योगी आदित्यनाथ सरकार के सामने फिर से अपनी लोकप्रियता साबित करने की चुनौती है। वहीं बिहार में महागठबंधन और भाजपा दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। हरियाणा में कुलदीप बिश्नोई और हुड्डा परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है। महाराष्ट्र में हो रहे उपचुनाव में भाजपा ने अपने उम्मीदवार को भले ही चुनावी मैदान से हटा दिया है लेकिन उद्धव ठाकरे के सामने पिछली बार से ज्यादा मत हासिल कर चुनाव जीतने की चुनौती है। तेलंगाना में भाजपा, कांग्रेस और टीआरएस की प्रतिष्ठा दांव पर है तो वहीं ओडिशा में भाजपा और बीजद आमने सामने है।
दरअसल, देश के अलग-अलग हिस्सों में जिन सात विधान सभा सीटों पर उपचुनाव के तहत मतदान हो रहा है उनमें से तीन सीटें पिछले चुनाव में भाजपा के खाते में आई थी, दो सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी और अन्य दो सीटों पर आरजेडी और शिवसेना के उम्मीदवार जीतें थे जो कांग्रेस गठबंधन के साथ है। हालांकि कांग्रेस के टिकट पर पिछली बार चुनाव जीतने वाले दोनों विधायक बाद में भाजपा में शामिल हो गए और उनके इस्तीफे की वजह से ही इन सात में से दो सीटों पर उपचुनाव करवाया जा रहा है। इसलिए एक मायने में देखा जाए तो इस उपचुनाव में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की प्रतिष्ठा ज्यादा दांव पर लगी है।
हरियाणा की आदमपुर सीट पर पिछले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर कुलदीप बिश्नोई और तेलंगाना के मुनुगोडे सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर के राजगोपाल रेड्डी ने जीत हासिल की थी, लेकिन इन दोनों नेताओं ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया और अपनी-अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के सामने इन दोनों सीटों पर फिर से जीत हासिल करना बड़ी चुनौती है।
महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट विधान सभा से पिछले चुनाव में शिवसेना उम्मीदवार रमेश लटके को जीत हासिल हुई थी, लेकिन उनके निधन के कारण यह सीट खाली हो गई। भाजपा ने इस सीट से अपने उम्मीदवार को इस बार वापस ले लिया है।
बिहार के मोकामा में पिछले चुनाव में आरजेडी के टिकट पर बाहुबली नेता अनंत सिंह जीते थे लेकिन अदालत से सजा मिलने के बाद उनकी विधायकी समाप्त हो जाने की वजह से इस पर उपचुनाव करवाया जा रहा है। बिहार की दूसरी विधान सभा सीट गोपालगंज में पिछला चुनाव भाजपा जीती थी लेकिन भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। भाजपा के सामने जहां लालू यादव के गृह जिले में अपनी सीट को बरकरार रखने की चुनौती है, तो वहीं नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के सामने यह साबित करने की चुनौती है कि उनके कार्यकर्ता और मतदाताओं का भी गठबंधन हो चुका है और जिस जातीय आंकड़े के आधार पर वो लोक सभा चुनाव में बिहार में भाजपा का सूपड़ा साफ करने का दावा कर रहे हैं वह जातीय अंकगणित महागठबंधन के पक्ष में मजबूत हो चुका है।
उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ विधान सभा से पिछली बार भाजपा उम्मीदवार के तौर पर अरविंद गिरी और ओडिशा के धामनगर से भाजपा के बिष्णु चरण सेठी चुनाव जीते थे। दोनों विधायकों के निधन के कारण इन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। उत्तर प्रदेश में अपनी लोकप्रियता को साबित करने के लिए भाजपा के लिए यह चुनाव काफी अहम है वहीं ओडिशा में अपनी जीती हुई सीट को फिर से जीतना भी भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। इस सीट पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल और कांग्रेस की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
इन सातों विधान सभा सीटों पर 6 नवंबर को मतगणना होगी और इन सीटों पर आए चुनावी नतीजों का राजनीतिक संदेश दूरगामी होने की बात कही जा रही है। (आईएएनएस)|
कानपुर, 3 नवंबर | कानपुर में रेलवे ट्रैक के पास एक सुनसान जगह पर कक्षा 12 के एक छात्र की स्कूल टाई से गला घोटकर हत्या कर दी गई। शव की पहचान रोनिल सरकार के रूप में हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रोनिल के शरीर पर चोट के 10 निशान भी पाए गए।
पुलिस ने बताया कि विभिन्न पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है। मामले में छह संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
रोनिल का शव जहां मिला वहां से पुलिस को बीयर की बोतलें, सिगरेट के टुकड़े और खाने-पीने का सामान भी मिला।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में नशा करने लोग आते रहते थे।
रोनिल के पिता संजय सरकार ने कहा कि उनके बेटे की हत्या कहीं और की गई और शव को इस इलाके में फेंक दिया गया।
उन्होंने कहा कि जंगल में रात भर लाश पड़ी रही, अगर रोनिल यहां पैदल आत तो उसके जूतों पर कीचड़ लगा होता, लेकिन ऐसा नहीं था।
एसीपी (छावनी) मृगंक शेखर पाठक ने बताया कि एक सीसीटीवी फुटेज में रोनिल को पीएसी क्रॉसिंग तक जाते देखा गया। लेकिन वह इस मार्ग पर आगे लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में नहीं देखा गया। यह स्पष्ट नहीं है कि किसके माध्यम से वह चंदारी पहुंचा।
उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि हत्या से पहले रोनिल की पिटाई की गई थी।
पोस्टमॉर्टम करने वाले चिरंजीव कुमार और आर.एस. यादव ने कहा कि रोनिल के सिर, पैर, छाती, पेट और पीठ पर चोट के 10 निशान थे। (आईएएनएस)|
गाजियाबाद, 3 नवंबर | थाना सिहानीगेट पुलिस ने थाना सिहानीगेट क्षेत्र से कार व्यापारी की हत्या की सुपारी लेने के मामले में वांटेड शातिर शार्प शूटर/कॉन्ट्रैक्ट किलर जितेन्द्र त्यागी को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उसके पास से एक 9 एमएम पिस्टल और 5 कारतूस भी बरामद हुए हैं। इसके साथ ही व्यापारी को मारने के लिए ली गयी सुपारी में से 58,000 रुपए भी बरामद हुए हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, थाना सिहानीगेट पुलिस ने चेकिंग के दौरान थाना सिहानीगेट क्षेत्र से अभियुक्त जितेन्द्र त्यागी को गिरफ्तार किया है। गाजियाबाद के नंदग्राम में रहने वाले जितेंद्र त्यागी को आपूलेन्ट माल के सामने जीटी रोड गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ पर अभियुक्त ने वादी कार व्यापारी की हत्या करने के लिये सम्पूर्णान्द/काले अनेजा से 5 लाख रुपए की सुपारी तय करना व 1 लाख रुपए एडवांस में लेना तथा शेष रुपए हत्या करने के बाद लेने की बात स्वीकार की है।
अभियुक्त के घर से एक स्वचालित देशी 9 एमएम पिस्टल एवं 5 कारतूस तथा सुपारी के लिए गए 1 लाख रुपए में से 58,000/- रुपए बरामद किए गए हैं। आरोपी के खिलाफ पूर्व में हत्या के साथ साथ कई और मामले भी दर्ज हैं। (आईएएनएस)|